Heath Tips: सर्दियों अभी गयी नहीं हैं. इस बदलते मौसम में सर्दी-जुकाम, जोड़ों का दर्द होना सामान्य समस्याएं हैं. तापमान में कमी के कारण हमारे जोड़ों की धमनियां सिकुड़ने लगती हैं, जिससे मांसपेशियों में खिंचाव होता है, जोड़ों के आसापास की नसें सूज जाती हैं और दर्द बढ़ने लगता है.
सर्दी के मौसम में प्राय: धूप निकलती नहीं है और कई बार निकलती भी है, तो बेहद हल्की. ऐसे में शरीर को पर्याप्त मात्रा में विडामिन-डी नहीं मिल पाता. जरूरी है कि आप अपने आहार में मशरूम, अंडा, मछली, सोयाबीन को अधिकाधिक शामिल करें. सुबह खाली पेट गुनगुना पानी जरूर पीएं.
अक्सर लोग ठंड में रजाई या कंबल में दुबक कर पूरा दिन गुजार देते हैं और व्यायाम से तौबा कर लेते हैं. ऐसे में रक्तप्रवाह धीमा पड़ जाता है. नतीजा, शरीर में अकड़न और जोड़ों में जकड़न या दर्द की समस्या होने लगती है. इससे छुटकारा पाने के लिए आप बेड पर बैठे-बैठे ही सही, पर कुछ वर्कआउट करते रहें, ताकि आपके ज्वाइंट्स एक्टिव रहें.
कई घंटों तक लगातार एक ही कुर्सी या एक ही पोश्चर में बैठे रहने से भी जोड़ों में अकड़न आ जाती है, इसलिए जरूरी है कि ऑफिस हो या घर- काम के दौरान हर एकाध घंटे में सीट से उठ कर छह-सात मिनट के लिए घूमें और बॉडी स्ट्रेच करें. जब भी बैठें, तो पोश्चर सही यानी अपनी पीठ सीधी रख कर बैठें.
इन दिनों भाेजन में अदरक, लहसुन, हल्दी, तीसी, गुड़, तिल जैसे भोज्य पदार्थों को अनिवार्य रूप से शामिल करें. ये सब आपके शरीर को गर्म तथा रक्तप्रवाह को नियमित रखने में मददगार हैं. उड़द दाल, राजमा, छोले, गोभी तथा मैदे से बनी चीजों से दूर रहें.
मोटापे का आकलन हमारे बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआइ) यानी शरीर का वजन उसकी लंबाई के अनुरूप देखा जाता है. वजन अधिक होने से अतिरिक्त भार पैरों और घुटनों पर ही पड़ता है. इससे जोड़ों के कार्टिलेज घिसने लगते हैं और गठिया की समस्या पैदा होती है. इसलिए जरूरी है कि संतुलित खान-पान व व्यायाम से वजन को नियंत्रण में रखें.
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.