International Yoga Day 2020, Benefits & 7 Side Effects of Yoga, yoga tips for beginners heart, bp, back pain, asthma, knee pain, waist, yoga kaise karen, karne ki vidhi : कोई भी चीज सही समय पर सही मात्रा में करना या खाना चाहिए. यही फंडा योग (Yoga) में भी काम करता है. योग करने के कुछ तरीके (Yoga Tips) है, उन्हें फॉलो करना चाहिए. कोरोनावायरस (Coronavirus) और लॉकडाउन (Lockdown) के बीच हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी 21 जून को अंतराष्ट्रीय योग दिवस (International Yoga Day 2020) मनाया जा रहा है. ऐसे में आइये जानते हैं कि किन मरीजों को कैसे योगासन (Yogasan) से करना चाहिए परहेज..
गभवर्ती महिलाओं को बहुत संभल के योग करना चाहिए. पहली तिमाही में पहली तिमाही उन्हें अधो मुख व्रक्सासन, नौकासना, अर्ध नमस्कार पार्श्वकोणासन और अर्ध चंद्रासन करने से बचना चाहिए. वहीं, दूसरी तिमाही में शवासन, भुजंगासन, उर्ध्व धनुरासन (चक्रासन), शलभासन जबकि, तीसरी तिमाही में विक्रम योग, उत्कटासन और पश्चिमोत्तानासन करने से परहेज करना चाहिए.
योग का क्रेज दिन-ब-दिन बढ़ते जा रहा है. ऐसे में हर मरीज घर पर ही स्वस्थ होना चाहते हैं. लेकिन, कुछ के लिए यह योग घातक भी साबित हो सकता है. हाई बीपी और हर्ट से संबंधीत बीमारी वाले रोगियों को ऐसे योग नहीं करने चाहिए, जिससे दिल पर प्रेशर पड़ता हो जैसे त्रिकोणासन व अन्य.
ज्यादा कमजोर लोगों को नहीं करने से बचना चाहिए. आमतौर पर देखा गया है कि शरीर से दुर्बल लोग व्यायाम करके सेहत बनाना चाहते हैं. लेकिन, बदले में उस अनुसार डायट नहीं लेते. ऐसे लोगों को या तो हेल्दी डायट लेना चाहिए या फिर क्षमता अनुसार ही योग करना चाहिए. धीरे-धीरे अभ्यास बढ़ाना चाहिए. इसके अलावा पेट के घाव या आंत की बीमारी वाले बिना विशेषज्ञों की परामर्श से न करें.
जिन्हें पीठ में चोट या असहनीय दर्द रहता है, उन्हें त्रिकोणासन, पादंगुष्ठासन जैसे कुछ योग नहीं करने चाहिए. उन्हें शरीर के पिछले हिस्से में जोड़ पड़ने वाले किसी भी व्यायाम से परहेज करना चाहिए. हालांकि डॉक्टर की सलाह लेकर कुछ व्यायाम किए जा सकते है.
योगासन हमेशा खुली और ताजी हवा में ही करनी चाहिए. अस्थमा या श्वसन समस्या से ग्रसित मरीजों को इसका विशेष ध्यान देना चाहिए. कोई भी ऐसा योग करने से बचें जिनसे उनके सांस फूलने लगे या घुटन महसूस होने लगे. कई बार टाइट कपड़े पहन कर योग करना भी आपके बेचैनी का कारण हो सकता है.
संवेदनशील अंग जैसे कमजोर घुटने, कमर, रीढ़ की हड्डी या गर्दन व प्रेग्नेंट महिलाओं को योग करते समय अपना खास ख्याल रखना चाहिए. योग करने से दर्द और बढ़ जाए तो तुरंत विशेषज्ञ से संपर्क करना चाहिए. इसके अलावा 3 साल से कम उम्र के बच्चों से योग न करवाएं. वहीं, 3-7 साल तक के बच्चों को हल्के योगासन करवा सकते हैं. जबकि, 7 साल से अधिक उम्र वाले कोई भी योग अपनी क्षमता अनुसार कर सकते हैं.
योग हमेशा सेहत को सही रखने के लिए किया जाता है. ऐसे में ध्यान दें कि गले की चेन, ज्वेलरी, कड़े, आदि पहन कर योग न करें. इससे योग करने में परेशानी तो होगी ही साथ ही साथ विभिन्न मुद्रा में करने से शरीर के अंगों में फंस जाने से चोट तक पहुंचा सकती हैं. इसके अलावा किसी भी योग को झटके से नहीं करना चाहिए और न ही झटके से योग मुद्रा से निकलना चाहिए.
Posted By: Sumit Kumar Verma
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.