Covid-19 के रूसी वैक्सीन ‘स्पूतनिक वी’ के दूसरे चरण का क्लिनिकल ट्रायल कोलकाता में
Russian Covid-19 Vaccine, Phase-II Trial of Russian Covid-19 Vaccine, Sputnik V, Kolkata, West Bengal: रूस के Covid-19 टीका ‘स्पूतनिक वी’ के दूसरे चरण का ट्रायल पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के एक अस्पताल में होना है. राज्य सरकार द्वारा संचालित कॉलेज ऑफ मेडिसिन एंड सागर दत्ता हॉस्पिटल में नवंबर के अंत तक इस टीका का परीक्षण शुरू हो सकता है. स्वास्थ्य विभाग के एक सीनियर अधिकारी ने यह जानकारी दी है.
Russian Covid-19 Vaccine Sputnik V: कोलकाता : रूस के Covid-19 टीका ‘स्पूतनिक वी’ के दूसरे चरण का ट्रायल पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के एक अस्पताल में होना है. राज्य सरकार द्वारा संचालित कॉलेज ऑफ मेडिसिन एंड सागर दत्ता हॉस्पिटल में नवंबर के अंत तक इस टीका का परीक्षण शुरू हो सकता है. स्वास्थ्य विभाग के एक सीनियर अधिकारी ने यह जानकारी दी है.
स्वास्थ विभाग के अधिकारी का कहना है कि यदि सब कुछ ठीक रहा, तो रूस के कोरोना वायरस रोधी टीके ‘स्पूतनिक वी’ का दूसरे चरण का परीक्षण कॉलेज ऑफ मेडिसिन एंड सागर दत्ता हॉस्पिटल में इसी महीने शुरू हो जायेगा. प्रक्रिया शुरू करने से पहले स्थल प्रबंधन संगठन ने अवसंरचना और शीतलन केंद्रों की जांच सहित आवश्यक सर्वेक्षण कार्य पूरा कर लिया है.
स्थल प्रबंधन संगठन ‘क्लिनिमेड लाइफ साइंसेज’ के व्यवसाय विकास प्रमुख स्नेहेंदु कोनेर ने कहा कि सर्वे रिपोर्ट भारत के औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआइ) को परीक्षण की अनुमति प्रदान करने के लिए भेज दी गयी है. श्री कोनेर ने कहा, ‘हमने स्थल का निरीक्षण किया है, इसकी अवसंरचना और टीकों को रखने संबंधी प्रतिष्ठानों तथा प्रतिरक्षाजनत्व नमूनों की जांच की है.’
उन्होंने आगे कहा, ‘हमने अस्पताल के रिकॉर्ड का भी अध्ययन किया है. हमने पाया है कि इसे टीकों का परीक्षण करने का अनुभव है. हमारे निष्कर्ष पूर्ण रूप से संतोषजनक हैं और हमने इन्हें मंजूरी के लिए डीसीजीआइ को भेजा है.’श्री कोनेर ने कहा कि डीसीजीआइ से हरी झंडी मिलने पर अस्पताल की आचार समिति वहां दूसरे चरण का परीक्षण करने के लिए मंजूरी जारी करेगी.
उन्होंने कहा, ‘हमने प्रक्रिया के लिए प्रधान अन्वेषक और सह-अन्वेषक की भी पहचान कर ली है.’ ‘स्पूतनिक वी’ का चिकित्सकीय परीक्षण पूरे देश में होगा और इसके लिए फार्मा कंपनी डॉ रेड्डीज लैब ने रशियन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट फंड (आरडीआइएफ) से हाथ मिलाया है.
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी के अनुसार, आरडीआइएफ अपने संभावित कोविड-19 टीके की 10 करोड़ डोज डॉ रेड्डीज लैब को उपलब्ध करायेगी. परीक्षण के लिए पूरे देश में 100 स्वयंसेवी चुने जायेंगे, जिनमें से 75 को टीका लगाया जायेगा और 25 अन्य को प्लेसिबो (प्रायोगिक औषधि) दी जायेगी, जो एक ऐसा पदार्थ या उपचार है, जिसका कोई चिकित्सकीय आधार नहीं होता.
Posted By : Mithilesh Jha
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.