क्या फेस मास्क रोक सकता है Coronavirus, जानें कोरोना से जुड़े कुछ झूठ और सच के बारे में

Coronavirus से ग्रस्त मरीज की पुष्टि होने के बाद पटना शहर से सटे जिले से मास्क और सैनिटाइजर की मांग लगातार हो रही है. दुकानदार की मानें तो मास्क 50- 60 रुपये में मिलता था वह अब राजधानी में 200 रुपये तक मिल रहा है.

By SumitKumar Verma | March 6, 2020 12:28 PM
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विश्व स्वास्थ्य संगठन (डबल्यूएचओ) के महानिदेशक टेड्रोस एडहानोम ने भी हाल में ऐसा ही बयान दिया है जिसके मुताबिक वायरस से प्रभावित 81 फीसदी लोगों पर इसका हल्का असर देखा गया है. वहीं 13.8 फीसदी में सांस की समस्या या उन्हें अलग से ऑक्सिजन देने की जरूरत पड़ी है. करीब 4.7 फीसदी मामले ही क्रिटिकल रहे हैं, जो मल्टीपल ऑर्गन फेल्योर या खून के विषाक्त होने वाले आघात के हैं. इनमें से ही 3.4 फीसदी लोगों की मौत हो गई है.

कोविड-19 से प्रभावित लोगों का मरना इस बात पर भी निर्भर करता है कि आपकी उम्र, लिंग (जेंडर) तथा स्वास्थ्य की स्थिति क्या है. रिपोर्ट के अनुसार मरनेवालों में 58 वर्ष से अधिक उम्र वाले, खास कर बुजुर्ग व बीमार तथा हृदय रोग, मधुमेह व उच्च रक्तचाप जैसे रोगी अधिक हैं.

वहीं पुरुषों की तुलना में महिलाओं में मृत्यु दर कम रही है. कुछ वैज्ञानिकों का मत है कि मौत के मामले में कम रिपोर्ट से भी यह आंकड़ा इतना कम दिख रहा है. फिर भी कोरोना से बहुत भयभीत होने की जरूरत नहीं है.

पटना में मास्क और सैनिटाइजर की कमी

बिहार की राजधानी पटना में अधिकतर दुकानों और मेडिकल शॉप पर मास्क और सैनिटाइजर नहीं मिल रहा है. थोक मंडी में सैनिटाइजर कम संख्या में उपलब्ध है. जबकि उत्तम गुणवत्ता के मास्क की मांग ज्यादा और आपूर्ति कम होने की वजह से स्टॉक अब खत्म हो चुका है.

कोरोना वायरस से ग्रस्त मरीज की पुष्टि होने के बाद पटना शहर से सटे जिले से मास्क और सैनिटाइजर की मांग लगातार हो रही है. दुकानदार की मानें तो मास्क 50- 60 रुपये में मिलता था वह अब राजधानी में 200 रुपये तक मिल रहा है.

इन नंबरों पर करें संपर्क : राज्य स्वास्थ्य समिति बिहार के टॉल फ्री नंबर 104 या स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार के टॉल फ्री नंबर 01123978046 पर चौबीसों घंटे संपर्क कर सकते हैं

गर्मी बढ़ने पर खत्म हो जायेगा कोरोना का प्रकोप

वायरस के विशेषज्ञ और पीएमसीएच वायरोलोजी लैब के इंचार्ज डॉ सच्चिदानंद कुमार कहते हैं कि कोरोना का खतरा इतना बड़ा नहीं है जितना बताया जा रहा है. गर्मी बढ़ने पर इसका वायरस अगले कुछ दिनों में खुद मर जायेगा. मास्क की बहुत आवश्यकता नहीं है. मैं खुद पीएमसीएच में सुबह से लेकर शाम तक रहता हूं. यहां हर तरह के मरीज आते हैं लेकिन कभी डर नहीं लगता. जरूरत के मुताबिक सावधानी बरतनी चाहिए लेकिन अनावश्यक डर फैलाया जा रहा है.

सरकार अलर्ट पर है और बचाव के लिए जरूरी उपाय कर भी रही है. वह कहते हैं कि भीड़ वाली जगहों पर जाने से अगले कुछ दिन बचे, जाये तो छींकने वाले लोगों से दूरी बनाकर रहें. हाथ मिलाने से परहेज करें और हाथ साबुन या सेनिटाइजर का यूज करें. इलाज से कोरोना के संक्रमित मरीज भी ठीक हो सकते हैं और इसको लेकर सरकार ने पर्याप्त इंतजाम कर रखें हैं. बिहार में अब तक कोई भी पॉजिटिव केस नहीं आया है.

जानें कोरोना (कोविड-19) वायरस से जुड़े झूठ और सच

Qक्या चीन से आया कोई पत्र या पैकेज लेना सुरक्षित है?

जवाब : हां, क्योंकि कोरोना वायरस किसी चीज पर ज्यादा देर तक जिंदा नहीं रह सकते.

Qक्या पालतू जानवर (कुत्ता-बिल्ली) से इसके फैलने का खतरा है?

जवाब : नहीं. अभी तक इसके कोई प्रमाण नहीं मिले हैं. पर सुरक्षा की दृष्टि से पालतू जानवर के संपर्क में आने पर हाथ धो लेना चाहिए.

Qक्या कोरोना को रोकने या इसका प्रभाव कम करने में कोई वैक्सिन कारगर है?

जवाब : नहीं, अब तक नहीं.

Qक्या एंटीबायोटिक का इस्तेमाल वायरस को रोक सकता है?

जवाब : नहीं

Qक्या कोरोना वायरस लैब में तैयार हुआ है?

जवाब : नहीं. अब तक कोई ऐसा प्रमाण नहीं है, जिससे इसके मैन मेड होने की पुष्टि हो.

Q क्या फेस मास्क वायरस रोक सकता है?

जवाब : नहीं, साधारण और ढीला मास्क लगाना कारगर नहीं है. पूरे फेस पर टाइट पकड़ वाले एन-95 मास्क कारगर है़

(स्रोत : विश्व स्वास्थ्य संगठन)

केंद्र सरकार ने स्कूल प्रबंधन को दी सलाह

– बच्चों की बड़ी गैदरिंग से बचें

– कोई स्टूडेंट या स्टाफ पिछले 28 दिनों के अंदर कोविड-19 से प्रभावित देशों से होकर आया हो, तो उसकी 14 दिनों तक निगरानी हो

– बच्चों और सभी स्टाफ को भी साबुन या अल्कोहल बेस्ड हैंड रब से हाथ धोने को प्रेरित करें. साबुन व पानी की व्यवस्था सुनिश्चित करें

– बच्चों को बताएं कि अपनी अांख, नाक और मुंह न छूएं

– खांसी व बुुखार के साथ सांस लेने में परेशानी के लक्षण दिखने पर करें संपर्क.

– गुरु गोविंद सिंह अस्पताल में बनेगा अाइसोलेशन वार्ड

कोरोना वायरस को लेकर स्वास्थ्य विभाग विशेष सतर्कता बरत रहा है. इसी कड़ी में पटना सिटी के गुरु गोविंद सिंह अस्पताल में 10 बेड का अाइसोलेशन वार्ड बनाया जायेगा. इस वार्ड में अगर भविष्य में कोरोना का कोई मरीज आता है तो उसे रखा जायेगा.

– खगौल रेलवे अस्पताल में बना 10 बेडों का वार्ड

कोरोना वायरस की रोकथाम और संक्रमित यात्रियों का तत्काल उपचार सुनिश्चित हो, इसको लेकर दानापुर रेलमंडल प्रशासन ने खगौल रेलवे अस्पताल में आइसोलेटेड वार्ड बनाया है. इस वार्ड में 10 बेड लगाने के साथ -साथ डिस्पोज्ड मास्क, ग्लब्स व गाउन आदि की व्यवस्था है.

इसका रखें ख्याल

– हाथों को अल्कोहल युक्त हैंड रब या साबुन से धोयें

– अधिक मात्र में तरल पदार्थ और पौष्टिक आहार का सेवन करें

– संदिग्ध लोगों के संपर्क में न आयें

– संदिग्ध से हाथ नहीं मिलायें

– संदिग्ध के गले न मिले

– खांसते-छींकते वक्त मुंह-नाक पर रूमाल रखें

Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.

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