केला अपने स्वाद के लिए दुनियाभर में मशहुर है. संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, 2015 में वैश्विक केले का निर्यात लगभग 18 मिलियन टन तक पहुंच गया था. जिसमें लगभग आधे संयुक्त राज्य और यूरोपीय बाजार में खपत हुए. अमेरिका के कृषि विभाग की मानें तो यह अमेरिकियों का सबसे पसंदीदा ताजा फल हैं. कुछ ऐसा ही हाल भारत का भी है. यह फल कई मायनों में लाभदायक है. वहीं, कुछ लोगों के लिए यह नुकसानदायक भी साबित हो सकता है.
यह फल मैग्नीशियम, विटामिन सी और बी 6 का अच्छा स्त्रोत है. अमेरिका के खाद्य एवं औषधि प्रशासन के अनुसार, केले में निम्नलिखित पोषक तत्व पाए जाते हैं.
एक मध्यम आकार के केले में
– 4.5 औंस/126 ग्राम कैलोरी पाया जाता है
– फैट शून्य प्रतिशत
– 30g कार्बोहाइड्रेट
– कोलेस्ट्रॉल 0मिली ग्राम
– फाइबर 3 ग्राम
– सोडियम 0मिली ग्राम
– शुगर 19 ग्राम
– पोटैशियम 450mg
– प्रोटीन 1ग्राम
– विटामिन ए 2 प्रतिशत
– कैल्शियम 0%
– विटामिन सी 15 प्रतिशत
– आयरन की मात्रा 2 प्रतिशत होती है
केला हमारे दिल के लिए अच्छा होता है. इसमें मौजूद पोटेशियम की मात्रा हमारे दिल की धड़कन को सुचारू ढंग से बनाए रखने के लिए आवश्यक है. एफडीए के अनुसार, केले में मौजूद उच्च पोटेशियम और कम सोडियम उच्च रक्तचाप में भी लाभकारी है.
केला अवसाद पर काबू पाने में मददगार साबित हो सकता हैं. इसमें मौजूद विटामिन बी 6 अच्छी नींद में मदद होता है. इसके अलावा इसमें पाए जाने वाले मैग्नीशियम से मांसपेशियों को आराम करने में मदद मिलती है. वहीं, इसमें मौजूद ट्रिप्टोफैन अपने नींद लेने के लिए शरीर को प्रेरित कता है.
केले में फाइबर अधिक होता है. एक केला हमारे शरीर में प्रतिदिन फाइबर की आवश्यकता का लगभग 10 प्रतिशत पूरा कर सकता है. फ्लोर्स में छपी खबर के अनुसार, विटामिन बी 6 टाइप 2 डायबिटीज से बचाने और वजन घटाने में भी सहायक है.
व्यायाम करने के लिए और शरीर में उर्जा बनाए रखने के लिए केला बेहद महत्वपूर्ण है. केले में पाए जाने वाला सेरोटोनिन और डोपामाइन से एंटीऑक्सीडेंट क्षमता में सुधार होता है.
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार, केला में विटामिन ए की कम मात्रा जरूर होती है. लेकिन, यह हमारी आंखों की सुरक्षा, सामान्य दृष्टि बनाए रखने और दृष्टि में सुधार के लिए आवश्यक है.
केले में पाए जाने वाला कैल्शियम हमारे हड्डियों को मजबूत रखने में सहायक हैं.
कुछ अध्ययनों की मानें तो केले से गुर्दे के कैंसर का इलाज संभव है. 2005 के एक स्वीडिश अध्ययन में पाया गया कि जिन महिलाओं ने फलों में केले का सेवन किया उनके किडनी कैंसर का खतरा 40 प्रतिशत तक कम हो गया. इसमें पाए जाने वाले एंटीऑक्सिडेंट फेनोलिक गुणों के कारण यह गुर्दे के कैंसर को रोकने में मददगार हैं.
740 महिलाओं में किए गए एक अध्ययन से पता चला है कि इसमें मौजूद उच्च पोटेशियम के कारण जो महिलाएं इसका सेवन करती हैं. वह स्वस्थ्य प्राप्त कर सकती हैं. केले के सेवन से गर्भावस्था के समय मधुमेह के समस्या को रोकने में मदद मिलती है.
इसके अलावा इसमें मौजूद फाइबर पाचन क्रिया को बेहतर बनाता है. विटामन बी6 की मात्रा हिमोग्लोबिन और इंसुलिन का निर्माण करती है. यह हमारे भूख को नियंत्रित करता है.
सिरदर्द की समस्या और नींद नहीं आने की समस्या का कारण : केला खाने के कई दुष्प्रभाव भी हो सकते है. अधिक मात्रा में यह फल खाने से सिरदर्द की समस्या हो सकती है और नींद नहीं आती है. अंग्रेजी वेबसाइट लाइवसाइंस की मानें तो केले में अमीनो एसिड के कारण होते हैं तो सिरदर्द की समस्या हो सकती है. यह हमारे रक्त वाहिकाओं को पतला करती है.
दांत संबंधी समस्या : केले एक शुगर की मात्रा अणिक होती है. इसलिए इसे ज्यादा खाने दंत संबंधी समस्याएं हो सकती है.
अत्यधिक विटामिन और खनिज के स्तर से खतरा : केले में पाए जाने वाले विटामिन और खनिज की अधिकता के कारण इसका ज्यादा सेवन भी खतरनाक हो सकता है.
तंत्रिका क्षति होने का खतरा : एनआईएच के अनुसार, रोजाना 500 मिलीग्राम से अधिक विटामिन बी 6 का सेवन करने से हाथ-पैर की तंत्रिका क्षति हो सकती है.
कब्ज का शिकार : केला खाने से पेट साफ तो होता है. लेकिन, इसके ज्यादा मात्रा में सेवन करने से कब्ज का खतरा भी बढ़ सकता है.
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.