Happy Holi 2021, Advantages Of Bhang: होली आते ही भांग के लड्डू, शरबत, मिठाई और अनेको खाद्य पदार्थ बाजार में मिलने शुरू हो जाते है. आपने भी होली के दिन भांग से बनी चीज़े ज़रूर खाई होंगी. आज तक हम सभी यही जानते आये है कि भांग का इस्तेमाल नशे के रूप में किया जाता है. अधिक मात्रा में इसका सेवन आपको कमजोर बना सकती है और लगातार सेवन आपको इसका आदि बना देती है. पर क्या आप जानते है कि आयुर्वेद में भांग को लाभकारी बताया गया है. इसका सेवन आपको दमा, कैंसर और स्ट्रोक जैसी बिमारियों से बचता है. तो आइये जानते है इससे होने वाले कुछ और फायदे…
अगर आप भी बार-बार सिरदर्द की समस्या से परेशान है तो ये खबर आपके लिए है. सिरदर्द की समस्या से राहत पाने में भांग बहुत उपयोगी साबित होता है. 25 ग्राम पिसे हुए भांग को दूध या पानी के साथ सुबह शाम लेने से सिरदर्द में राहत मिलती है और नींद की समस्या भी दूर होती है.
दमा जैसी समस्याओं से निजात पाना बहुत मुश्किल होता ही. ऐसे में इससे राहत पाने के लिए भांग का उपयोग किया जा सकता है. इसके लिए आपको भांग की 125 मिलीग्राम पत्तियों के साथ 2 ग्राम काली मिर्च और 2 ग्राम मिश्री मिलाकर खाने से फायदा मिलेगा. आप चाहें तो भांग को जलाकर उसके धुंए को भी ले सकते हैं. इससे भी दमा की समस्या में राहत महसूस होता है.
भांग की पत्तियां एक्जिमा,मुंहासे जैसे त्वचा संबंधी परेशानियों और संक्रमणों के इलाज के रूप में प्रयोग किया जाता है. भांग के कुछ पत्तों को बारीक पीसकर कट्स, जलन या घाव पर लगाने से तुरंत राहत मिलती है.
कैंसर दुनिया की सबसे खतरनाक बीमारियों में से एक है, क्योंकि अब तक इसका कारगर इलाज नहीं मिल सका है. भांग के उपयोग से कैंसर की कोशिकाओं को नष्ट करने में सफलता मिली है. इसलिए भांग,एचआईवी एड्स की दवाओं के निर्माण में काफी उपयोगी साबित होता है.
अगर होली में भीगने से आपको सर्दी-जुकाम हो गयी है या हल्की बुखार आ गयी है तो चिंता न करे, भांग के पीसे हुए पत्तों में गुड़ मिलाकर इसकी छोटी-छोटी गोलियां बनाकर 1-2 गोली सुबह शाम खाएं ,तुरंत ही सर्दी-जुकाम में राहत मिलेगी.
ब्रिटेन के एक विश्वविद्यालय के शोध में यह पाया गया है कि भांग स्ट्रोक की समस्या को काफी हद तक रोक देती है और मस्तिष्क को इससे होने वाले नुकसान से बचती है. इस प्रकार डॉक्टर के परामर्श से भांग लेने से ये स्ट्रोक होने की सम्भावना को काफी हद तक कम कर देता है.
Posted By: Sumit Kumar Verma