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डेंगू का वैरिएंट डेन-3 जानलेवा, महानगर में खतरा बढ़ा, कोलकाता में 35 लोग पाये गये डेन-3 पॉजिटिव

महानगर में डेंगू डेन-3 के फैलने का खतरा बढ़ रहा है, जिसने राज्य स्वास्थ्य विभाग और कोलकाता नगर निगम की टेंशन बढ़ा दी गयी है.एमएमआइसी के आवासीय परिसर में मिली गंदगी, निगम ने नोटिस भेजा है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 16, 2022 7:14 PM

महानगर में डेंगू डेन-3 के फैलने का खतरा बढ़ रहा है, जिसने राज्य स्वास्थ्य विभाग और कोलकाता नगर निगम की टेंशन बढ़ा दी गयी है. बता दें कि डेंगू के चार प्रकार है- डेन-1, डेन-2, डेन-3 और डेन-4. कोलकाता में अब तक डेंगू फैलाने वाले मच्छरों में डेन-1 और डेन-2 का वायरस मिल रहा था. लेकिन अब डेन-3 का खतरा काफी बढ़ गया है. निगम की ओर जारी रिपोर्ट में यह जानकारी मिली है.

राज्य स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से निगम ने 50 लोगों के रक्त के नमूने बेलियाघाटा स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ कालरा एंड इंटेरित डिजीज (नाइसेड) और कोलकाता स्कूल ऑफ ट्रॉपिकल मेडिसिन में भेजे थे. इनमें 35 लोग डेन-3 पॉजिटिव पाये गये हैं. वहीं, कोलकाता में डेंगू के बढ़ते प्रकोप को ध्यान में रखते हुए गुरुवार को निगम के मासिक अधिवेशन के बाद मेयर फिरहाद हकीम ने पक्ष और विपक्ष के पार्षदों के साथ बैठक की, जिसमें निगम के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी समेत अन्य विभाग के महानिदेशक भी उपस्थित थे.

क्या है डेंगू डेन-3

डॉक्टरों का कहना है कि डेंगू-3 (डेन-3) के मामले सबसे ज्यादा खतरनाक होते हैं. डेंगू का यह वैरिएंट जानलेवा होता है. इसे शॉक सिंड्रोम भी कहते हैं. इसके मरीजों में 24 घंटे के भीतर प्लेटलेट्स और ऑक्सीजन कम होने लगते हैं. साथ ही ब्लड प्रेशर भी लो होने लगता है. इससे मरीज की जान को खतरा हो सकता है.

केंद्र सरकार जारी करे डेंगू प्रोटोकॉल

मेयर ने बताया कि सिंगापुर में भी डेंगू डेन-3 के मामले बढ़े हैं. इस वर्ष अगस्त महीने तक वहां 20 हजार लोग डेन -3 की चपेट में आ चुके हैं. पर कोलकाता बेहतर स्थिति में है. महानगर की आबादी करीब साढ़े सात लाख है. इस वर्ष जनवरी महीने से अब तक 900 से कुछ अधिक लोग डेंगू की चपेट में आये हैं. पर डेन-3 के इलाज के लिए हमारे पास डेंगू प्रोटोकॉल नहीं है. इसलिए केंद्र सरकार जल्द प्रोटोकॉल जारी करे. उन्होंने बताया कि डेन-3 की चपेट में आनेवाले मरीजों के प्लेटलेट्स कम होने के साथ ऑक्सीजन भी देना पड़ रहा है. डेंगू का यह नया रूप हमें डरा रहा है. इसलिए हम केंद्र से प्रोटोकॉल जारी करने की मांग कर रहे हैं.

डोर-टू-डोर अभियान चलायें पार्षद

मेयर ने निगम से सभी पार्षदों से घर-घर जाकर डेंगू के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाने की अपील की. उन्होंने कहा कि यदि इस महीने हम सतर्क नहीं रहे, तो दुर्गा पूजा के दौरान स्थिति खराब हो सकती है. साथ ही उन्होंने आमलोगों से भी सहयोग करने की अपील की. मेयर ने बताया कि बोरोस्तर पर पूजा पंडालों पर भी नजर रखी जा रही है. पंडालों के आसपास पानी जमने से लार्वा पनप सकता है. इसलिए पंडालों में निगम की ओर से कीटनाशक का छिड़काव किया जायेगा.

एमएमआइसी के आवासीय परिसर में मिली गंदगी, निगम भेजा नोटिस

महानगर में फैले डेंगू के प्रकोप को कम करने के लिए कोलकाता नगर निगम वार्ड स्तर पर अभियान चला रहा है. घर की आस-पास साफ-सफाई नहीं करने वाले लोगों को नोटिस थमाया जा रहा है. इस दौरान निगम के सीवरेज और ड्रेनेज विभाग के मेयर परिषद के सदस्य तारक सिंह को भी नोटिस दिया गया है. श्री सिंह को निगम के स्वास्थ्य विभाग ने नोटिस थमाया है. 34 बी टॉलीगंज सर्कुलर रोड स्थित आवास परिसर में कचरा और पानी जमे होने के कारण उन्होंने नोटिस दिया गया है.

एक सप्ताह में डेंगू के 1854 मरीज मिले

राज्य में डेंगू का प्रकोप काफी तेजी से फैल रहा है. राज्य स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार पिछले एक सप्ताह में डेंगू के 1854 मामले मिले हैं. जानकारी के अनुसार शहरी क्षेत्रों में 977 और ग्रामीण इलाके से 906 मामले सामने आये हैं. उत्तर 24 परगना जिले में 618, हावड़ा में 419, हुगली में 356, मुर्शिदाबाद में 290 कोलकाता में 263 और जलपाईगुड़ी से 214 मामले सामने आये हैं.

केंद्र व राज्य सरकार के कार्यालयों को कोलकाता नगर निगम भेजेगा पत्र

मेयर फिरहाद हकीम ने कहा कि डेंगू की भयावहता को केंद्रीय और राज्य सरकार के दफ्तरों में साफ-सफाई का ध्यान रखने के लिए निगम की ओस से केंद्र और राज्य सरकार के दफ्तरों को पत्र भेजा जायेगा

रिपोर्ट : शिव कुमार राउत

Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.

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