आवाज से होगी Corona मरीजों की पहचान, घर बैठे इस सॉफ्टवेयर से मुफ्त में करवा सकेंगे जांच, जानें क्या है पूरी प्रक्रिया

coronavirus voice test, Coronavirus, AI-based voice tests, Health News : कोरोना वायरस (Coronavirus) के टेस्ट (Coronavirus Test) के तकनीक में बड़ा बदलाव आने वाला है. देश के मुंबई में पहली बार आवाज के माध्यम से कोरोना मरीजों की पहचान की जायेगी. यह तकीनक एआई (AI) सॉफ्टवेयर के जरिए क काम करती है. इस तकीनक को पहले से विदेशों में इस्तेमाल किया जा रहा है. सबसे बड़ी बात है कि इस परीक्षण का रिजल्ट मात्र 30 मीनट में ही आ जाता है. आइये जानते हैं इस तकनीक से जुड़ी सभी बातें..

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 18, 2020 8:24 AM

Coronavirus, AI-based voice tests, Health News : कोरोना वायरस (Coronavirus) के टेस्ट (Coronavirus Test) के तकनीक में बड़ा बदलाव आने वाला है. देश के मुंबई में पहली बार आवाज के माध्यम से कोरोना मरीजों की पहचान की जायेगी. यह तकीनक एआई (AI) सॉफ्टवेयर के जरिए क काम करती है. इस तकीनक को पहले से विदेशों में इस्तेमाल किया जा रहा है. सबसे बड़ी बात है कि इस परीक्षण का रिजल्ट मात्र 30 मीनट में ही आ जाता है. आइये जानते हैं इस तकनीक से जुड़ी सभी बातें..

किस कंपनी द्वारा किया जा रहा यह टेस्ट

दरअसल, इस टेस्ट को अंजाम देने वाली वोकलिस हेल्थ अमेरिकी कंपनी पहले से ही भारत में फार्मास्युटिकल और आईटी दोनों क्षेत्रों में काम कर रही है. इस नये परीक्षण के जरिए आप घर बैठे करवा सकते हैं अपना कोरोना टेस्ट. देश में पहली बार आवाज के जरिए कोरोना टेस्ट संभव होने जा रहा है.

सबसे पहले कहां किया जायेगा टेस्ट

इसे सबसे पहले मुंबई के बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) द्वारा एक हजार लोगों पर करवाया जा रहा है. जिसमें आधे कोरोना संक्रमित मरीज व आधे और आधे कोरोना के संभावित मरीज शामिल होंगे.

आपको बता दें कि इस तकनीक का इस्तेमाल पहले से ही विदेशों में हो रहा है. खबरों की मानें तो अमेरिका और इजराइल जैसे देश इस तकनीक का इस्तेमाल कर रहे हैं. वहां, 85 प्रतिशत सकारात्मक परिणाम देखने को मिला है. टीओआई में छपी रिपोर्ट के अनुसार मुंबई बीएमसी के एडिशनल कमिश्नर सुरेश ककानी का कहना है कि इस पायलट प्रोजेक्ट को इस सप्ताह शुरू किया जा रहा है. अगर यह सफल रहा तो इसे पूरे देश में लागू कर दिया जाएगा.

कैसे मिलेगा इसके सटीक होने का प्रमाण

ककानी का कहना है कि इस टेस्ट में भाग लेने वाले सभी प्रतिभागियों का आरटी-पीसी (RT-PC) टेस्ट भी किया जाएगा. आपस में दोनों टेस्ट को तुलना करके देखा जाएगा कि यह नया तकनीक कितना सफल है और कितना जल्दी रिजल्ट देता है.

क्या है इस जांच का आधार

हालांकि, बीएमसी की मानें तो कोरोना पॉजिटिव मरीजों की आवाज सामान्य लोगों की आवाज से भिन्न हो जाती है. उनकी बदली हुई आवाज ही इस जांच का आधार है.

तो क्या बढ़ेगा टेस्ट का दायरा

जी हां! अगर यह सफल रहा तो देश में एक दिन में अभी के मुकाबले कई लाख टेस्ट किये जा सकते है. इस तकनीक को को विकसित करने वाली कंपनी वोकलिस हेल्थ के सीईओ टाल वेंड्रिओ की मानें तो इससे एक दिन में कई टेस्ट संभव है. दरअसल, यह स्क्रीनिंग सॉफ्टवेयर के आधार पर होती है. जो सर्वर और डेटा बैंडविड्थ पर आधरित होता है. उनकी मानें तो इसके जरिए अनगिनत टेस्ट एक दिन में किये जा सकते हैं.

इस टेस्ट का प्राइस : कंपनी ने बताया कि यह टेस्ट बिल्कुल मुफ्त है. इसके लिए कोई चार्ज नहीं वसूला जा रहा.

कैसे करें इस साफ्टवेयर को डाउनलोड

आपको बता दें कि यह टेस्ट पूरे देश में नहीं लागू हुआ है और इसकी सटीकता और मूल्यांकन पर फिलहाल अध्ययन चल रहा है. हालांकि, इस सॉफ्टवेयर को आसानी से आप स्मार्टफोन या टैब में डाउनलोड कर सकते हैं.

कैसे दें कोरोना टेस्ट

डाउनलोड करने के बाद आपको अपनी आवाज रिकॉर्ड करके अपलोड करनी होगी. जिसका रिजल्ट महज 30 मिनटों में आ जायेगा.

क्या होगा फायदा

– कोरोना टेस्ट के लिए कम अस्पताल या डॉयनोसिस सेंटर उपलब्ध है. ऐसे में इसे घर में, ऑफिस में, ट्रेवल करने बाद और पहले कहीं भी कभी भी किया जा सकेगा.

– आमतौर पर निजी लैब में इसके लिए बहुत पैसे लिए जाते है. लेकिन, अपने स्मार्टफोन के जरिए मुफ्त में टेस्ट दे सकते हैं.

– लंबी लाइन से मिलेगा छुटकारा

– ज्यादा टेस्ट होने से कोरोना पर लग सकता है लगाम, टूट सकता है संक्रमण का चैन

– हेल्थ कर्मचारियों को मिलेगी राहत

– रूकेगा मौत का आंकड़ा

– पटरी पर आयेगी अर्थव्यवस्था

Posted By : Sumit Kumar Verma

Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.

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