अब बुखार, सर्दी से हॉस्पिटल में एडमिट वाले सभी मरीजों का होगा कोरोना टेस्ट, ICMR की नयी Guide Line
कोरोना वायरस के बढ़ता प्रभाव के कारण ICMR ने जारी की नयी गाइड लाइन
कोरोना वायरस पिछले 24 घंटों में तेजी से बढ़ चुका है, अब तक भारत में 271 नए मामले कोरोना के दर्ज किए गए हैं.
हिमाचल प्रदेश और मध्य प्रदेश में पहली बार कोरोना वायरस के पॉजिटिव केस सामने आए. तो वहीं हिमाचल में 2 तो मध्य प्रदेश में 4 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए. केरल में अभी तक कोरोना वायरस के मरीजों के 40 मामलों की पुष्टि हो चुकी है.
तेजी से बढ़ते हुए मामले के कारण इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च ने शनिवार को अपने परीक्षण नीति में संशोधित किया.
आइए जानते हैं क्या है ICMR की नयी गाइड लाइन
नई नीति के अनुसार सभी गंभीर सांस की बीमारी वाली रोगियों जिन्हें सांस की तकलीफ के साथ साथ बुखार और खांसी हैं, वैसे रोगियों का अब COVID-19 का भी परीक्षण किए जाएंगे.
जैव चिकित्सा अनुसंधान के लिए शीर्ष निकाय ने इस सप्ताह देश में कोरोनावायरस मामलों में आई तेजी के कारण अपनी रणनीति को संशोधित किया.
नए दिशा निर्देशों में यह भी कहा गया कि सत्यापित मामले के प्रत्यक्ष और उच्च जोखिम वाले संपर्कों को उनके संपर्क में आने के 5 दिन और 14 दिन के बीच एक बार परीक्षण किया जाना चाहिए.
नई रणनीति का उद्देश्य संक्रमण के प्रसार को अधिक प्रभावी ढंग से रोकना है और सभी व्यक्तियों को COVID-19 परीक्षण के समावेश मानदंडों को पूरा करने के लिए एक विश्वसनीय निदान प्रदान करना है.
अब तक 14 दिनों में अंतरराष्ट्रीय यात्रा करने वाले संदिग्द लक्षणों वाले व्यक्तियों को दिशानिर्देशों के अनुसार संक्रमण के लिए सभी रोग-संबंधी स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं का परीक्षण किया जा रहा था.
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.