Nutritions Foods For Women: महिलाओं को कामयाब होने के लिए सिर्फ योग्यता और कार्यक्षमता ही नहीं, बल्कि शारीरिक व मानसिक रूप से स्वस्थ होने की भी जरूरत है, लेकिन पारिवारिक व अन्य जिम्मेदारियों को निभाते हुए महिलाएं अक्सर अपना ही ध्यान रखना भूल जाती हैं. जरूरी है कि महिलाएं अपनी सेहत के प्रति एक कदम आगे रहें. इस संदर्भ में डॉक्टर्स से प्रभात खबर की खास बातचीत.
घर व बाहर की जिम्मेदारियां निभाती महिलाएं अक्सर अपने खान-पान के प्रति लापरवाह हो जाती हैं. टाइम की कमी के चलते हेल्दी डायट तो दूर, मील ही स्किप कर जाती हैं. इसका असर सेहत पर भी पड़ता है. लंबे समय में डायबिटीज, ऑस्टियोपोरिसिस, मोटापा, एनीमिया, कुपोषण, कोलेस्ट्रॉल, ब्लड प्रेशर, हाइपरटेंशन, हृदय रोग जैसी बीमारियों का सामना भी करना पड़ सकता है.
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अपनी डायट प्लान कर लें. हेल्दी डायट लेने के लिए प्लेट को 4 हिस्से में बांटें. एक चौथाई हिस्से में कार्बोहाइड्रेट से भरपूर अनाज, दूसरे में मौसमी सब्जियां, तीसरे में प्रोटीन फूड और चौथे हिस्से में बारहमासी सलाद के तौर पर खायी जाने वाली सब्जियां, मौसमी फल और दूध से बनी चीजें होनी चाहिए.
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बेड टी की जगह ग्रीन टी, हर्बल टी या नीबू पानी पीएं. इनमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स टॉक्सिन निकालने में मदद करते हैं और शरीर को ऊर्जा प्रदान करते हैं.
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दिन में तीन बार ठूंस कर खाना खाने की जगह नियत अंतराल में 5 से 6 मिनी मील यानी मुख्य आहार के बीच में ब्रंच भी लें. किसी भी सूरत में ब्रेकफास्ट स्किप नहीं करें, ताकि दिन भर एनर्जेटिक रहें. संभव हो तो उठने के बाद दो से ढाई घंटे के अंदर ब्रेकफास्ट और डिनर 9 बजे या सोने से 3 घंटे पहले कर लें.
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वर्किंग वुमेन लंच और ब्रंच में मौसमी फल घर से जरूर लेकर जाएं. ये पौष्टिकता और हाइजीन के पैमाने पर खरे होने के साथ स्वास्थ्य के लिए लाभकारी हैं. जंक फूड से परहेज करें. इनसे कोलेस्ट्रॉल बढ़ने की आशंका रहती है, जिससे हृदय रोग जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा रहता है.
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आहार में रिफाइंड मैदा, चीनी, रिफाइंड ऑयल का इस्तेमाल कम-से-कम करें. इनसे शरीर में विषैले पदार्थ बनते हैं, जिनसे पाचन शक्ति ठीक नहीं रहती और कई बीमारियां घेर लेती हैं. रिफाइंड चीनी की जगह शक्कर और गर्मियों में खांड इस्तेमाल बेहतर है. रिफाइंड ऑयल की जगह सरसों या नारियल का तेल इस्तेमाल करना सेहत के लिए फायदेमंद है.
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हरी पत्तेदार सब्जियों, चुकुंदर, सालमन मछली, अंडे, फोर्टिफाइड दूध, खमीर वाले खाद्य पदार्थं विटामिन बी 12 के अच्छे स्रोत हैं. फोलिक एसिड के लिए आहार में बीन्स, गोभी, हरी सब्जियां व खट्टे फल जैसी चीजें शामिल करें.
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मेनोपॉज के बाद आस्टियोपोरोसिस की समस्या से बचने के लिए कैल्शियम रिच डायट लें. पूरे दिन में कम-से-कम आधा लीटर दूध या दही लें. डायट में राजमा, मटर, काले चने, मशरूम, सी-फूड, अंडे अधिक शामिल करें.
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शरीर को हाइड्रेट व फ्रेश रखने के लिए रोजाना 8 से 10 गिलास पानी पीएं. गर्मियों में जूस, कम चीनी वाले शेक व सर्दियों में सूप ले सकती हैं.
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मोटापा कई बीमारियों की जड़ और इंफर्टिलिटी का कारण भी है. इससे बचने के लिए लो-कार्ब डायट की जगह स्लो-कार्ब डायट लें. यानी फाइबर रिच डायट लें, जिससे शरीर डिटाक्सीफाइ हो. साबूत अनाज, साबूत दालें, फल-सब्जियां, ड्राइ फ्रूट फाइबर के अच्छे स्रोत हैं.
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पीरियड्स के कारण महिलाओं के शरीर में अक्सर खून की कमी हो जाती है. डायट में आयरन, विटामिन बी 9 फोलेट, बी 12 साइबोग्लेबिन, विटामिन सी और प्रोटीन से भरपूर खाद्य पदार्थों का नियमित सेवन करें. आयरन के लिए केला, सेब, अनार, कीवी, आंवला जैसी चीजें लें.
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.