Depression treatment:डिप्रेस्ड युवाओं के लिए परामर्श और चिकित्सा के लाभ

डिप्रेशन एक मानसिक स्थिति है जिसमें व्यक्ति निराशा और उदासी से घिर जाता है. वह अपने भावों और विचारों को बयां नहीं कर पाता है. यह परेशानी युवाओं में भी देखी जाती है. इससे ठीक होने के लिए डॉक्टर, परिवार और दोस्तों की मदद ली जा सकती है. योगा भी कारगर साबित हो सकता है.

By Jaya Soni | July 17, 2024 9:55 AM

Depression treatment: वर्तमान समय में युवा पीढ़ी में डिप्रेशन एक गंभीर समस्या के रूप में उभर रहा है. इस विकट समस्या से निपटने के लिए काउंसलिंग और थेरेपी की आवश्यकता होती है. डिप्रेशन  एक मानसिक स्थिति है जिसमें व्यक्ति निराशा, उदासी, और हताशा के भावों से गुजरता है. इसका प्रभाव शारीरिक, मानसिक और सामाजिक जीवन पर भी पड़ता है. यह समस्या छात्रों, नौकरी पेशा, और यहां तक कि युवाओं के बीच भी व्यापक रूप से देखी जा रही है.

इस समस्या से निपटने के लिए  काउंसलिंग और थेरेपी के उपाय सहायक हो सकते हैं

1.प्रोफेशनल मदद लेना

मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ जैसे साइकेट्रिस्ट और काउंसलर से मिलना आवश्यक है. ये विशेषज्ञ व्यक्ति की मानसिक  स्थिति का पता लगाकर उनका अच्छे से इलाज करते हैं. थेरेपी, कॉग्निटिव बिहेवियरल थेरेपी (CBT), अवसाद के इलाज में प्रभावी हो सकती है.

2. पारिवारिक और सामाजिक समर्थन

डिप्रेशन से जूझ रहे व्यक्ति के लिए पारिवारिक और मित्रों का समर्थन बहुत ज़रूरी होता है. उनसे बात करना, उनकी समस्याओं को सुनना, और भावनात्मक समर्थन प्रदान करना उनके मानसिक स्वास्थ्य को सुधारने में सहायक हो सकता है.

3. नियमित व्यायाम

शारीरिक व्यायाम मानसिक स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी होता है. नियमित व्यायाम से शरीर में एन्डोर्फिन का स्तर बढ़ता है, जो प्राकृतिक मूड बूस्टर है. योग और ध्यान भी मानसिक शांति और तनाव को कम करने में सहायक हो सकते हैं. डिप्रेशन  के लिए योग और व्यायाम में नियमित वॉकिंग, प्राणायाम, सूर्य नमस्कार, वृक्षासन, बालासन, और शवासन शामिल हैं. ये अभ्यास तनाव कम करते हैं, मन को शांति देते हैं और मूड सुधारते हैं. प्रतिदिन 30 मिनट का व्यायाम फायदेमंद होता है.

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4. स्वस्थ आहार

स्वस्थ आहार मानसिक स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव डालता है. विटामिन, खनिज, और अन्य पोषक तत्वों से भरपूर भोजन मस्तिष्क के कार्य को बेहतर बनाता है. जंक फूड और अत्यधिक शक्कर का सेवन कम करने से भी मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होता है.

5. उचित नींद

पर्याप्त नींद मानसिक स्वास्थ्य के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है. नींद की कमी से डिप्रेशन के लक्षण बढ़ सकते हैं. प्रतिदिन 7-8 घंटे की नींद लेने से मस्तिष्क को आराम मिलता है और मानसिक स्थिति में सुधार होता है.

6. व्यक्तिगत समय

अपने लिए समय निकालना भी आवश्यक है. वह गतिविधियाँ करना जो आपको खुशी और संतुष्टि दें, मानसिक स्वास्थ्य को सुधारने में सहायक हो सकता है. हॉबीज, पेंटिंग, म्यूजिक, या कोई अन्य क्रिएटिव एक्टिविटी मानसिक तनाव को कम कर सकती हैं.

7. नकारात्मक विचारों से निपटना

डिप्रेशन के दौरान नकारात्मक विचारों से निपटना चुनौतीपूर्ण हो सकता है, लेकिन यह महत्वपूर्ण है. सेल्फ-टॉक और सकारात्मक सोच को प्रोत्साहित करने से नकारात्मकता को दूर किया जा सकता है. अपने आप को सकारात्मकता से घेरें और उन चीजों पर ध्यान केंद्रित करें जिनमें आप अच्छा महसूस करते हैं.

8. सामाजिक जुड़ाव

समाजिक रूप से सक्रिय रहना डिप्रेशन को कम करने में मदद करता है. परिवार, मित्रों और समुदाय के साथ समय बिताना, विभिन्न सामाजिक गतिविधियों में भाग लेना और स्वयंसेवा करना सकारात्मक प्रभाव डाल सकता है.

9. तकनीक का सही उपयोग

सोशल मीडिया और इंटरनेट का सही उपयोग भी मानसिक स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है. अत्यधिक उपयोग से बचें और अपनी ऑनलाइन गतिविधियों को नियंत्रित रखें. सकारात्मक और प्रेरणादायक चीज़ों को  ही देखा करें और नकारात्मकता से दूर रहें.

डिप्रेशन का सामना करने के लिए धैर्य और समझ की आवश्यकता होती है. यह एक प्रक्रिया है और इसमें समय लग सकता है. यदि आप या आपका कोई प्रियजन डिप्रेशन से जूझ रहा है, तो ऊपर दिए गए उपायों को अपनाकर स्थिति में सुधार लाया जा सकता है। मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखना उतना ही महत्वपूर्ण है जितना कि शारीरिक स्वास्थ्य का, इसलिए इसे प्राथमिकता दें और जरूरत पड़ने पर डॉक्टर से सहायता लेने में संकोच न करें.

Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.

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