धनबाद : झारखंड का दूसरा प्लाज्मा थेरेपी केंद्र धनबाद में राज्य सरकार द्वारा संचालित पाटलिपुत्र मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (पीएमसीएच) में बनाया जायेगा. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने 28 जुलाई को रांची के राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (रिम्स) में राज्य की पहली प्लाज्मा थेरेपी सुविधा का उद्घाटन किया था.
अधिकारी ने बताया कि जिला आपदा प्रबंधन विभाग के अध्यक्ष और धनबाद के उपायुक्त उमा शंकर सिंह ने शनिवार शाम को अस्पताल के निदेशक डॉ शैलेंद्र कुमार और सिविल सर्जन डॉ गोपाल दास से मुलाकात के बाद पीएमसीएच में प्लाज्मा थेरेपी केंद्र बनाने का निर्देश जारी किया.
उन्होंने कहा कि पीएमसीएच के ब्लड बैंक प्रभारी डॉ अजय कुमार को अस्पताल में प्लाज्मा थेरेपी शुरू करने के लिए आवश्यक उपकरणों की एक सूची प्रस्तुत करने के लिए कहा गया है. प्लाज्मा थेरेपी का इस्तेमाल कोरोना वायरस से संक्रमित गंभीर रूप से बीमार व्यक्तियों के इलाज में किया जाता है.
राजधानी रांची में सबसे पहले प्लाज्मा थेरेपी की शुरुआत की गयी थी, लेकिन प्रयोग विफल रहा था. प्लाज्मा बैंक के लिए कोरोना वायरस के संक्रमण को मात दे चुके लोगों ने रक्तदान किया था. प्लाज्मा बैंक के उद्घाटन के वक्त काफी संख्या में कोरोना से उबरने वाले डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ्स ने रक्तदान किया था.
जैसे-जैसे वक्त बीतता गया, रक्तदान करने वालों का उत्साह फीका पड़ता गया. राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान (रिम्स) में पहले मरीज पर प्लाज्मा थेरेपी का सकारात्मक असर नहीं दिखा, तो उसके बाद रक्तदान करने वालों की संख्या धीरे-धीरे और कम होती चली गयी. ज्ञात हो कि दिल्ली में प्लाज्मा थेरेपी के जरिये कोरोना के गंभीर रोगियों का सफल इलाज हो रहा है.
Posted By : Mithilesh Jha
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