Health Care : कभी- कभी हमारा स्वास्थ्य साथ नहीं देता. हम उसे थकान समझकर इम्नोर कर देते हैं लेकिन इसी बीच कई बीमारियां चेतावनी संकेतों को ट्रिगर किए बिना, आपके शरीर में गुप्त रूप से पनप सकते हैं. लक्षण अक्सर तब दिखाई देते हैं जब बीमारी पूरी तरह फैल जाती है जिससे इलाज मुश्किल हो जाता है और जटिलताएं और अधिक बढ़ जाती है ऐसे मेडिकल कंडीशन को साइलेंट किलर कहा जाता है. ये दुनिया भर में हर साल लाखों लोगों की जान ले लेती हैं. इनमें उच्च रक्तचाप, मधुमेह और अग्नाशय कैंसर शामिल हैं .
हाई बीपी : उच्च रक्तचाप से हृदय संबंधी समस्याएं हो सकती हैं, जिनमें हृदय रोग से लेकर स्ट्रोक तक शामिल हैं. उच्च रक्तचाप वाले बहुत से लोग इस बात से अनजान हैं कि उन्हें यह है, क्योंकि यह जरूरी नहीं है कि यह स्थिति आपको अस्वस्थ या बीमार महसूस कराए. यहां कुछ चेतावनी संकेत दिए गए हैं जिन पर ध्यान देना चाहिए.
हाई बीपी का वार्निंग साइन : धुंधली दृष्टि, नाक से खून आना, सांस लेने में तकलीफ, सीने में दर्द, चक्कर आना और सिरदर्द के लक्षण दिखें तो अपने डॉक्टर से स्पष्ट निदान और उपचार प्राप्त करने के लिए अपने बीपी स्तर की जांच करवाएं.
डायबिटीज : मधुमेह दिल के दौरे और कैंसर सहित गंभीर जटिलताओं का कारण बन सकता हैं. कई लोगों को मधुमेह होता है, उन्हें पता ही नहीं चलता क्योंकि शुरुआती लक्षण नोर्मल होते हैंं किसी भी गंभीर जटिलता को रोकने के लिए मधुमेह का समय पर निदान आवश्यक है.
मधुमेह के लक्षण : यदि आपको बहुत अधिक प्यास लग रही है, सामान्य से अधिक बार पेशाब आ रहा है, खासकर रात में, और बहुत थकान महसूस हो रही है, तो अपने डॉक्टर को दिखाना और मधुमेह की जांच करवाना महत्वपूर्ण है. अन्य लक्षणों में वजन कम होना और मांसपेशियों का कम होना, लिंग या योनि के आसपास खुजली, या बार-बार थ्रश आना और धुंधली दृष्टि शामिल हैं.
अग्न्याशय कैंसर: पैंक्रियाटिक कैंसर में सभी सामान्य कैंसरों की तुलना में जीवित रहने की दर सबसे कम है. इसके अलावा, इस प्रकार का कैंसर आमतौर पर प्रारंभिक अवस्था में लक्षण पैदा नहीं करता है. फिर भी, यहां इस कैंसर से जुड़े कुछ संकेत दिए गए हैं जिन्हें आपको कभी भी नजर आने पर नजरअंदाज नहीं करना चाहिए.
संकेतों में शामिल हैं – पीलिया के साथ-साथ खुजली वाली त्वचा, गहरे रंग का पेशाब और सामान्य से अधिक पीला मल. किसी को भूख न लगने या बिना कोशिश किए वजन कम होने का भी अनुभव हो सकता है. थकान महसूस करना या ऊर्जा न होना, उच्च तापमान, या गर्मी या कंपकंपी महसूस होना, बीमार महसूस करना या होना, दस्त या कब्ज, या आपके मल में अन्य परिवर्तन भी ऐसे खतरे के संकेत हैं जिन्हें नज़रअंदाज़ नहीं किया जाना चाहिए.
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