रांची : कोरोना वायरस का प्रकोप पूरी दुनिया में है. इसको लेकर पूरी सुरक्षा बरती जा रही है़ वहीं इस समय झारखंड के 100 की संंख्या में विदेशों में योग का प्रशिक्षण देने वाले गुरु फंसे हुए हैं. जिन कंपनियों में योग का प्रशिक्षण देते हैं उसने इन्हें घरों में रहने के लिए कहा है और उस दौरान की सैलरी देने से भी मना कर दिया है. स्थिति यह हो गयी है कि बचत के पैसे का इस्तेमाल कर गुजारा कर रहे हैं. इधर, इनके घर वाले भी परेशान हैं.
वहीं इसमें कुछ चीन, थाइलैंड, हांगकांग और वियतनाम में रह रहे हैं. वियतनाम में रहनेवाले गौरव शर्मा का कहना है कि शटडाउन के बाद योग का प्रशिक्षण देने वाले परेशानी में आ गये हैं. कंपनी ने दो सप्ताह की सैलरी बंद कर दी है.
सभी योग गुरु अपने घरों में हैं. उनका कहना हैं कि बचत किए हुए पैसों से ही उनका काम चल रहा है. वहीं, कुछ का कहना है कि वे यहां अभी बिल्कुल नये हैं ऐसे में उन्होंने कोई बचत भी नहीं की है. अत: उनकी परेशानी वहां बढ़ गयी है. वहीं एक से दो प्रशिक्षक जो कंपनी में प्रशिक्षण दे रहे हैं वह भी पूरी सावधानी के साथ. इन्हें किसी स्टूडेंट को टच नहीं करने दिया जा रहा है. मास्क पहनना है और कंपनी की ओर से हर दिन फीवर चेक किया जा रहा है़.
विदेशों में योग का प्रशिक्षण देने के लिए वर्तमान में 100 से अधिक योग गुरु झारखंड से ही हैं. इसमें जमशेदपुर, रांची, हजारीबाग सहित अन्य शहरों से हैं. झारखंड के योग गुरु विदेशों में सबसे अधिक वियतनाम और हांगकांग में योग का प्रशिक्षण दे रहे हैं. वहीं चीन के संघाई और बीजिंग शहर में भी योग सीखा रहे हैं.
झारखंड से गये कुछ योग गुरू में गिरीश, सतीश, प्रेम और राजू शामिल हैं. वहीं हांगकांग में रितेश गुप्ता और मकाऊ में धीरज और मनोज योग का प्रशिक्षण दे रहे हैं. इसके अलावा सबसे अधिक योग गुरु वियतनाम में हैं. इसमें गौरव शर्मा, अजय, प्रिंस, विपिन, गुलशन, संतोष, सौरभ, राधे, अभिषेक, राहुल शर्मा, शुभम किशोर, रोहित शर्मा, विकास कुमार और अनुज कुमार शामिल हैं.
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.