Rudraksha Benefits : क्या आयुर्वेद में रुद्राक्ष को चिकित्सीय गुणों का भंडार माना जाता है? जानिए कैसे करते हैं इस्तेमाल
Rudraksh Benefits :हिंदू धर्म में पूजा पाठ में इस्तेमाल किए जाने वाले रुद्राक्ष प्रार्थना माला जपने के लिए जाने जाते हैं लेकिन यह बहुत कम लोगों को पता होगा कि रुद्राक्ष में आयुर्वेदिक औषधियों के गुण भी होते हैं.
Rudraksh Benefits :हिंदू धर्म में पूजा पाठ में इस्तेमाल किए जाने वाले रुद्राक्ष प्रार्थना माला जपने के लिए जाने जाते हैं लेकिन यह बहुत कम लोगों को पता होगा कि रुद्राक्ष में आयुर्वेदिक औषधियों के गुण भी होते हैं. आयुर्वेद के अनुसार रुद्राक्ष के उपयोग से बड़ी से बड़ी जटिल बीमारियों को चार से पांच दिनों में जड़ से समाप्त किया जा सकता है. रुद्राक्ष को केवल अपने गले में धारण करने से ही बहुत सी समस्याओं से निजात मिलती है.चिकित्सकों और आयुर्वेदिक विशेषज्ञों के अनुसार रुद्राक्ष में असीम शक्तियां होती हैं जो हमारे शारीरिक और मानसिक परेशानियों का जड़ से निवारण कर सकती हैं. आगे लेख के माध्यम से जानते हैं इसके अन्य फायदे.
रुद्राक्ष के औषधिय गुण
रोग से लाभ
रुद्राक्ष को उत्तम औषधि की तरह माना जाता है जिसके सर धारण करने से कई समस्याओं में लाभ मिलता है आदिकाल से ही विभिन्न प्रकार के शारीरिक और मानसिक रोगों के निवारण के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है.
मिर्गी में असरकरक
प्रतिदिन रुद्राक्ष का सेवन करने से आपको चार से पांच दिनों में स्वास्थ्य में कई तरह का अंतर दिखने लगता है चिकित्सकों के अनुसार रुद्राक्ष को पाउडर और ब्राह्मी में मिलकर इसका सेवन करने से मिर्गी जैसी जटिल बीमारियों से भी निजात मिलती है.
कोलेस्ट्रॉल और संक्रमण में लाभ
प्रतिदिन रुद्राक्ष को दूध में उबालकर उसका सेवन करने से शरीर में कोलेस्ट्रॉल लेवल कम होते हैं. और रुद्राक्ष को रात भर गुलाब जल में भिगोकर रखें, इस जल को आंखों में होने वाली संक्रमण की समस्याओं को दूर करने के लिए आई ड्रॉप्स की तरह इस्तेमाल कर सकते हैं.
धारण करें क फायदे
हाथों में ब्रेसलेट की तरह और गले में लॉकेट की तरह रुद्राक्ष पहनने से मानसिक समस्याएं जैसे की बेचैनी घबराहट तनाव इस तरह की समस्याएं दूर होती हैं. तांबे के बर्तन में पानी में रुद्राक्ष को भिगोकर रखने से और इस पानी का सेवन करने से मधुमेह के लक्षण कम होते हैं.
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.