Coronavirus से बचने के लिए इन नयी आदतों को जीवनशैली में करें शामिल
new habits in lifestyle avoid corona epidemic, latest coronavirus tips, covid19 infection : स्वस्थ परिवार सुखी जीवन का आधार. यह बात हर किसी के लिए मायने रखती है. आज जब पूरी दुनिया कोरोना महामारी का सामना कर रही है. हम अपने परिवार को सुरक्षित रखने के लिए संक्रमण के बचाव से जुड़ी छोटी बड़ी हर सावधानी अपना रहे हैं. लॉकडाउन हटने के बाद कोविड-19 से कैसे बचा जायेगा, यह प्रश्न कईयों के लिए चिंता का विषय बन गया है. यदि आप भी इस चिंता का सामना कर रहे हैं, तो परिवार के सदस्यों में कुछ नयी आदतें विकसित कर उन्हें लॉकडाउन हटने के बाद इस संक्रमण से बचाव के लिए तैयार कर सकते हैं.
coronavirus, tips, symptoms, covid19 infection update news : स्वस्थ परिवार सुखी जीवन का आधार. यह बात हर किसी के लिए मायने रखती है. आज जब पूरी दुनिया कोरोना महामारी का सामना कर रही है. हम अपने परिवार को सुरक्षित रखने के लिए संक्रमण के बचाव से जुड़ी छोटी बड़ी हर सावधानी अपना रहे हैं. लॉकडाउन हटने के बाद कोविड-19 से कैसे बचा जायेगा, यह प्रश्न कईयों के लिए चिंता का विषय बन गया है. यदि आप भी इस चिंता का सामना कर रहे हैं, तो परिवार के सदस्यों में कुछ नयी आदतें विकसित कर उन्हें लॉकडाउन हटने के बाद इस संक्रमण से बचाव के लिए तैयार कर सकते हैं.
हाथों की बजाय करना होगा कोहनी व कंधे का इस्तेमाल : अब तक हम लिफ्ट का बटन दबाने, लाइट का स्विच ऑन, ऑफ करने या दरवाजा खोलने व बंद करने जैसे काम अपनी उंगलियों व हाथों से करते आये हैं. लेकिन, अब हमें इन कामों के लिए कोहनी व कंधे का इस्तेमाल करने की आदत को बढ़ावा देना होगा. विशेषज्ञों की मानें, तो कोरोना वायरस कपड़ों व कागज के मुकाबले धातु पर ज्यादा देर तक जीवित रह सकता है. ऐसे में किसी सार्वजनिक स्थल पर लगे दरवाजे को खोलने के लिए सीधे हैंडल छूने की बजाय, कपड़े या टिश्यू का उपयोग करके हैंडल को पकड़ना ज्यादा उचित होगा. हो सकता है आनेवाले दिनों में हम सार्वजनिक स्थलों पर ऑटोमैटिक खुलने व बंद होनेवाले दरवाजे और वॉइस कमांड पर ऑपरेट होनेवाली लिफ्ट का प्रयोग बढ़ते देखें.
मोबाइल सैनेटाइजेशन पर देना होगा ध्यान : मोबाइल आज के दौर में सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जानेवाला उपकरण है. लोग भले ही एक मिनट भी मोबाइल से दूर रहना पसंद नहीं करते, लेकिन इसकी साफ-सफाई पर उनका ध्यान नहीं जाता. इससे पहले भी कई शोध यह बता चुके हैं कि मोबाइल की स्क्रीन पर एक ट्वायलेट सीट से भी ज्यादा कीटाणु होते हैं. ऐसे में मोबाइल की साफ-सफाई को लेकर बरती गयी लापरवाही इसे महामारी के फैलाव का वाहक बना सकती है. ऐसे में हमें मोबाइल को रोजाना सैनेटाइज करना होगा.
धुलनेवाले हैंडबैग का करें प्रयोग : काेरोना संकट के बीच बेहतर होगा कि कुछ वक्त के लिए आप ऐसे पर्स का प्रयोग करें, जिसे धोया जा सके. ऐसा ही बच्चों के स्कूल बैग व परिवार के अन्य सदस्यों के ऑफिस बैग के साथ करें. ऑफिस से घर आने पर बैग को बाकी चीजों के संपर्क में आने से बचाएं. इसे कुछ घंटों के लिए ऐसी जगह पर रख दें, जहां बच्चे इसे न छू सकें. ताकि संक्रमण की आशंका को पूरी तरह से मिटाया जा सके. बेहतर होगा कि आप बैग में कोई भी अनावश्यक सामान न रखें. आप जितनी कम चीजों का इस्तेमाल करेंगी, घर आने पर उन्हें संक्रमण मुक्त बनाना उतना ही आसान होगा. इन चीजों में नकदी यानी नोट व सिक्के भी शामिल हैं. मौजूदा स्थिति को देखते हुए विशेषज्ञ भी ऑनलाइन पेमेंट की सुविधा को अपनाने की सलाह दे रहे हैं.
न करें कार को अनदेखा : यदि घर का कोई सदस्य कार से ऑफिस या घर के बाहर जाता है, तो वापस आने पर उसे कार को सैनेटाइज करने के लिए कहें. खासतौर से यदि कार में कोई बाहरी सदस्य बैठा हो, तो ऐसा करना बहुत जरूरी हो जाता है. व्यक्ति से व्यक्ति में पहुंचना इस संक्रमण के फैलाव का मुख्य कारण है, लेकिन संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आयी चीजों भी दूसरे व्यक्ति को इस संक्रमण का शिकार बना सकती हैं. ऐसे में कार को संक्रमण मुक्त रखना बेहद आवश्यक है.
सोशल डिस्टेंसिंग की डालें आदत : कोरोना वायरस से बचाव के लिए शुरू से ही विशेषज्ञ सोशल डिस्टेंसिंग पर जोर दे रहे हैं. अब हमें इस नियम को अपनी आदतों में शामिल करना होगा. हमें अभी से खुद को और बच्चों को सोशल डिस्टेंसिंग के लिए तैयार करना होगा. यह बात दिमाग में बैठनी होगी कि घर से बाहर निकलने पर हमें दूसरों से लगभग छह फीट की दूरी बनाये रखनी है.
वहीं राशन की दुकानों या सब्जी के ठेलों पर भीड़ लगाकर सामान लेने की बजाय लाइन में दूर-दूर खड़े होकर सामान लेना आदत में शामिल करना होगा. खासतौर से बच्चों को समझाना होगा कि वे मुंह पर मास्क लगाये बिना घर से बाहर न निकलनें. अपने हाथों को बार-बार मुंह, आंख व नाक में न लगायें. वहीं हर छोटे-छोटे अंतराल में साबुन से हाथों को अच्छी तरह धोएं. इस संक्रमण का प्रसार तभी रुकेगा, जब घर का हर सदस्य छोटे-छोटे प्रयासों के साथ आगे बढ़ेगा.
Posted By: Sumit Kumar Verma
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.