राष्ट्रीय युवा दिवस (National Youth Day 2022) 12 जनवरी को मनाया जाता है. राष्ट्रीय युवा दिवस के रुप में स्वामी विवेकानंद के जन्म दिवस को मनाने के लिये वर्ष 1984 में भारतीय सरकार द्वारा घोषणा की गयी थी. यह दिन स्वामी विवेकानंद को समर्पित रहता है.
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कोरोना काल के इस दौर में लोगों में खासकर युवाओं में अवसाद और मेंटल स्ट्रेस के मामले देखे जा सकते हैं. युवाओं के लिए उज्ज्वल भविष्य के लिए जिस तरह शिक्षा बेहद जरूरी है, उसी तरह उनका मानसिक और शारीरिक रूप से फिट रहना भी बहुत जरूरी है. युवा मानसिक रूप से फिट रहेंगे, तभी वो अपनी पढ़ाई में भी आगे रहेंगे. आज कम उम्र में ही अधिकतर युवा (Mental fitness tips for youth) तनाव, अवसाद, दिल संबंधित रोगों, मोटापा, डायबिटीज आदि से ग्रस्त हो रहे हैं. इन सभी का मुख्या कारण है गलत खानपान, बेतरतीब लाइफस्टाइल आदि.
2020 तक 57 मिलियन युवा हैं डिप्रेशन के शिकार
2020 तक भारत की कुल आबादी में 34.33 फीसदी युवा होंगे. एक अनुमान के अनुसार, भारत में 57 मिलियन युवा (विश्वस्तरीय अनुमान का 18 फीसदी) हैं, जो विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, डिप्रेशन यानी अवसाद का शिकार हैं. साल दर साल मानसिक बीमारियों से पीड़ित युवाओं की संख्या लगातार बढ़ रही है.
तनाव दूर करने के लिए हम आपके लिए कुछ टिप्स लेकर आए हैं, जिन्हें आजमाकर अपनी लाइफस्टाइल में बदलाव ला सकते हैं
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नियमित करें शारीरिक व्यायाम
युवाओं को नियमित रूप से शारीरिक व्यायाम करना बेहद जरूरी है, साथ ही उन्हें मेडिटेशन और योगा का सहारा लेकर अपनी लाइफस्टाइल में बदलाव करना चाहिए.
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पूरी नींद लें
देर रात जागने से भी आपकी लाइफस्टाइल प्रभावित होती है, इसलिए जरूरी है कि आप पूरी नींद लें, कम से कम घंटे की नींद जरूरी है, लेकिन आजकल अधिकतर किशोर इससे कम नींद ले पाते हैं. नींद पूरी करने के लिए टीवी देखने या स्क्रीन का समय घटाएं. शाम के बाद कैफीन से युक्त उत्पादों का सेवन नहीं करें.
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संतुलन बनाएं
काम, घर और सोशल लाइफ के बीच संतुलन बनाएं.
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सेहतमंद आहार लें
सेहतमंद आहार न केवल तनाव प्रबंधन में मदद करता है, बल्कि यह आपको सक्रिय भी बनाता है. आहार में सुधार लाकर आप कई समस्याओं जैसे मूड में बदलाव, सिर में भारीपन आदि से बच सकते हैं.
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दोस्तों और परिवारजनों के साथ जुड़े रहें
कोरोना के इस दौर में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने को कहा जाता है, पर आप सोशल रूप से लोगों से जुड़कर अपने दिल के हाल को बता सकते हैं. फिजिकल डिस्टेंसिंग को फॉलो कर अगर आप अपने दोस्त और परिवारजन से बात करते हैं तो ये आपके तनाव को काफी हद तक कम सकता है.
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तनाव करें दूर
तनाव (Stress in youth) हमारे शरीर का एक तरीका है, जिसके द्वारा शरीर हमें बताता है कि हम अपनी सभी जरूरतों को पूरा करने या समस्याओं को हल करने के लिए जूझ रहे हैं. इसकी वजह से व्यक्ति को सिर में दर्द या नींद की समस्याएं हो सकती है. इसका असर हमारे शरीर में बीमारियों से लड़ने की क्षमता पर भी पड़ता है. उदाहरण के लिए, तनाव के दौरान हम अपने आप को बीमार महसूस कर सकते हैं.
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.