Health Tips: युवावस्था से ही अपनाएं स्वस्थ जीवनशैली, जीवनभर रहें बीमारियां से दूर

Health Tips: आज के भागदौड़ भरी जीवनशैली व अस्वस्थ खान-पान और सेहत के प्रति लापरवाही की वजह से आजकल 25-30 वर्षीय युवाओं में भी बीमारियां दिखने लगी हैं. जरूरत है कि युवावस्था से ही ‘हेल्थ फर्स्ट’ के फॉर्मूले को अपना लिया जाये, ताकि जीवनभर बीमारियां आप से कोसों दूर रहें.

By Prabhat Khabar News Desk | January 11, 2023 2:43 PM

Health Tips: युवाओं में सेहत के प्रति लापरवाही कई तरीकों से सामने आती है. तकनीक पर बढ़ती निर्भरता की वजह से युवाओं का लंबे समय तक स्मार्टफोन व कंप्यूटर के सामने बैठना आजकल आम बात हो गयी है. इससे कमर के साथ-साथ आंखों की सेहत पर भी बुरा असर पड़ता है. सोशल मीडिया युवाओं की मानसिक सेहत पर नकारात्मक असर डाल रहा है. बीते कुछ वर्षों से युवाओं में बढ़ती दिल की बीमारी भी चौंका रही है. विशेषज्ञों का मानना है कि इन सभी समस्याओं से बचना युवाओं के अपने हाथ में है. जीवनशैली में कुछ सकारात्मक बदलाव लाकर सेहतमंद जीवन का आनंद लिया जा सकता है.

पैदल चलना बहुत जरूरी

विशेषज्ञों का मानना है कि जो लोग हर दिन 80 मिनट से ज्यादा पैदल चलते हैं, उनमें जीवनशैली से जुड़ी बीमारियों का खतरा काफी कम हो जाता है. क्योंकि पैदल चलने की वजह से कैलोरीज बर्न होती हैं और शरीर से बैड कॉलेस्ट्रॉल कम होते हैं. जब आपकी हर दिन पैदल चलने की आदत बन जाती है, तो बॉडी के भीतर एंडोर्फिन नाम के हैप्पी हॉर्मोन का भी रिसाव होता है. इससे आप अच्छा महसूस करते हैं. द लैंसेट में प्रकाशित एक स्टडी के अनुसार, हर दिन दो हजार से ज्यादा कदम चलने वाले लोगों को हार्ट अटैक का खतरा, ऐसा नहीं करने वालों की तुलना में 10 प्रतिशत कम होता है. पैदल चलने की आदत के लिए काम या पढ़ाई के दौरान एक ब्रेक लेकर थोड़ा बाहर घूम लें. सुबह के समय हर दिन जरूर टहलें.

हर दिन लें संतुलित आहार

फास्ट फूड व पैकेज्ड फूड आज के युवाओं का पसंदीदा आहार बन चुका है, लेकिन इसके लगातार सेवन के कारण कोलेस्ट्रॉल की समस्या कम उम्र के लोगों में ही देखने को मिल रही है. इस तरह के आहार जीवनशैली से जुड़ी बीमारियों को आमंत्रित करते हैं. इनसे दूर रहने के लिए स्वस्थ आहार का सेवन करना बहुत जरूरी है, जिसमें विटामिन और प्रोटीन की भरपूर मात्रा होनी चाहिए. सुबह का नाश्ता बहुत जरूरी होता है. अच्छा और पौष्टिक नाश्ता करें. आप दिन भर में कितना भी व्यस्त रहते हों, समय पर भोजन अवश्य करें. आपके खाने की थाली में बड़ा हिस्सा सलाद का हो. एक बार में भरपेट खाने की जगह खाने को छोटे-छोटे टुकड़ों में बांट कर खाना खाएं.

योग को बनाएं आप अपनी दिनचर्या का हिस्सा

योग व प्राणायाम सिर्फ बीमारी से बचने या स्वस्थ रहने के लिए ही जरूरी नहीं है, यह जीवन जीने की एक कला है. इस बात को दुनियाभर ने स्वीकार किया है. विशेषज्ञों का मानना है कि सेहतमंद रहने के लिए आहार, व्यवहार और विचार का संतुलित होना बेहद जरूरी है और यह सिर्फ योग की मदद से ही किया जा सकता है. कई बार युवाओं को लगता है कि योग व प्राणायाम तो बुजुर्गों के लिए है, जबकि यह गलत धारणा है. अगर युवावस्था में ही योग को जीवन में शामिल कर लिया जाये तो दिल की बीमारी, डायबिटीज और मानसिक परेशानियों से बच कर रहा जा सकता है. युवावस्था में हॉर्मोनल असंतुलन के कारण भी शरीर को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है. योग की मदद से इस असंतुलन को काफी हद तक कम किया जा सकता है. नियमित योग से अनचाहे आने वाले नकारात्मक विचार को रोका जा सकता है. योग से तन और मन में सकारात्मक उर्जा का प्रवाह होता है. किसी योग प्रशिक्षक की मदद से आप योग-प्राणायाम की शुरुआत कर सकते हैं.

सोशल मीडिया की लत से बच कर रहें

कई शोधों में यह सामने आ चुका है कि युवाओं में सोशल मीडिया डिपेंडेंस बहुत ज्यादा बढ़ गयी है. जिस तरह शराब की लत से पीड़ित व्यक्ति उसके बिना नहीं रह पाता, उसी तरह इस लत के शिकार युवा सोशल मीडिया पर बहुत ज्यादा डिपेंडेंट हो जाते हैं. लड़के जहां ज्यादा-से-ज्यादा दूसरों का ध्यान खींचने वाले फोटो या मैसेज शेयर करने में बिजी रहते हैं, वहीं लड़कियां सेल्फी लेकर खुद को किसी सेलेब्रिटी से कंपेयर करने में लगी रहती हैं. विशेषज्ञों के अनुसार, सोशल मीडिया पर एक-दूसरे के जीवन से तुलना करने की इस आदत से आपको अपनी ही जिंदगी में कमी लगने लगती है. इससे धीरे-धीरे डिप्रेशन हावी होने लगता है. यानी सोशल मीडिया की लत सिर्फ शेयर करने वाले के लिए ही नहीं, बल्कि देखने वाले के लिए भी नुकसानदेह हो सकता है.

साइकिल को बना लें अपनी सेहत का साथी

आमतौर युवाओं में मोटरसाइकिल को लेकर बड़ा क्रेज देखा जाता है, लेकिन यदि छोटी दूरी जैसे कॉलेज-कोचिंग तक जाने, ऑफिस तक जाने के लिए साइकिल का इस्तेमाल किया जाये, तो आप ज्यादा स्वस्थ रह सकते हैं. दरअसल, नियमित रूप से साइकिल चलाने से शरीर में रक्त संचार सही रहता है. एक तो इसकी वजह से भरपूर एक्सरसाइज हो जाती है. दूसरा, प्रदूषण भी नहीं फैलता है. यूरोप के कई देशों में अरबपति इंसान भी साइकिल से ऑफिस जाना पसंद करते हैं, लेकिन अपने देश में लोग नजदीकी बाजार से सब्जी लाने के लिए भी कार या बाइक का उपयोग करते हैं. युवाओं को यह आदत बदलने की जरूरत है. विशेषज्ञों के अनुसार, इससे शरीर की मांसपेशियों को मजबूती मिलती है.

Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.

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