Morning Health Tips: स्वस्थ जीवनशैली के लिए सिर्फ कुछ समय जिम या योगासन को देना ही पर्याप्त नहीं होता, बल्कि हेल्दी रूटीन की शुरुआत बिस्तर पर आंखें खुलते ही शुरू हो जाती है.
सेलिब्रिटी फिटनेस एक्सपर्ट रुजुता दिवेकर ने हाल ही में अपने इंस्टाग्राम पोस्ट के जरिये प्रशंसकों के बीच कुछ क्रियाओं के बारे में जानकारी दी हैं, जो स्वस्थ जीवन के लिए काफी उपयोगी हो सकती हैं.
जब नींद खुले, तो बिस्तर से एकदम से उठे नहीं. पीठ के बल सीधे लेटे रहें और अपने घुटनों को मोड़कर नितंबों के पास ले आयें. आपको पता चलेगा कि इस मुद्रा में आने पर आपकी लोअर बैक और आपके बेड के बीच में थोड़ा सा गैप है, जिसमें आपका हाथ भी जा सकता है. इसी गैप को कम करना है. लोअर बैक को बेड की ओर दबाना है. दबाएं और वहीं पर रुकें. मन ही मन पांच से एक तक काउंटडाउन कर सकते हैं. इसे तीन-चार बार दोहराएं.
लाभ : पीठ व लोअर बैक में दर्द आदि में फायदेमंद .
इसको दो भागों में करना है. पहले भाग में अपने दायें घुटने को दोनों हाथों से पकड़ कर सीने से दबाएं. पहली क्रिया की तरह ही गिनती िगनें. इससे अभ्यास में लगने वाला समय निश्चित रहेगा. सिर को ऊपर ना उठाएं. फिर इसी को अपने दूसरे पैर से करें. दूसरे भाग में दोनों घुटनों को एक साथ मोड़कर दोनों हाथों से पकड़ के अपने सीने से लगाएं. ध्यान रहे कि नितंबों को ऊपर नहीं उठाना है. पांच सेकेंड रुक के आरंभ वाली मुद्रा में आ जाएं.
लाभ : गैस, कब्ज आदि में बहुत लाभदायक है.
अपने घुटनों को मोड़कर एक साथ जोड़ लें. तलवे बिस्तर पर रहेंगे. इसके बाद घुटनों को अपने दाहिनी ओर दबाकर बेड से लगाएं. दोनों हाथों को अपने आसपास हथेलियां नीचे की ओर रखकर बिस्तर पर फैला लें. ध्यान रहे कंधे बिस्तर से लगे रहें. पांच तक गिनती करके इसी स्थिति में रुकें. फिर इसी तरह से दूसरी ओर से करना है. लाभ: जांघों और कमर को आराम मिलता है.
अपने पैरों को बिस्तर पर सीधा कर लें. पंजे एक-दूसरे से करीब डेढ़ फीट की दूरी पर रहेंगे. पैरों के पंजों को आगे की तरफ दबाएं और दोनों हाथों को उठाकर सिर के ऊपर सीधे ले जाकर बेड से लगा दें. ये स्थिति कुछ-कुछ ऐसी रहेगी मानों आप बिस्तर पर लेटकर ताड़ासन कर रहे हों. हां, यहां आपको हथेलियों को आपस में मिलाना नहीं है. हाथ आपको ऊपर की ओर और पैर नीचे की ओर से पूरे शरीर को खिंचाव (स्ट्रेच) देंगे. पांच तक गिनती करके वापस आराम की मुद्रा में आ जाएं और इस क्रिया को तीन-चार दुहराएं.
लाभ : शरीर के पोस्चर में सुधार होता है. जांघों, घुटनों व टखनों को मजबूत करता है.
इन क्रियाओं के बाद बिस्तर छोड़ने के लिए सही मुद्रा यह है कि अपने घुटनों को मोड़कर आपस में जोड़ लें और दाहिनी करवट हो जाएं. दाहिना हाथ सिर के नीचे सहारे के लिए तकिये जैसा लगा रहेगा. नजर बिस्तर की ओर रहे. पांच सेकेंड रुक के दोनों हाथों का सहारा लेते हुए करवट तरफ से ही बिस्तर से उठें.
इनपुट : कुमार गौरव अजीतेंदु
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.