बॉलीवुड अभिनेता इरफान खान की मौत कैसे हुई? जानिए क्या कहता है मेडिकल साइंस

मशहूर अभिनेता इरफान खान (irrfan khan) ने मुंबई के कोकिलाबेन अस्पताल में आज दम तोड़ दिया. 53 वर्ष के इरफान कुछ समय से कोलन इंफेक्शन (colon infection) से परेशान थे और उन्हें कल ही अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इससे पहले, खबर आयी थी कि वे धीरे-धीरे ठीक हो रहे हैं. लेकिन अस्पताल से फिर उनकी मौत की खबर आयी.

By AvinishKumar Mishra | April 29, 2020 3:54 PM

नयी दिल्ली : मशहूर अभिनेता इरफान खान ने मुंबई के कोकिलाबेन अस्पताल में आज दम तोड़ दिया. 53 वर्ष के इरफान कुछ समय से कोलन इंफेक्शन से परेशान थे और उन्हें कल ही अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इससे पहले, खबर आयी थी कि वे धीरे-धीरे ठीक हो रहे हैं. लेकिन अस्पताल से फिर उनकी मौत की खबर आयी.

इरफान खान पिछले डेढ़ सालों से परेशान चल रहे थे और कई बार इलाज के लिए उन्हें विदेश भी जाना पड़ा था. लेकिन आखिर में उन्हें बचाया नहीं जा सका.

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हेल्थ लाइन की रिपोर्ट के अनुसार इरफान जिस कोलन इंफेक्शन बीमारी के कारण अस्पताल में भर्ती हुए थे, उस बीमारी से 19 से 45 प्रतिशत मरने की संभावना रहती है. इस बीमारी के दौरान अगर आंत फट जाती है तो, मरने की संभावनाएं अधिक है जाती है. हालांकि इरफान खान किस स्टेज में थे इसकी जानकारी अभी तक सामने नहीं आयी है.

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क्या है कोलन इंफेक्शन– कोलन इंफेक्शन का बॉयोलोजिकल नाम इरिटेबल बाउल सिंड्रोम (IBS) है. आईबीएस आंतों की एक ऐसी बीमारी है जो मरीज़ की दिनचर्या में बाधा डालने लगती है. आईबीएस के कारण आंतों में अकड़न होने लगती है, जिससे पेट में दर्द बना रहता है.

कोलन के प्रकार– कोलन मुख्यत: तीन प्रकार के होता है. पहला स्पैस्टिक कोलन, दूसरा इरिटेबल कोलन और तीसरा म्यूकस कोइलटिस. यह बीमारी पुरूषों की तुलना में महिलाओं में अधिक होती है. यह बीमारी जीवन को अस्त व्यस्त कर देता है.

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लक्षण- इस बीमारी में मरीजों को पेट में मरोड़ उठने लगता है. इस बीमारी के दौरान मरीज के पेट में दर्द और सूजन बना रहता है. इसके अलावा, मरीज के अंदर कब्जियत बनी रहती है. साथ ही बार-बार डायरिया का लक्षण भी बना रहता है.

कैसे बचें– इस बीमारी से मुक्ति पाने के लिए सबसे जरूरी सुबह रोजाना व्यायाम करना चाहिए. साथ ही मरीजों को किसी भी तरह का तनाव नहीं लेना चाहिए. कैफीनयुक्त चीजों को खाने से परहेज करना चाहिए.

Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.

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