Heart Attack Symptoms: युवा महिलाओं में हार्ट अटैक के मामलों में बढ़ोतरी! जानें इसकी बड़ी वजह और रहें सतर्क

Heart Attack Symptoms: हार्ट अटैक मौजूदा समय की सबसे घातक बीमारियों में से एक है. हर दिन कई भारतीय हार्ट अटैक के शिकार हो रहे और उनकी मौत हो जा रही. हार्ट अटैक पहले के जमाने में बुजुर्गों को अपना शिकार बनाता था, वह अब युवाओं को भी अपनी चपेट में ले रहा है.

By Bimla Kumari | June 13, 2023 3:58 PM

Heart Attack Symptoms: हार्ट अटैक मौजूदा समय की सबसे घातक बीमारियों में से एक है. हर दिन कई भारतीय हार्ट अटैक के शिकार हो रहे और उनकी मौत हो जा रही. हार्ट अटैक पहले के जमाने में बुजुर्गों को अपना शिकार बनाता था, वह अब युवाओं को भी अपनी चपेट में ले रहा है. पहले कहा जाता था कि महिलाओं को हार्ट अटैक और दिल से जुड़ी बीमारियां कम होती हैं, लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है. विशेषज्ञों के मुताबिक, 18 से 55 साल की उम्र की महिलाओं में हार्ट अटैक का खतरा दूसरों के मुकाबले ज्यादा होता है. ऐसे में अगर आप भी हार्ट अटैक से बचना चाहते हैं तो उसके लिए आपको अपने दिल का खास ख्याल रखने की जरूरत है. आज इस कड़ी में हम आपको कुछ ऐसे कारणों के बारे में बताते हैं जिनकी वजह से युवतियों में हार्ट अटैक के मामले बढ़ रहे हैं. आइए जानते हैं इनके बारे में…

मोटापा

मोटापा भी लड़कियों या युवतियों में हार्ट अटैक का एक मुख्य कारण है. डॉक्टरों का मानना है कि जो लोग मोटे होते हैं उनमें हार्ट अटैक का खतरा आसानी से बढ़ जाता है. मोटापे के कारण हाई ब्लड प्रेशर की समस्या हो जाती है. हाई बीपी महिलाओं में हार्ट अटैक या हार्ट अटैक के महत्वपूर्ण कारणों में से एक है.

अधिक गर्भनिरोधक गोलियां लेना

युवतियों में हार्ट अटैक का एक अहम कारण गर्भनिरोधक गोलियों या गर्भनिरोधक गोलियों का अधिक सेवन करना माना जाता है. दरअसल, अगर आप कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स का ज्यादा सेवन करती हैं तो इसका हार्मोनल असर होता है. हार्मोन के स्तर में परिवर्तन रक्तचाप के स्तर को बदल सकता है और युवा महिलाओं के दिल पर अतिरिक्त तनाव डाल सकता है. ये गोलियां युवा महिलाओं में रक्त के थक्के बनने का कारण भी बन सकती हैं, जिससे दिल का दौरा पड़ने का खतरा बढ़ जाता है.

Also Read: Benefits of Guava: अमरूद के फल और पत्तियां सेहत के लिए दोनों फायदेमंद, इन बीमारियों से मिलता है छुटकारा
निष्क्रिय जीवन शैली

समय पर भोजन न कर पाना, घंटों कंप्यूटर के सामने बैठना और शारीरिक गतिविधि या व्यायाम की कमी, ये सब धीरे-धीरे हृदय की मांसपेशियों को कमजोर कर देते हैं. यह हृदय रोग का मुख्य कारण है. निष्क्रिय या खराब जीवनशैली के कारण सिर्फ हृदय रोग ही नहीं, बल्कि अन्य बीमारियां भी शरीर पर हावी होने लगती हैं.

Next Article

Exit mobile version