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Health Tips: मानसिक स्वास्थ्य के लिए खुश रहना है जरूरी, ऐसे कम करें तनाव

यूंतो हर कोई खुश रहने की कोशिश करता है, लेकिन जिंदगी की आपाधापी में न चाहते हुए भी तनाव का सामना करना पड़ता है. यह तनाव पारिवारिक व सामाजिक सरोकारों की वजह से ही नहीं, छोटी-छोटी बातों को लेकर भी हो सकता है.

By Prabhat Khabar News Desk | January 20, 2021 11:05 AM

यूंतो हर कोई खुश रहने की कोशिश करता है, लेकिन जिंदगी की आपाधापी में न चाहते हुए भी तनाव का सामना करना पड़ता है. यह तनाव पारिवारिक व सामाजिक सरोकारों की वजह से ही नहीं, छोटी-छोटी बातों को लेकर भी हो सकता है. इससे नकारात्मक विचार जन्म लेते हैं और हम खुश रहना भूलने लगते हैं. इसके परिणामस्वरूप डिप्रेशन, एंग्जाइटी जैसी मानसिक बीमारियों की आशंका बढ़ जाती है.

दरअसल, तनावमुक्त या खुश रहना इतना भी मुश्किल नहीं है. विशेषज्ञों के मुताबिक, मूड को रिफ्रेश करने में शरीर में मौजूद हैप्पी हॉर्मोन (डोपामाइन, सेरोटोनिन, ऑक्सीटोसिन, प्रोजेस्टेरॉन और एस्ट्रोजन) अहम भूमिका निभाते हैं. ये सकारात्मक सोच और रवैया अपनाने के कारण ब्रेन से रिलीज होते हैं. ये हॉर्मोन शरीर में ऊर्जा का संचार करने के साथ-साथ मूड बूस्टर का काम करते हैं. मौजूदा समय में मानसिक स्वास्थ्य को सही बनाये रखने के लिए हमें खुश रहने की आदत डालनी होगी. इसके लिए हमें सही दिनचर्या के साथ खुश होने के छोटे-छोटे बहाने ढूढ़ने होंगे.

काम को करें मैनेज : प्राथमिकता के हिसाब से अपने कामों को पूरा करें. दिन भर के कार्यों की सूची बना लें और प्राथमिकता के हिसाब से अपने काम निबटाएं. ज्यादा समय लगने वाले कार्य वीकेंड में करें. इस प्रकार प्लानिंग के हिसाब से सभी काम पूरे होते चले जायेंगे. इसका परिणाम यह होगा कि आप तनावमुक्त रहेंगे.

प्रकृति के सान्निध्य में जाएं : जब भी मन अशांत हो, तो सबसे अच्छा तरीका है कि वाक पर निकल जाएं. प्रकृति के बीच कुछ समय बिताएं. पार्क में या घर के बागीचे में सुबह व शाम 10-15 मिनट टहलें. प्रकृति के सान्निध्य में रहने से तनावमुक्त और रिलेक्स महसूस करेंगे. अगर आप बाहर न जा पाएं, तो नेट सर्फिंग कर प्राकृतिक दृश्यों का आनंद लें.

खुद को अभिव्यक्त करें : मस्तिष्क में न जाने कितनी बातें, नकारात्मक विचार बैठे रहते हैं, जिन्हें बाहर निकालें. इसके लिए क्रिएटिव राइटिंग की आदत विकसित करें. इससे आप कुछ नया सोचेंगे और पुराने नकारात्मक विचारों को तरजीह नहीं देंगे. स्लीप डायरी मेंटेन करें, जिसमें आपके दिमाग में जो विचार बार-बार आ रहे हैं, उन्हें रात को सोते समय लिखना शुरू करें. एक क्रम में लिखें कि आप क्या सोच रहे हैं. इस सोच का क्या तर्क है और समाधान क्या है. इससे पुनर्विचार करने, आत्मनिरीक्षण करने और तनावपूर्ण स्थिति से बचने का मौका मिलेगा.

कुछ मन की करें : अपने पसंदीदा काम करने या हॉबीज को प्राथमिकता दें. म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट बजाना, क्रिएटिव राइटिंग, पढ़ना, पेंटिंग करना, बागवानी करना, पॉट पेंटिंग करना, फैशन डिजाइनिंग, कुकिंग आदि चीजों में अपना मन लगाएं.

मनपसंद म्यूजिक सुनें और डांस करें : मनपसंद म्यूजिक सुनने से तनाव से उबरने में काफी मदद मिलती है. ये एक्टिविटीज दिमाग पर तुरंत असर करती हैं. इससे स्ट्रेस लेवल भी कम होता है.

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Posted by: Pritish Sahay

Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.

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