Monsoon Tips : दाद, खाज खुजली से लेकर मानसून में होने वाली इन फंगल इंफेक्शन को ऐसे करें दूर
Health news, Monsoon Tips, fungal infections, itching problem, skincare tips : कई लोगों के लिए मानसून, गर्मी से राहत दिलाने का मौसम है. लेकिन, कुछ लोग यह मौसम बीमारियों और फंगल संक्रमणों को बढ़ावा देने वाला भी है. दरअसल, इस मौसम में फंगल बैक्टीरिया से नाखून का संक्रमण, बदबूदार पैर, त्वचा से संबंधित विभिन्न समस्याएं बढ़ जाती हैं. विशेषज्ञों की मानें तो फंगल संक्रमण का तुरंत उपचार किया जाना चाहिए, नहीं तो यह कई गंभीर रोगों का कारण बन सकता है. यदि आप भी ऐसे ही किसी समस्याओं से ग्रसित हैं तो जानिए इस बारे में क्या कहते हैं हेल्थ एक्सपर्ट...
Health news, Monsoon Tips, fungal infections, itching problem, skincare tips : कई लोगों के लिए मानसून, गर्मी से राहत दिलाने का मौसम है. लेकिन, कुछ लोग यह मौसम बीमारियों और फंगल संक्रमणों को बढ़ावा देने वाला भी है. दरअसल, इस मौसम में फंगल बैक्टीरिया से नाखून का संक्रमण, बदबूदार पैर, त्वचा से संबंधित विभिन्न समस्याएं बढ़ जाती हैं. विशेषज्ञों की मानें तो फंगल संक्रमण का तुरंत उपचार किया जाना चाहिए, नहीं तो यह कई गंभीर रोगों का कारण बन सकता है. यदि आप भी ऐसे ही किसी समस्याओं से ग्रसित हैं तो जानिए इस बारे में क्या कहते हैं हेल्थ एक्सपर्ट…
अंग्रेजी वेबसाइट द इंडियन एक्सप्रेस में छपी रिपोर्ट के मुताबिक त्वचा रोग विशेषज्ञ, डॉ. गीतिका मित्तल गुप्ता इस बारे में कुछ उपयोगी टिप्स शेयर की हैं.
तो आइये जानते हैं मानसून में होने वाले कुछ फंगल संक्रमण और इसके उपचार के बारे में..
दाद
दाद सबसे आम प्रकार का संक्रमण है. यह शरीर में कहीं भी हो सकता है जो एक अंगूठी के आकार में दिखाई देता है. आमतौर पर यह गर्दन, पैर, कांख के नीचे जैसे हिस्सों को प्रभावित करता है.
कैसे होता है : यह संक्रमण फफूंद या फंगल से दूषित सतहों को छूने से हो सकता है.
क्या है उपाय
– हर दिन अपने पैरों को साबुन और पानी से धोएं,
– उन्हें अच्छी तरह से सुखाएं,
– पंजों के बीच वाले हिस्से को भी ठीक से धो कर सुखाएं.
– खुले फुटवियर पहनें,
– गीले कपड़ों, मोजे आदि पहन कर न बाहर निकलें और न घर, ऑफिस में रहें,
– स्नान के बाद एंटी-फंगल डस्टिंग पाउडर का उपयोग करें.
फंगल नेल इन्फेक्शन
मानसून के दौरान फंगल नेल इंफेक्शन होने की संभावना अधिक होती है. फंगल संक्रमण तब होता है जब गंदगी नाखूनों के नीचे जमा हो जाती है.
कैसे होता है : दरअसल, नाखूनों को ठीक से साफ-सफाई नहीं करने से यह समस्या हो सकती है. इसके अलावा यह भींगे पैर या हाथ रह जाने से भी हो सकती है.
क्या है उपाय
– इससे बचने के लिए नाखूनों को ट्रिम करें,
– पैर-हाथ की उंगलियों को अच्छे से साफ करें.
एक्जिमा या डर्मेटाइटिस
आमतौर पर बरसात के मौसम में एक्जिमा या डर्मेटाइटिस बीमारी भी तेजी से फैलता है.
कैसे होता है : मौसम में नमी होने के कारण इसकी खतरा बढ़ जाता है.
क्या है उपाय
– इस मौसम में लोशन बेस्ड मॉइश्चराइजर क्रीम बेस्ड लगाएं,
– शुद्ध नारियल का तेल तुरंत राहत प्रदान करता है, अत: इसे अपनाएं,
– साथ ही साथ सूती कपड़ा पहनना भी इस दौरान आपके लिए लाभकारी होगा.
टिनिआ कैपिटिस
यह दाद का ही रूप है. जिसे टिनिआ कैपिटिस के नाम से भी जाना जाता है. जो त्वचा या स्कैल्प के रोम छिद्रों पर हमला करता है.
कैसे होता है : मान लिजिए, किसी व्यक्ति को दाद हुआ है. और आप उसके इस्तेमाल की हुई चीजों को इस्तेमाल कर रहे हैं तो यह संक्रमण आपको भी फैल सकता है. यह संक्रमण ज्यादातर खोपड़ी, भौंहों, और पलकों पर होता है.
क्या है उपाय
– आमतौर पर यह व्यक्ति-से-व्यक्ति संपर्क के माध्यम से होता है या कंघी, तौलिया, टोपी या तकिए एक दूसरे से साझा करने से,
– नियमित शैंपू करें,
– हाथ धोएं और
– आपसपास को भी स्वच्छ रखने का प्रयास करें
– एंटी-फंगल शैम्पू का उपयोग करें,
– त्वचा के डेड सेल्स को साफ और सूखा रखें.
Posted By : Sumit Kumar Verma
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.