Health Care : स्ट्रेस के कारण भी होता है डायरिया, पेट और दिमाग का आखिर क्या है कनेक्शन ?
Health Care : कई बार ऐसा होता है कि आपको कोई बहुत बड़ा काम हाथ में मिला है या आप किसी ऐसे काम के लिए तैयार हो रहे हैं जिसे लेकर आप थोड़ा नर्वस हैं या डरे हुए हैं. ऐसे हालात में क्या आप खुद को बहुत बार बाथरूम जाते हुए भी पाते हैं ?
Health Care : क्या नर्वस फील करने या फिर अधिक तनाव बढ़ने पर आपका पेट सही से साफ नहीं होता. निश्चित रूप से, अत्यधिक चिंता का स्तर कभी-कभी अपच जैसी समस्याओं को जन्म दे सकता है, लेकिन क्या तनाव दस्त का कारण बन सकता है ? गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट बताते हैं कि आपके पेट और आपके मस्तिष्क के बीच एक कनेक्शन है . आंत के माइक्रोबायोम की मस्तिष्क से संचार की अलग-अलग लाइनें होती हैं. सूजन संबंधी साइटोकिन्स, न्यूरोट्रांसमीटर और किनिन जैसे हार्माेन मस्तिष्क और आंत के स्थानीय क्षेत्र, जिसे मायएंटेरिक प्लेक्सस कहा जाता है उनके बीच परस्पर काम करते रहते हैं.
जब आप तनावग्रस्त होते हैं, तो आपका शरीर लड़ाई-या-उड़ान मोड में प्रवेश करने के लिए तैयार हो जाता है ऐसा करने के लिए, यह पाचन के दौरान होने वाली हर चीज़ पर ब्रेक लगाता है. बड़े और छोटे दोनों प्रकार के तनाव आपको इस तरह प्रभावित करने की क्षमता रखते हैं. कभी – कभी तो ऐसा भी लगता है कि आप कोई बहुत बड़ा एग्जाम देने जा रहे हों या फिर कोई प्रेजेंटेशन देने जा रहे हों और आपका पेट कुछ और ही संकेत देता है. जब स्थिति सुलझ जाती है तो तनाव दूर होते पेट की पीड़ा भी दूर हो जाती है. पुरानी चिंता, अवसाद और फ़ोबिया भी आंत से जुड़े मामलों के रूप में सामने आ सकते हैं. तनाव-संबंधी दस्त को प्रबंधित करने के तरीके मौजूद हैं.
तनाव के कारण क्यों होता है दस्त ?
डायरिया की स्थिति जब कहीं जाती है जब कोई इंसान एक दिन में तीन से अधिक बार मल त्याग करता है तो इसे दस्त के रूप में गिना जाता है. जब आप तनाव या डर की मनोस्थिति में आते हैं तो लड़ाई-या-उड़ान प्रतिक्रिया को ट्रिगर करने से आंत संकुचन की आवृत्ति या अनियमितता बढ़ सकती है, जिससे दस्त हो सकता है. इसलिए, आपके पेट को खाली होने में लगने वाला समय कम हो सकता है, जिससे पेट ख़राब हो सकता है, नाराज़गी, अपच, मतली और उल्टी जैसे लक्षण भी उभर सकते हैं.जिन लोगों को पहले से ही पेट की प्रॉब्लम है उनके लिए अतिरिक्त तनाव उनके लक्षणों को बदतर बना सकता है या और बढ़ा सकता है.
Also Read: Health Care : दिल पर कहर ढाता है खराब कोलेस्ट्रॉल, नेचुरली कम करने के जानिए उपायआप तनाव-प्रेरित दस्त को कैसे रोक सकते हैं ?
पेट की परेशानी रोकने के लिए आप कुछ उपाय अपना सकते हैं. सबसे पहले तनाव का प्रबंधन करना चाहिए.
हल्का व्यायाम, पैदल चलना, योग, ध्यान, या कोई अन्य गतिविधि जो आपको पसंद हो, आज़माएं.
कुछ खाद्य पदार्थ और पेय दस्त को बदतर बना सकते हैं, जैसे कॉफी, वसायुक्त या तले हुए खाद्य पदार्थ , मसालेदार भोजन और शराब. अगर आपका पेट खराब है, तो इन्हें कम करने का प्रयास करें.
प्रोबायोटिक्स आजमाएं इससे दस्त जल्दी बंद हो जाएगा.
अपने आहार में फाइबर का सेवन बढ़ाएं. घुलनशील फाइबर पाचन तंत्र में पानी को सोख लेता है, जिससे मल मजबूत हो जाता है और मल त्यागने की गति धीमी हो जाती है.
घुलनशील फाइबर के अच्छे स्रोतों में जई, मटर, बीन्स, सेब, खट्टे फल, गाजर और जौ शामिल हैं.
अगर डायरिया की समस्या एक से दो सप्ताह से अधिक समय तक बना रहता है और यह वास्तव में आपको परेशान कर रहा है, तो आपको डॉक्टर से जांच करानी चाहिए, खून, वजन कम होने या दर्द का कोई भी संकेत आपको जल्द से जल्द डॉक्टर को दिखाने के लिए प्रेरित करता है क्योंकि तनाव के कारण होने वाले दस्त के साथ ये लक्षण नहीं होने चाहिए .
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