देश में कई ऐसे पौधे हैं जो हमारे घर के आसपास ही पनपते हैं. लेकिन, उसका प्रयोग न करके हम बाजारों से वही चीज महंगे दामों में खरीदते हैं. ये पौधे कई तरह से काम में आते हैं. आज ऐसे ही एक गुणकारी पौधे के बारे में आपको बताने जा रहे हैं. दरअसल, घर के बगीचे या कुंओं के आसपास उगने वाले इन पौधों में एक है पुदीना.
पुदीना की कई खूबियां है. इसकी चटनी भोजन में स्वाद बढ़ाने के काम तो आती ही है साथ ही साथ भोजन पचाने, माउथ फ्रेश करने समेत कई अन्य रोगों में भी लाभकारी है.
आपको बता दें कि इसमें मौजूद मैगनीज, तांबा, विटामिन समेत एंटीऑक्सीडेंट, एंटीवायरल समेत अन्य गुण इसे खास बनाता है.
भारतीय रसोई में इसका उपयोग इसके पत्ते की चटनी, तेल, चाय, शरबत में मिलाने आदि के लिए किया जाता है. वहीं, साबुनों को सुगंधीत बनाने के लिए भी कंपनी इसका इस्तेमाल करती है. कई तेल कंपनियां समेत परफ्यूम बनाने वाली यूनिट्स भी इसे प्रयोग में लाते हैं. यह जितना लाभदायक है उतना ही हानिकारक भी है.
– बाल झड़ने से रोकने में फायदेमंद
– कान दर्द में पुदीने का प्रयोग
– सिरदर्द से दिलाये राहत
– मुंह के छाले की परेशानी करे कम करने में सहायक
– दांतों के दर्द में पुदीना के फायदे
– सांस की नली में सूजन को कम करने में लाभदायक
– अपच की समस्या को दूर करने में सहायक
– पुदीना भूख बढ़ाती है
– पेट की गड़बड़ी करे दूर भगाता है
– दस्त पर रोक लगाता है
– अस्थमा में फायदेमंद
– महिलाओं के मासिक धर्म में शरीर के ऐंठन और दर्द को दूर करता है
– गठिया रोग में फायदेमंद
– घाव सूखाने के लिए उपयोग में लाया जाता है
– त्वचा संबंधित रोग में भी है इसके फायदे
– बुखार को कम करता है
– शरीर की जलन में फायदेमंद
– सूजन का इलाज इससे संभव है
– बिच्छू के डंक मारने पर भी पुदीना का प्रयोग किया जाता है
– ज्यादा पुदीना खाने से शुष्क मुंह, मतली और उल्टी जैसे लक्षण दिख सकती हैं. जो ऐसे रोगी है वो बिल्कुल भी न खाएं
– अगर आप गर्भवती महिला हैं और स्तनपान करवाती हैं तो पुदीना खाने से बचना चाहिए. पेपरमिंट ऑयल 8 साल से उपर के बच्चों के लिए सेफ माना जाता है लेकिन नवजातों को नुकसान पहुंचा सकता है.
– यदि आपके शरीर में हाइड्रोक्लोरिक एसिड (एक्लोरहाइड्रिया) का उत्पादन नहीं हो पा रहा, तो पेपरमिंट ऑयल का उपयोग नहीं करना चाहिए. इससे पाचन प्रक्रिया गड़बड़ा सकती है.
– पुदीने के पत्तों का सेवन अधिक मात्रा सेवन हमारे गुर्दे और आंतों के लिए नुकसानदेह साबित होता है.
– किडनी रोगियों को इसका सेवन बिल्कुल नहीं करना चाहिए
– यह वैवाहिक जीवन का आनंद लेने की इच्छा को कम करता है
– यह हमारे ब्लड शुगर को कम करता है. अत: जो मधुमेह रोगी है उन्हें पुदीने की चाय पीने से पहले डॉक्टर से संपर्क कर लेना चाहिए क्योंकि आपके डायबीटिज के दवाई के साथ मिलकर यह उलटा प्रभाव भी डाल सकता है
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.