Gular Benefits: गूलर का उपयोग आयुर्वेद में औषधीय के रूप में किया जाता है. इसमें कई सारे ऐसे गुण पाए जाते हैं जो हमारे शरीर के लिए काफी लाभप्रद होते हैं. एक शोध में ही सामने आया कि गूलर में एंटी-पायरेटिक, एंटी-इंफ्लामेटरी, एंटीमाइक्रोबियल, एंटीडायबिटिक आदि जैसे गुण मौजूद होते हैं. आज हम इस लेख के जरिए जानेंगे गूलर के फायदों के बारे में विस्तार से…
पेट दर्द में
अगर किसी को पेट दर्द की समस्या बनी रहती है तो उसे गूलर का फल जरूर खाना चाहिए. आयुर्वेद के अनुसार गूलर का फल खाने से पेट का दर्द और गैस की समस्या से निजात पाया जा सकता है. फिलहाल इसे उपयोग में लाने से पहले किसी आयुर्वेदिक डॉक्टर से परामर्श जरूर लें.
फेफड़ों की समस्या में
जिन लोगं को सांस लेने में दिक्कत होती है, बार-बार खांसी आता है तो उनके लिए गूलर काफी लाभकारी साबित हो सकता है. आप गूलर का सेवन कर इन सभी समस्याओं से निजात पा सकते हैं. हालांकि इसका उपयोग करने से पहले आयुर्वेदिक एक्सपर्ट से परामर्श जरूर लें.
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डायबिटीज में
गूलर का पेड़ ब्लड ग्लूकोज को घटाने में मदद करता है. अगर आप डायबिटीज के मरीज है तो आपको गूलर का सेवन करना शुरू कर देना चाहिए. आयुर्वेद के अनुसार गूलर का इस्तेमाल कर डायबिटीज को कंट्रोल में किया जा सकता है.
बवासीर के लिए
जो लोग बवासीर से परेशान हैं उन्हें गूलर का सेवन करना चाहिए. इसमें मौजूद एंटीइंफ्लामेटरी गुण बवासीर में राहत दिलाने का काम करता है.
अल्सर में
गूलर में शीत गुण पाए जाते हैं जो ह अल्सर जैसी परेशानी में भी लाभ पहुंचाता है. अगर आपको अल्सर की समस्या है तो आपको गूलर का सेवन करना शुरू कर देना चाहिए.
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कंधे के दर्द में
आयुर्वेद के अनुसार गूलर के दूध में केवाच की जड़ के चूर्ण को भिगोकर सुखा लें और केवाच की जड़ के बराबर भाग जिंगनि रस तथा हींग मिला लें. फिर इसे 1-2 बूंद नाक में डालें. इससे कंधे के दर्द में लाभ मिलेगा.
Disclaimer: इस खबर में बताए गए टिप्स, तरीकों की प्रभात खबर पुष्टि नहीं करता है. इसे केवल एक सुझाव की तरह ले सकते हैं. कोई भी उपचार लेने से पहले डॉक्टर्स से संपर्क करें…
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.