23.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

Health Care : क्या सोने के टाइम मुंह से गिरती है लार ? जानिए रोकने के उपाय

Health Care : कई बार ऐसा भी होता है कि आप सो रहे होते है तो आपका तकिया लार से भींग जाता है. हम सभी कभी-कभार ऐसा करते हैं तो यह नॉर्मल है. लेकिन अगर ऐसा रोज होने लगे तो यह किसी बीमारी या शरीर में होने वाली किसी खराबी का संकेत हो सकती है.

क्यों टपकती है लार ?

Health Care : क्या आप जानते हैं कि हमारी लार क्यों टपकती है? ऐसा इसलिए होता है कि जब हम सो रहे होते हैं तो चेहरे की मांसपेशियां और निगलने की क्रियाएं पूरी तरह से सुस्त हो जाती हैं. सोते समय हमारे मुँह में लार जमा हो जाती है, यह धीरे-धीरे टपकना शुरू कर सकती है क्योंकि चेहरे की मांसपेशियों को आराम मिलने से मुँह थोड़ा खुला रह सकता है इसलिए लार गिरने से हमारे पास का तकिया गीला होता है. अत्यधिक लार आना एक तंत्रिका संबंधी रोग का संकेत हो सकता है या नाक बंद होने का परिणाम हो सकता है इसके अलावा, जिन लोगों को पहले से ही स्ट्रोक जैसी स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं थीं, उनमें बार-बार और बहुत अधिक मात्रा में लार टपकने की प्रवृत्ति होती है.

Also Read: Health Care : दिल का ख्याल रखते हैं ये फूड, अच्छी लाइफस्टाइल के साथ बदलिए डाइट

लार टपकना रोकने के उपाय : साइनस साफ़ करना

आपके मुंह से लार गिरने का एक मुख्य कारण बंद नाक है जिसके कारण व्यक्ति को मुंह से सांस लेनी पड़ती है और लार गिरने की समस्या हो सकती है. इसके लिए कुछ उपाय अपना सकते हैं जैसे गर्म स्नान से नाक साफ हो जाएगी और रात में सामान्य सांस लेने में मदद मिलेगी. नीलगिरी युक्त तेल, आपको अधिक स्वतंत्र रूप से सांस लेने में मदद करने के साथ आपको बेहतर नींद दिलाने में भी मदद करेंगे. विक्स वेपोरब जैसे साइनस को साफ करने में मदद करने वाले उत्पादों का उपयोग करने से नाक बंद हो जाएगी और बेहतर वायु प्रवाह की अनुमति मिलेगी. यह भी देखना जरूरी है कि नाक में कोई इंफेक्शन तो नहीं ? कोई भी संक्रमण दिखाई देने पर आप उसका उपचार करें.

अपने सोने का स्टाइल बदलें

अपने सोने के तरीके में बदलाव करने से लार गिरने की समस्या से निजात मिल सकती है. पीठ के बल सोना एक ऐसी मुद्रा है जहां आपके शरीर द्वारा उत्पादित सारी लार आपके मुंह में रहती है और बाहर नहीं निकलती है. जबकि अगर आप करवट लेकर या पेट के बल सोते हैं, तो जमा हुई लार आपके मुंह से निकलकर तकिये पर गिर सकती है.यदि आपको लगता है कि पूरी रात एक ही स्थिति में रहना बहुत मुश्किल है, तो अपने शरीर को स्थिर करने के लिए खुद को उसी स्थिति में रखने का प्रयास करें.

स्लीप एपनिया की जांच

स्लीप एपनिया में व्यक्ति की सांस उतनी सुचारू रूप से नहीं चलती जितनी चलनी चाहिए जिसके कारण नींद में लगातार बाधा आती है, रात में जागना होता है, सुबह थकान महसूस होती है और पूरे दिन उनींदापन महसूस होता है. लार आना और खर्राटे लेना स्लीप एपनिया होने के लक्षण होते हैं. ऐसी समस्या होने पर डॉक्टर से संपर्क करें. स्मोकिंग से यह विकार बढ़ सकता है.

Also Read: HEALTH STUDY: वैज्ञानिकों ने बड़ी आंत कैंसर के नए जीन्स का पता लगाया, बीमारी की रोकथाम और उपचार में मिलेगी मदद

बढ़ा हुआ वजन कम करें

आपके शरीर का बढ़ा हुआ वजन भी आपकी नींद में खलल डालता है. अतिरिक्त वजन आपकी नींद की प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. एक शोध में पता चला है कि स्लीप एपनिया से पीड़ित लोगों में ज्यादा लोग अधिक वजन वाले होते हैं.

विशेष उपकरणों का प्रयोग

लार गिरने की समस्या से राहत पाने के लिए डॉक्टर से परामर्श करने से आपको अपने मुंह के लिए सही उपकरण प्राप्त करने में मदद मिल सकती है जो लार को कम करने में मदद करेगा. ये अलग-अलग दंत चिकित्सा उपकरण हो सकते हैं जो बेहतर मुंह बंद करने या निगलने में मदद करते हैं और इसलिए, आपको बेहतर नींद दिलाने में सहायता करते हैं सही

सही दवा लें रहे यह सुनिश्चित करें

सही दवा लें रहे यह सुनिश्चित करें यह भी चेक करें कि अगर आप कोई दवा ले रहे हैं, तो सुनिश्चित करें कि इससे अतिरिक्त लार का उत्पादन न हो. कुछ एंटीबायोटिक्स हाइपरसैलिवेशन का कारण बन सकते हैं.

सोने के समय अपना सिर ऊपर रखें

सोने के समय अपना सिर ऊपर रखें लार गिरने की समस्या होने पर सोते समय अपना सिर ऊँचे तकिए पर रखने से लार का गिरना कम हो सकता है इसलिए बिस्तर पर जाने से पहले अपना तकिया ऊंचा करना याद रखें और सुनिश्चित करें कि आप उस पर लेटने में सहज महसूस करें.

Also Read: Lifestyle : जूते खरीदने से पहले इन बातों का रखिए ख्याल, नहीं होगी पैरों को परेशानी

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें