Lemongrass Benefits : एक पौधा और हजार फायदे, कैंसर के अलावा अवसाद और पेट की बीमारियों में भी लेमन ग्रास है लाभदायक
Lemongrass : कहने को यह घास है लेकिन औषधीय गुणों के कारण इसके बहुत से फायदे हैं. लेमन ग्रास के महत्व को देखते हुए आयुर्वेद विभाग की ओर से घागस के नजदीक जंगल जलेडा पर हर्बल गार्डन में इसके पौधे तैयार कराए जा रहे हैं. किसानों को इसकी खेती के लिए प्रोत्साहित किया भी जाएगा.
बिलासपुर(हिमाचल) : कहने को यह घास है लेकिन औषधीय गुणों के कारण इसके बहुत से फायदे हैं. लेमन ग्रास (Lemongrass) के महत्व को देखते हुए आयुर्वेद विभाग की ओर से घागस के नजदीक जंगल जलेडा पर हर्बल गार्डन में इसके पौधे तैयार कराए जा रहे हैं. किसानों को इसकी खेती के लिए प्रोत्साहित किया भी जाएगा.
लेमन ग्रास आम घास जैसा ही दिखता है पर इसकी लंबाई ज्यादा होती है. महक नींबू जैसी होती है. कई बीमारियों एवं संक्रमण से बचाता है. 75 फीसदी सिट्रल के कारण इसकी खुशबू नींबू जैसी होती है. इसको सब्जी या दाल में डालकर खाने से जायका तो बढ़ता ही है, बीमारियों से बचाव भी होता है.
एंटी बैक्टीरियल, एंटी इन्फ्लेमेटरी, एंटी फंगल : औषधीय पादप बोर्ड बिलासपुर के नोडल अधिकारी डॉ. अभिषेक ठाकुर ने बताया कि लेमन ग्रास एंटी बैक्टीरियल, एंटी इन्फ्लेमेटरी, एंटी फंगल गुणों से भरपूर है. इसी कारण यह गठिया, अवसाद में भी लाभकारी है. कोलेस्ट्रॉल कम करता है. पाचन संबंधी परेशानी दूर होती है. वजन घटाने में सहायक है. इम्युनिटी बढ़ाता है. कैंसर की कोशिकाओं को बढ़ने से रोकता है.
प्रयोग आसान, थकान दूर करती है इसकी चाय : लेमन ग्रास का प्रयोग बहुत ही आसान है. इसे घरों में लगा सकते हैं. इसके हरे पत्ते तोड़कर या उन पत्तों को सुखाकर चाय बनाई जा सकती है. हल्की मात्रा में चीनी, अदरक और इलायची डालें तो बेहतरीन हर्बल चाय तैयार होती है. यह मिनटों में थकान दूर कर देती हैं.
खरीदारों की भी कमी नहीं : लेमन ग्रास के पौधे थैयार करा रहे विभाग के अनुसार इसकी पत्तियों से तैयार किया गया सुगंधित द्रव्य बाजार में तीन से चार हजार रुपये प्रति लीटर की दर से बिकता है. इसे उगाने वालों को इससे अच्छी-खासी आमदनी भी होगी. औषधीय गुणों के कारण इसके खरीदारों की कमी हैं. इसलिए उम्मीद है कि जल्द ही लेमन ग्रास की व्यावसायिक तौर पर खेती होते दिखने लगेगी.
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.