इस मौसम में प्रदूषण से बढ़ सकती है स्वास्थ्य समस्याएं, इन आसान उपायों से करें बचाव
आमतौर पर अपने देश में प्रदूषण तो पूरे साल रहता है, लेकिन सर्दियों में अन्य मौसमों के मुकाबले प्रदूषण का स्तर काफी बढ़ जाता है. बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए इन बातों का ध्यान रखना सभी के लिए जरूरी है.
Pollution, Health Tips: दिल्ली समेत देश के कई राज्यों में प्रदूषण की समस्या गहरा गई है. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में तो प्रदूषण की समस्या इतनी बढ़ गई है कि स्कूलों को भी बंद करना पड़ा है. कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम दे दिया गया है. भारी प्रदूषण के कारण दिल्ली में सांस लेना भी मुश्किल हो गया है.
सर्दियों में बढ़ जाता है प्रदूषण का स्तर: आमतौर पर अपने देश में प्रदूषण तो पूरे साल रहता है, लेकिन सर्दियों में अन्य मौसमों के मुकाबले प्रदूषण का स्तर काफी बढ़ जाता है. दरअसल, सर्दियों में हवा की गति बहुत कम हो जाती है. इस वजह से प्रदूषक जल्दी बह कर आगे नहीं जाते. यही स्मॉग बनने की भी प्रमुख वजह भी होती है.
प्रदूषण के कारण होती हैं कई बिमारियां: सुबह के समय सूरज निकलने से पहले आपको अपने चारों तरफ जो स्मॉग नजर आता है, वह सुबह की धुंध या कोहरे में मिला हुआ धुआं ही होता है. इसमें जहरीली गैसों के बारीक कण मौजूद होते हैं. इनकी वजह से हृदय रोग, लंग कैंसर, सीओपीडी जैसी बीमारियां हो सकती हैं. यही कारण है कि इनसे बचाव जरूरी है.
इन बातों का रखें ध्यान
सर्दियों के मौसम में सुबह धूप निकलने से पहले और शाम में सूर्यास्त हो जाने के बाद टहलने से बचें. इस समय एकदम सुबह की सैर करना सेहत के लिए हानिकारक साबित हो सकती है.
घर से कहीं बाहर निकलते समय अच्छी तरह से मास्क जरूर लगाएं. ध्यान रखें कि आपकी नाक व मुंह ढंके हों. मास्क आपको धूल व छोटे कणों वाले प्रदूषण से तो बचायेंगे ही, साथ में आप कोविड-19 से भी बचे रहेंगे.
घर के दरवाजे और खिड़कियों में पर्दे जरूर लगा कर रखें और नियमित रूप से उनकी सफाई करते रहें. आप घर में इंडोर प्लांट लगा कर रख सकते हैं, जिनसे हवा भी शुद्ध होती है और ग्रीनरी भी बनी रहती है.
रसोईघर में खाना बनाते समय खिड़कियां खुली रखें व एग्जॉस्ट फैन का उपयोग करें. अगर आप सर्दियों में कमरे को गरम रखने के लिए लकड़ी जलाते हैं, तो इस आदत को भी छोड़ देना चाहिए.
घर में यदि कोई बीमार या प्रेग्नेंट हो तो मच्छर को भगाने के लिए मॉस्किटो रेपलेंट का इस्तेमाल न करें, इससे सांस लेने वाली हवा प्रदूषित होती है. साथ ही अगरबत्ती के इस्तेमाल से भी बचें.
Posted by: Pritish Sahay
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.