Navratri Fasting 2022 : नवरात्रि की शुरूआत 26 सितंबर से हो रही है. नवरात्र में बड़ी संख्या में लोग उपवास रखते हैं. उपवास रखने का निर्णय व्यक्तिगत है. लेकिन डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर से पीडि़त लोगों को उपवास से जुड़ी स्वास्थ्य संबंधी जटिलताओं को ध्यान में रखते हुए ही व्रत रखने का निर्णय लेना चाहिए.
विशेषज्ञों के अनुसार, 9 से 10 दिन तक व्रत रखना या सीमित आहार का सेवन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है. यह उन लोगों के लिए सबसे ज्यादा खतरनाक है, जिन्हें मधुमेह है. आमतौर पर ऐसे लोगों को व्रत न रखने की हिदायत दी जाती है. क्योंकि ज्यादा देर तक भूखे रहने पर इन लोगों का ब्लड शुगर लेवल गड़बड़ा जाता है. जब तक किसी व्यक्ति की डायबिटीज कंट्रोल में नहीं है, तब तक उसे डॉक्टर की सलाह के बिना उपवास करने के बारे में सोचना भी नहीं चाहिए.
डॉक्टर की सलाह लें
डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर वालों को उपवास से पूर्व डॉक्टर की सलाह लेना आवश्यक है. डॉक्टर आपकी दवाओं की खुराक में परिवर्तन कर सकते हैं. डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही दवा लें.
डायबिटीज रोगियों को लंबे समय तक उपवास के दौरान भूखा रहने की सलाह नहीं दी जाती है. थोड़ी-थोड़ी देर में कुछ ना कुछ हेल्दी चीजें खाते रहें, ताकि शरीर में ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में बना रहे.
चाय और कॉफी अधिक पीने की जगह नींबू पानी, नारियल पानी, लस्सी और छाछ पीते रहें.
नवरात्री के दौरान उपवास करते हुए मधुमेह रोगियों को सुबह और शाम दोनों समय ब्लड शुगर लेवल की जांच जरूर करनी चाहिए। यदि इस दौरान किसी व्यक्ति को शारीरिक परेशानी महसूस हो, तो देरी न करते हुए उसे तुरंत अस्पताल ले जाएं।
कई बार लोग व्रत के दिन अपनी दवाओं को लेने से परहेज करते हैं. ऐसा करने की गलती आप न करें. अपनी दवाओं, इंसुलिन डोज को भूलकर भी मिस ना करें.
नवरात्रि के आहार में ज्यादातर चीजें तली हुई होती हैं. लेकिन आप जरूरत से ज्यादा तला-भुना खाने की जगह उबला, भुना, भाप में पका भोजन खाएं. रोस्ट या उबला हुआ शकरकंद सीमित मात्रा में खाएं. कुट्टू का आटा खा सकते हैं. यह बहुत पौष्टिक होता है. इसके अलावा खीरे का रायता, टमाटर से बनी डिशेज, लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स फूड्स का सेवन करें.
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.