Obesity in India : किस कारण से बढ़ रहा है भारतीयों का पेट, वजह जान रह जाएंगे शाॅक!
Obesity in India : मोटापे की समस्या वैश्विक स्तर पर चिंता का विषय बन चुकी है, जिधर देखो उधर लोग मोटापे से परेशान है और पेट निकले हुए ही दिख रहे हैं.
Obesity in India : मोटापे की समस्या वैश्विक स्तर पर चिंता का विषय बन चुकी है, जिधर देखो उधर लोग मोटापे से परेशान है और पेट निकले हुए ही दिख रहे हैं. मिडल एज लोगों के साथ-साथ युवाओं में भी मोटापे की समस्या आम हो चुकी है. मोटापा आपके जीवन में कई बड़ी बीमारियों का खतरा बन सकता है, इसीलिए वजन घटाने को गंभीरता से ले.
Body Positive : बॉडी पाज़िटिव के नाम पे ना बनें आलसी
बॉडी पॉजिटिव होना एक अच्छी बात है, लेकिन इसके कारण अपनी सेहत का ध्यान ना देना और बीमारियों से घिर जाना कोई समझदारी की बात नहीं है. आधुनिक विचारों का उदाहरण आप स्वस्थ और फिट रहकर भी दे सकते हैं, मोटापे से जूझ रहे व्यक्ति का मजाक उड़ाना गलत बात है, लेकिन किसी के सही सलाह देने और वेट लॉस मोटिवेशन देने या इनकरेज करने पर बुरा मानना, कहीं से भी तर्कसंगत बात नहीं है.
Obesity in India : कम खाने से भी बढ़ता है मोटापा ?
लोगों का स्वाभाविक सा सवाल होता है कि ज्यादा ना खाने पीने के बावजूद भी हर उम्र में मोटापा क्यों बढ़ता जा रहा है? अगर आपके मन में भी यह सवाल कौंध रहा है, तो इस लेख के द्वारा हम आपको इस सवाल का जवाब देंगे. अगर वक्त रहते आपने अपनी गलत आदतों को बदल लिया तो मोटापे जैसी भयंकर समस्या से निपटा जा सकता है.
Obesity in India : WHO की पूर्व वज्ञानिक ने समस्या को लेकर अपना कन्सर्न जाहीर किया
हाल ही में वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाइजेशन की पूर्व मुख्य वैज्ञानिक सौम्या स्वामीनाथन ने भारत में बढ़ते मोटापे के बारे में चिंता को उजागर करते हुए अपना मत रखा है. अपना कन्सर्न जाहिर करते हुए उन्होंने कहा कि अनहेल्दी खानपान और जीरो फिजिकल एक्टिविटी के कारण देश में मोटापे की समस्या भी लगाम हो चुकी है मोटापा अब केवल एक व्यक्तिगत समस्या नहीं है बल्कि यह हाई ब्लड प्रेशर, मधुमेह, और कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का कारण भी बन रही है. भारत में लोगों की बदलती लाइफस्टाइल बदलती खाने-पीने की आदतें और शारीरिक गतिविधियों में कम रुचि रखने और तनाव के कारण या बीमारियां तेजी से बड़ा रूप ले रही हैं.
Obesity in India : कुपोषण से भी बढ़ता है मोटापा
शोध के अनुसार ग्रामीण इलाकों में भी पेट बढ़ने और मोटापा बढ़ने की समस्या बढ़ रही है. कम और मध्यम आय वर्ग के लोगों में भी देखने मिल रहा है. भारत में मोटापे को मापने के लिए पारंपरिक रूप से बॉडी मास इंडेक्स (BMI) यानी बीएमआई का उपयोग किया जाता है लेकिन NFHS-5 में पहली बार महिलाओं और पुरुषों की कमर की परिधि को माप कर पेट के मोटापे का आंकलन शुरू किया है.
शोधकर्ताओं ने मोटापे से जूझ रही महिलाओं को सावधान किया है. ग्रामीण क्षेत्रीय कम आय वाले क्षेत्र में कुपोषण की समस्याएं होती हैं और कुपोषित लोगों में भी मोटापे की समस्या तेजी से बढ़ती नजर आ रही है. यह सामान्य रूप से पोषण की कमी के कारण होता है.
Obesity in India : पुरुषों से ज्यादा महिलाओं में बढ़ता मोटापा
शोध में पता चला है कि पुरुषों की तुलना में महिलाएं अधिक पेट के मोटापे का शिकार होती है तो मैं 12% लोग मोटापे के शिकार है तो महिलाओं में या आंकड़ा 40% तक पहुंच चुका है 30 से 49 वर्ष की महिलाओं में पेट के मोटापे की समस्या सबसे ज्यादा देखने को मिली है. मोटापे का संकट बुजुर्ग और नॉन वेजिटेरियन महिलाओं में सबसे ज्यादा होता है और पेट के आसपास चर्बी इकट्ठी होने की समस्या शहरी इलाकों में ज्यादा सामान्य है और अधिकांश रूप से नगरीय परिवेश में रहने वाले लोगों को मोटापे की समस्या ज्यादा होती है.
डिस्कलेमर : यह लेख केवल आपकि जानकारी के लिए है, स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के लिए चिकित्सक से संपर्क करें.
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Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.