दुनियाभर में कोरोना से खौफ का माहौल है. कोरोना को कारण भारत में 21 दिनों का लॉकडाउन लगाया जा चुका है. देश के कई हिस्सों से लोगों के संक्रमण का मामला सामने आ रहा है. 32 लोगों ने इससे अभी तक जान भी गंवा दी है. ऐसे में लोगों से एहतियात बरतने को कहा जा रहा है. लेकिन, लोग इससे इतना सहमे हुए है कि शरीर में कुछ भी बदलाव हा रहा है तो उसे कोरोना समझ रहे है.
प्रभात खबर आपसे अपील करता है कि अनावश्यक रूप से आतंकित न हों, बस सरकार और वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के द्वारा जारी किये निर्देशों को अच्छे से पालन करें. तो जानें ऐसे ही कुछ संदिग्ध सवालों के सटीक जवाब विशेषज्ञ से…
छाती में दर्द और घबराहट डर का कारण हो सकता है. आपके लक्षणों से नहीं लगता कि आपको कोई जांच या उपचार की जरूरत है. बेकार की फिक्र न करें. पॉजिटिव रहें. आपकी नकारात्मक सोच-प्रवृत्ति डिप्रेशन को बढ़ायेगी. घर के काम में खुद को व्यस्त रखें. परिवार व बच्चों के साथ समय बितायें.
अगर आपके परिवार का कोई व्यक्ति उनके संपर्क में आया होगा तभी इसका खतरा है, अन्यथा नहीं. आप घबराये नहीं. किसी में सूखी खांसी, सांस लेने में तकलीफ व बुखार हो तभी जांच कराने की जरूरत है. घर के लोगों से कहें कि वह बाहर नहीं निकलें. अफवाह में न पड़ें.
शुगर लेवल कम होने के कारण ऐसा हो सकता है. आप जो दवा बतायी हैं, हो सकता है अधिक पावर की हो. आपको कम पावर की दवा लेनी चाहिए. अपने डॉक्टर से फोन पर संपर्क कर दवा लें.
मुझे एलर्जी का लक्षण लग रहा है. आप एंटी एलर्जिक दवा का उपयोग कुछ समय के लिए कर सकते है. आप हमेशा मुंह ढक कर छींके और खांसे.
कोरोना वायरस एक श्वसन वायरस है जो मुख्य रूप से बूंदों के माध्यम से फैलता है. एक संक्रमित व्यक्ति खांसता या छींकता है, तो लार की बूंदों के माध्यम या नाक से वह आपके शरीर में पहुंचता है. यह मांसाहारी भोजन के सेवन से नहीं फैलता है.
अगर खांसी के साथ बुखार व गले में दर्द नहीं है. आप कहीं से यात्रा करके नहीं आये हैं, तो घबराने की बात नहीं है. आपकी खांसी का कारण सिगरेट हो सकता है, इसलिए धूम्रपान छोड़ दें.
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.