कश्मीर में चाय से ज्यादा लोग कश्मीरी कहवा पीना पसंद करते हैं. यह ठंड के मौसम में तरोताजा और मौसम के अनुकूल रखता है. कश्मीर जाने वाले पर्यटक भी वहां कहवा का स्वाद लेना नहीं भूलते. वैसे अब तो यह सभी छोटे-बड़े शहरों के रेस्टूरेंट में विंटर सीजन के एक जरूरी ड्रिंक के रूप में मेनू लिस्ट में शामिल हो चुका है. इसे आप भी ऐसे घर पर बना सकते हैं. ये चाय कुल 11 चीजों से मिलकर बनी होती है जो पीने में अच्छा तो लगता ही और सेहत के लिहाज से बहुत फायदेमंद होता है. इन 11 सामग्री में अलग-अलग तरह के मसाले और ड्रायफ्रूट्स शामिल होते हैं जिनसे सर्दियों में काफी फायदा होता है.
कश्मीरी हरी चाय की पत्ती- एक चम्मच
हरी इलायची- चार
केसर थ्रेड्स- आठ
शहद- स्वाद के अनुसार
दालचीनी के टुकड़े- दो
बारीक कटे हुए काजू- आधा चम्मच
बारीक कटा पिस्ता- आधा चम्मच
बारीक कटा हुआ बादाम- आधा चम्मच
लौंग- दो
सौंफ- एक छोटी चम्मच
सूखे गुलाब की पंखुड़ियां- तीन-चार
कहवा बनाने के लिए तांबे का बर्तन (समोवर) लिया जाता है. आप सॉसपैन भी ले सकते हैं. सबसे पहले पानी गर्म करें, पानी इतना लें जिससे चार लोगों के लिए चार कप कहवा बन सके.
पानी गुनगुना होने के बाद दालचीनी, बादाम, लौंग डाल दें. फिर इसमें सौंफ, हरी इलायची, काजू और पिस्ता डोाल कर उबालें.
फिर इसमें गुलाब की पंखुड़ियां, ग्रीन टी लीफ और केसर डालकर उबालें.
अंत में स्वाद के अनुसार मिठास के लिए शहद डालें.
अच्छी तरह उबलने के बाद इसे छान लें.
ठंड के मौसम में ताजगी व गर्माहट लाता है.
यह इम्युनिटी बूस्टर का काम करता है.
सर्दी, जुकाम और फ्लू में आराम देता है.
माना जाता है कि बॉडी का एक्स्ट्रा फैट को कम करता है.
कोलेस्ट्रॉल को कम करने में कारगर.