Menstruation News: माहवारी यानी पीरियड के दिनों में लड़कियों और महिलाओं को विशेष ध्यान देना होता है. आज के समय में भले ही हम लोग 21वीं शताब्दी में हैं लेकिन हमारे भारत में कई ऐसे जगह हैं जहां पर महिलाएं पीरियड्स के दौरान पैड की जगह कपड़ों का इस्तेमाल करती हैं. जी हां पीरियड में पैड की जगह कपड़ा लेने से कई तरह की दिक्कतें हो सकती हैं. चलिए हम इस लेख के जरिए आज जानेंगे पीरियड यानी माहवारी के दौरान पैड की जगह कपड़े लेने से होने वाले नुकसान के बारे में…
संक्रमण का बढ़ जाता है खतरा
माहवारी के दिनों में जो लोग पैड की जगह कपड़ा का इस्तेमाल करते हैं उनमें संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है. जी हैं,कपड़ा लेने से यौन संचारित संक्रमण (एसटीआई) और पेल्विक इंफ़्लेमेटरी डिज़ीज़ (पीआईडी) जैसी बीमारियां होने का चांस सबसे अधिक होते हैं. इसलिए डॉक्टर कहते हैं कि माहवारी में कपड़े की जगह पैड का ही इस्तेमाल करें.
टॉक्सिक शॉक सिंड्रोम का खतरा
कई बार देखा जाता है कि जो महिलाएँ और लड़कियां पैड की जगह एक ही कपड़े का ही इस्तेमाल करती हैं जिससे टॉक्सिक शॉक सिंड्रोम (टीएसएस) होने की संभावना अधिक हो सकता है. टीएसएस बैक्टीरिया के संक्रमण से होने वाली एक घातक बीमारी है जो महिलाओं में होती है.
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सर्वाइकल कैंसर का खतरा
पीरियड्स के दौरान कपड़ा लेने से लड़कियों और महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर का खतरा बढ़ सकता है. ऐसे में कभी भी माहवारी के समय कपड़ा न लें.
वजाइना में एलर्जी
माहवारी यानी पीरियड के दिनों में अगर कोई महिला पैड की जगह कपड़ा का इस्तेमाल करती हैं तो इससे उनकी वजाइना में एलर्जी हो सकती है. कई बार देखा गया है कि पीरियड्स के दौरान कपड़ा लेने से वजाइना में खुजली, चकत्ते और दर्द होने लगते हैं.
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.