नींद आते सपने में गिरने से डर जाते हैं आप ? जानिए क्या हैं ऐसे सपनों के संकेत
Life Style: हम सबने जरूर अनुभव किया है कि सोने के वक्त अचानक चौंक कर नींद टूट जाती है वो डर होता है अचानक ऊंचाई से गिरने का , नाली पार करने में चोट लगने का. कभी - कभी तो सपने में ऑफिस और जरूरी काम छूटना बिलकुल सच लगता है और डर भी लगता है. क्या आपको पता है कि ऐसे सपने बार- बार आने की वजह क्या है ?
Health Care : सपनों की एक अलग दुनिया होती है बंद आंखों से इंसान ना जाने कहां तक पहुंच जाता है. और पल भर में वापस भी लौट आता है. दरअसल सपने विचारों, भावनाओं और अदृश्य विचारों की गहराइयों में छुपी जगह पर हमें ले जाते हैं, जो हमारी आवश्यकताओं, इच्छाओं और दर्दनाक अनुभवों का प्रतीक हो सकते हैं. सपनों की भूमि हमारे जीवन के रहस्यमय और अस्पष्ट पहलुओं को व्यक्त करने के रूप में कार्य कर सकती है, और हमारे जीवन की वास्तविकता से जुड़े हो सकते हैं. बहुत से लोग अपने जीवन में बार-बार सपनों का अनुभव करते हैं, जो अक्सर विशिष्ट विषयों, परिदृश्यों, या यहां तक कि बुरे सपनों के आसपास घूमते हैं. ये सपने आपको हराने वाले भी हो सकते हैं. बार- बार आनेे वाले सपने विशिष्ट विषयों, लोगों और स्थितियों आसपास घूम सकते हैं. जैसे कि किसी के द्वारा पीछा किया जाना, ऊंचाई से गिरना, बस छूट जाना ये कुछ ऐसे सपने हैं जो लोगों द्वारा बार- बार अनुभव किए जाने वाले सपनों के उदाहरण हैं.
बड़ी बात यह है कि हमारे दैनिक जीवन में टेंशन और स्ट्रेस एक ही थीम वाले सपनों को जन्म दे सकती है. पोस्ट-ट्रॉमेटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर ( PTSD (post-traumatic stress disorder) से पीड़ित लोग बार-बार सपनों के माध्यम से अपने आघात को दोबारा महसूस कर सकते हैं. अगर आप भी इन्हीं विषयों से जुड़ी परेशान करने वाले सपनों का अनुभव कर रहे हैं, तो आपको अपने छिपे हुए डर, चिंताओं या दर्दनाक घटनाओं को रिसॉल्व करने का प्रयास करना चाहिए. मनोवैज्ञानिक बताते हैं कि सपने अक्सर प्रतीकवाद (symbolism ) से भरे होते हैं, और आवर्ती सपने कोई अपवाद नहीं हैं, और वे हमारे जीवन के पहलुओं, भावनाओं या अनसुलझे संघर्षों के रूपक के रूप में काम कर सकते है. मनोवैज्ञानिक का कहना है कि इन सपनों में प्रतीकवाद (symbolism )का विश्लेषण हमारी मानसिक और भावनात्मक स्थिति में मूल्यवान अंतर्दृष्टि प्रदान कर सकता है.विशेषज्ञ के अनुसार, ऐसे सपने बार-बार सपने आने के पीछे कई कारण हैं.
अनसुलझे अपराधबोध या पछतावे : कुछ सपने जो बार बार आते हैं वे अक्सर हमारे जीवन में अनसुलझे मुद्दों को दिखाने का काम करते हैं. ये मुद्दे अपनों के साथ संघर्ष से जुड़े हो सकते हैं. इसके अलावा अनसुलझे अपराधबोध या पछतावे तक हो सकते हैं. जैसे कि एक व्यक्ति जो लगातार बड़ी ऊंचाई से गिरने का सपना देखता है, वह विफलता के डर या किसी अनसुलझे मुद्दे से जूझ रहा हो सकता है जो उन्हें ऐसा महसूस कराता है जैसे वे अपने जागते जीवन में गिर रहे हैं.
उच्च स्तर तनाव और चिंता: अगर आप बहुत अधिक टेंशन और चिंता से भरी जिंदगी जी रहे हैं तो बार-बार आने वाले बुरे सपने इसे जाहिर करते हैं. जब हम अपने लाइफ में चल रहे उतार – चढ़ाव को लेकर लगातार चिंतित रहते हैं, तो यह हमारे सपनों में प्रवेश कर सकता है. पीछा किए जाने, गिरने या नियंत्रण खोने जैसे बुरे सपने अक्सर तनाव से जुड़े होते हैं. ये सपने परेशान करने वाले हो सकते हैं और हमारी नींद की गुणवत्ता में बाधा डाल सकते हैं, जिससे हमारी चिंता और बढ़ सकती है.
दुखदायी घटनाओं का अनभुव: कई लोग अपने जीवन में दुर्घटनाओं, दुर्व्यवहार समेत कई दुखदायी घटनाओं का अनभुव किया है उन लोगों को आघात-प्रेरित बार-बार आने वाले दुःस्वप्न से निपटना विशेष रूप से चुनौतीपूर्ण होता है. वे इन अनुभवों को अपने सपनों में फिर से प्राप्त कर सकते है. ये दुःस्वप्न भावनात्मक रूप से तीव्र हो सकते हैं, जिससे जागने के घंटों के दौरान फ्लैशबैक के विचार जेहन में हावी रहते हैं.
Also Read: क्या आपकी Personality दूसरों के लिए बन रही है परेशानी ? जानिए संकेतबार-बार एक ही विचार पैटर्न : बार- बार सपनों में दोहराए जाने वाले विचार पैटर्न अक्सर हमारी दैनिक आदतों या व्यवहारों के कारण ही उत्पन्न होते हैं जिनकी जांच की आवश्यकता होती हैं.उदाहरण के लिए, ट्रेन या बस के लगातार छूटने का सपना देखना छूट जाने या सही जीवन पथ पर न होने के डर का संकेत हो सकता है. ये सपने आत्मनिरीक्षण के लिए उत्प्रेरक के रूप में काम कर सकते हैं.
अधूरी इच्छाएं या अधूरी आकांक्षा : अधूरी इच्छाओं या अधूरी आकांक्षाओं पर केंद्रित सपने हमारी अवचेतन इच्छाओं के बारे में एक मार्मिक अंतर्दृष्टि हो सकते हैं. जैसे कि कोई व्यक्ति जो लगातार उड़ने के बारे में सपने देखता है, वह जागते जीवन में आजादी या मुक्ति की भावना के लिए तरस रहा हो सकता है.
Also Read: अगर रखते हैं इस दिशा में झाड़ू और पोछा तो हो जाएं सावधान, हो सकता है नुक….Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.