ठंड के मौसम में इम्यून सिस्टम की मजबूती जरूरी होती है पर न्यू बॉर्न बेबी में इम्यून सिस्टम अच्छी तरह से विकसित नहीं होता. ऐसे में बीमारियों से इन्फेक्टेड होने की आशंका काफी ज्यादा रहती है. इसलिए उनकी स्पेशल केयर करके ही उसकी खिलखिलाहट को बरकरार रख सकते हैं, जानें 10 टिप्स.
न्यू बॉर्न बेबी के रूम को पूरी तरह सैनिटाइज्ड रखना चाहिए. इसके लिए आम सैनिटाइजर का प्रयोग बिल्कुल न करें. विशेषज्ञों के द्वारा सुझाए गए उपायों को अपनाएं. उनके कमरे को पूरी तरह से जर्म्स फ्री रखना जरूरी है.
ठंड के मौसम में धूप सबके लिए जरूरी होती है. नवजात शिशु को भी प्रतिदिन कुछ देर के लिए धूप की गर्माहट जरूर दें. पर यह ख्याल रखें कि उसे ऐसी जगह न रखें जहां ठंडी हवा चल रही हो. धूप उसके शरीर को गर्मी देती है और साथ ही साथ जर्म्स को भी खत्म करती है.
न्यू बोर्न बेबी की ठंड के मौसम में भी मालिश जरूरी है, पर तेल ठंडा नहीं होना चाहिए. उसे गुनगुना गर्म कर सही तरीके से मालिश करें. इससे उसकी मांसपेशी ताकतवर होती है और रक्त परिसंचरण तंत्र भी सही तरीके से काम करता है. स्किन को जरूरी न्यूट्रिशंस भी इससे मिलते हैं.
ध्यान रखें कि बच्चों को गर्म कपड़े ऐसे पहनाएं जो हल्के और पतले हों, किंतु उसके शरीर को अच्छे तरीके से गर्म रख सकें. मोटे स्वेटर या भारी कपड़े न पहनाएं. उसके कानों को जरूर ढक कर रखें.
सर्दी के मौसम में न्यू बोर्न बेबी को प्रतिदिन नहलाना कतई जरूरी नहीं है. गुनगुने पानी से एक दिन बीच लगाकर उसे नहलाया जा सकता है. किंतु ऐसा खुले में नहीं करें. और नहलाने के बाद तत्काल मुलायम कपड़े में लपेटें.
नवजात शिशु को लेकर घर से बाहर तभी निकलें जब बहुत जरूरी हो. किंतु उसे गर्म कपड़ों से अच्छी तरह ढककर ही बाहर निकलें. ध्यान रखें कि हाथ -पैर और सिर ढका रहे. उसे उनी शॉल या हल्के कंबल से ढक कर ही कहीं ले जाएं.
बच्चे के कपड़े नियमित समय से बदलें. ऐसा दिन में दो बार कर सकते हैं. इससे बच्चों के इनफेक्टेड होने का खतरा कम होता है. साथ ही कपड़े बदलते वक्त डायरेक्ट एक्स्पोज़र से बचाएं. डायपर चेक करते रहें.
कंगारू मदर केयर मेथड आपके शिशु को ठंड से बचने का सर्वोत्तम कारगर उपाय है. उसे अपने शरीर की गर्माहट लगातार देते रहे. उसे बीमार लोगों के संपर्क में कतई न आने दें. सीजनल ठंड से बचाना बेहद जरूरी है.
Also Read: Beauty Tips: सर्दियों में स्किन व बालों के लिए बेस्ट हैं ये तेल, एक बार जरूर आजमाएं, मिलेगा अच्छा नतीजाठंड कितनी भी हो बच्चे तो बहुत हेवी कंबल से ना ढ़के. इससे बच्चा असहज होने के साथ-साथ एक्टिव भी नहीं होगा. उसे ढ़क कर रखें लेकिन ध्यान रहे हैविनेस ना हो.
Also Read: अंजीर हो या मुन्नका सदाबहार हैं ये सूखे जायके, स्वाद के साथ भरी है सेहतDisclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.