No Smoking Day 2024: आज नो स्मोकिंग डे है. हर साल 13 मार्च धूम्रपान छोड़ने के लिए लोगों को प्रेरित करने के लिए नो स्मोकिंग डे मनाया जाता है. ताकि लोग स्मोकिंग करना छोड़ दे. यहीं नहीं वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) की एक रिपोर्ट की मानें तो स्मोकिंग हर साल साल करीब 80 लाख से ज्यादा लोगों की मौत होती है. आइए जानते हैं स्मोकिंग करने से महिलाओं को कौन सी बीमारी होने की संभावना होती है.
कैंसर
स्मोकिंग करने से महिलाओं में कैंसर होने का खतरा सबसे अधिक होता है. सिगरेट में कई केमिकल होते हैं जिससे कैंसर होने का चांस सबसे अधिक होता है. जो महिला ज्यादा धूम्रपान करती हैं उन्हें सर्वाइकल कैंसर, गुदा कैंसर होने की संभावना 6 गुना ज्यादा बढ़ जाती है.
मिसकैरेज का खतरा
धूम्रपान करने से महिलाओं में गर्भपात यानी मिसकैरेज की संभावना भी ज्यादा रहती है. क्योंकि स्मोकिंग से स्तन के दूध में निकोटिन घोल सकता है, जिससे गर्भ में पल रहे बच्चे में अचानक डेथ सिंड्रोम बढ़ जाती है.
हार्ट को करें प्रभावित
स्मोकिंग करने से महिलाओं में दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा सबसे अधिक होती है. स्मोकिंग करने से दिल से शरीर तक ब्लड कैरी करने वाले ब्लड वेसल्स कमजोर हो जाती है. जिसके कारण हार्ट स्ट्रोक आने की संभावना सबसे अधिक होती है.
सांस से दिक्कत
धूम्रपान यानी स्मोकिंग से महिलाओं में सांस की भी बीमारी बढ़ जाती है. इसके साथ ही सीओपीडी होने का भी खतरा सबसे अधिक होती है. एक रिसर्च की मानें तो हर साल इस बीमारी से पुरुषों से ज्यादा महिलाओं की जान जाती है.
फिलहाल आपको बताते चलें कि स्मोकिंग करने से फेफड़ों में कैंसर के साथ-साथ अन्य अंगों में कैंसर होने की संभावना सबसे अधिक होती है. इसके अलावा ऑस्टियोपोरोसिस, मसूड़े की बीमारी, पेट में छाले और मोतियाबिंद होने का चांस सबसे अधिक होता है. इसलिए स्मोकिंग नहीं करना चाहिए.
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.