एक ओर जहां आज कोरोना महामारी की वजह से जारी लॉकडाउन में पूरी तरह छूट का एलान कर दिया गया है वहीं दूसरी ओर यूरोपीय और एशियाई देशों में Omicron BA.2 वैरिएंट की संख्या में वृद्धि दर्ज की जा रही है. मलेशिया, दक्षिण कोरिया, न्यूजीलैंड जैसे देशों में कोरोनावायरस के मामलों में तेजी से वृद्धि हुई है और इसने भारत में खतरे को बढ़ा दिया है. ऐसे में यह जानना बहुत जरूरी है कि यह वैरिएंट कितना खतरनाक है और इसके लक्षण क्या हैं.
BA.2 पांचवां वेरिएंट, ओमिक्रोन के कई उप-वर्गों से बना है. यह सब-वेरिएंट पहली बार दक्षिण अफ्रीका में पिछले साल नवंबर के महीने में मिला था. वहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, नए वेरिएंट के कारण कोविड-19 मामलों में यह वृद्धि केवल चीन और पश्चिमी यूरोप तक ही सीमित नहीं होगी. ओमिक्रोन वेरिएंट वर्तमान में दुनिया भर में प्रमुख है और यह कई उप-वर्गों से बना है. ओमिक्रोन की सबसे आम उप-वर्ग BA.1, BA.1.1 और BA.2. BA.2 हैं. साथ ही यह अन्य उप-वर्गों की तुलना में अपेक्षाकृत बढ़ रहा है वहीं रिपोर्ट के अनुसार अन्य सभी प्रकारों का प्रसार कम हो रहा है.
ओमिक्रॉन BA.2 वैरिएंट के बढ़ते मामलों को देखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने दुनिया भर में कोरोना की कम टेस्टिंग पर गहरी चिंता जताई है और वायरस और इसके वेरिएंट ओमिक्रोन के बारे में 3 तरह की गलत धारणाओं को सूचीबद्ध किया है. WHO की कोविड-19 टेक्निकल लीड मारिया वान केरखोव के अनुसार कोरोना वायरस और ओमिक्रोन को लेकर बहुत ज्यादा गलत अफवाहें फैली हुई हैं, जो भ्रम पैदा कर रही हैं. उन्होंने कहा कि ये गलत सूचनाएं हैं कि ओमिक्रोन हल्का है. यह कोरोनावायरस का लास्ट वेरिएंट है और महामारी अब खत्म हो चुकी है.
ओमिक्रॉन BA.2 सब-वेरिएंट की गंभीरता के बारे में बात करें तो इस वैरिएंट की गंभीरता का आकलन करना अभी बाकी है क्योंकि भारत में इसके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है और चीन में हालिया प्रकोप से पता चलता है कि यह चीन के कई शहरों में बहुत तेजी से फैल रहा है लेकिन गंभीरता पिछले वेरिएंट की तरह नहीं है.
ओमिक्रोन BA.2 में भी ऐसे लक्षण हैं जो पिछले रूपों जैसे बुखार, सर्दी, खांसी, सांस लेने में कठिनाई, दस्त, पेट दर्द, मायालगिया जैसे अन्य लक्षणों के समान हैं.
ओमिक्रोन BA.2 के हाई रिस्क में वे लोग हैं जिनका टीकाकरण नहीं हुआ है. साथ ही कमजोर इम्यूनिटी के लोगों को भी इस नए वेरिएंट, BA.2 से संक्रमित होने का खतरा ज्यादा है.
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ओमिक्रोन BA.2 का इलाज रोगी की गंभीरता पर निर्भर करता है. हालांकि, लक्षण आते ही रोगी को तुरंत डॉक्टरी परामर्श लेनी चाहिए.
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वैक्सीनेशन कोविड-19 के प्रसार को रोक सकता है. यदि आपने अभी तक अपना वैक्सीनेशन नहीं लिया है, तो इस नए सब-वेरिएंट से संक्रमित होने के जोखिम को कम करने के लिए प्राथमिकता के आधार पर वैक्सीन लें.
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साथ ही इस बात का भी ध्यान रखें कि सिरफ वैक्सीनेशन काफी नहीं है.
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खुद को संक्रमित होने से बचाने के लिए कोविड-19 की सभी सावधानियां, गाइडलाइन फॉलाे करनी चाहिए.
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यदि ओमिक्रॉन BA.2 वैरिएंट के लक्षण से पीड़ित हैं, तो तुरंत डॉक्टरी सलाह लें.
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इसके प्रसार को रोकने के लिए खुद को आइसोलेट जरूर करें.
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.