Diabetic Retinopathy: क्या डायबिटीज से भी अंधापन होता है? जानिए डायबिटिक रेटिनोपैथी बीमारी के लक्षण और बचाव

Diabetic Retinopathy: डायबिटीज के मरीजों की आंखों की रोशनी भी जा सकती है. चलिए हम इस आर्टिकल के जरिए जानते हैं कि क्या डायबिटीज के कारण लोगों की रोशनी जा सकती है?

By Shweta Pandey | September 21, 2024 3:03 PM

Diabetic Retinopathy: डायबिटीज एक गंभीर बीमारी है जिसके मरीज आपको दुनियभर में मिल जाएंगे. नौजवान युवक टाइप-2 डायबिटीज के सबसे अधिक शिकार हो रहे हैं. अगर समय पर इस बीमारी पर काबू नहीं पाया जाता है तो यह धीरे-धीरे गंभीर रूप ले लेता है. डायबिटीज हाई होने के कारण लोगों की मौत भी हो जाती है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि शरीर में ब्लड शुगर लेवल बढ़ने से डायबिटीज के मरीज अंधे भी हो सकते हैं. चलिए हम इस लेख के जरिए जानते हैं क्या डायबिटीज के कारण भी लोगों की आंखों की रोशनी चली जाती है?

डायबिटीज से क्या लोग अंधे हो सकते हैं?

डॉक्टर की माने तो डायबिटीज से भी लोग अंधे हो सकते हैं. दरअसल डायबिटीज के मरीजों में डायबिटिक रेटिनोपैथी की बीमारी का खतरा बना रहता है जिसमें आंखों की रोशनी भी जा सकती है. कई बार तो लोग में डायबिटिक रेटिनोपैथी से आंखों की रोशनी तक छीन सकती है. यह बीमारी उन्हीं लोगों में सबसे अधिक होती है जो डाबिटीज पेशेंट हो साथ ही हाई ब्लड प्रेशर से जूझ रहे हैं और धूम्रपान भी करते हो. WHO के अनुसार डायबिटिक रेटिनोपैथी दुनियाभर में अंधेपन की दूसरी सबसे बड़ी वजह बनती जा रही है. जो भी लोग इस बीमारी की चपेट में आते हैं उनकी आंखों की रोशनी जाने की सबसे अधिक चांस होती है.

क्या है डायबिटिक रेटिनोपैथी बीमारी होने का कारण

डायबिटीज एक क्रोनिक बीमारी है, जिसका असर शरीर के कई अंगों पर पड़ सकता है. जिनका ब्लड शुगर का लेवल अधिक होता है उन्हें डायबिटिक रेटिनोपैथी बीमारी होने का चांस सबसे ज्यादा होता है. डायबिटिक रेटिनोपैथी सीधा रेटिना पर अटैक करती है जिससे अंधेपन की शिकायत आ जाती है.

डायबिटिक रेटिनोपैथी बीमारी के लक्षण और बचाव

डायबिटीक रेटिनोपैथी बीमारी का सबसे बड़ा लक्षण है आपको धुंधला या कम दिखाई देने लगेगा साथ ही आपको चक्कर और सिरदर्द की समस्या होने लगेगी. अगर आपको लगता है कि आपकी आंखों से दिखाई देना बंद हो रहा तो कम से कम हर 6 महीने में अपनी आंखों की जांच जरूर कराएं साथ ही अपने ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखें.

Also Read: माहवारी के दिनों में पैड की जगह कपड़ा लेने से होने वाले नुकसान

Next Article

Exit mobile version