Pitta Dosha Diet:पित्त दोष से जूझ रहे लोगों को कब्ज और एसिडिटी की समस्या बनी रहती है. जो लोग पित्त दोष के शिकार होते हैं उनका डाइजेस्टिव सिस्टम कमजोर हो जाता है और खाना पचने में समय लगता है. इसलिए कहा जाता है कि हर व्यक्ति को अपने खानपान पर विशेष ध्यान रखना चाहिए. ताकि पित्त का संतुलन बना रहे. आमभाषा में कहा जाए जिस व्यक्ति का पित्त बढ़ जाता है उसके शरीर पर लाल चकते होने लगते हैं. इसके अलावा बात-बात पर व्यक्ति जल्दी गुस्सा होने लगता है, पाचन क्रिया कमजोर पड़ने लगती है, शरीर में तेज जलन, गर्मी और पसीना आने लगता है. मल-मूत्र और आंखों का रंग पीला पड़ने लगता है. आइए जानते हैं पित्त रोग में क्या खाना चाहिए?
मीठा फल खाएं
पित्त रोग में मीठा और थोड़ा कसैले फल को खाना चाहिए. ताकि पित्त को शांत किया जा सके. पित्त रोगियों को मीठे सेब, अंजीर, संतरा, नाशपाति, अनार, नारियल, और खरबूजा खाना चाहिए.
कड़वी सब्जियों का करें सेवन
पित्त रोग में कड़वी सब्जियों का सेवन करना चाहिए. इसमें पत्ता गोभी, हरी मिर्च, शकरकंद, काली मिर्च, भिंड़ी और अंकुरित बीच ही खाएं.
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नीम की पत्तियां खाएं
पित्त दोष को सही करने के लिए अधिक से अधिक नीम की पत्तियां खाएं. क्योंकि नीम की पत्तियों में ऐसे गुण होते हैं जो पित्त को ठंडक पहुंचाते हैं और खून को साफ रखते हैं.
एलोवेरा जूस पीएं
अगर कोई व्यक्ति पित्त के रोग से परेशान है तो उसे प्रतिदिन एलोवेरा का जूस खाली पेट पीना चाहिए. इससे पित्त संतुलन में बना रहता है.
जरूरत से ज्यादा घी खाएं
पित्त के बढ़ने से अगर आप परेशान हैं तो इस परिस्थित में जरूरत से अधिक घी का सेवन करें. क्योंकि पित्त दोष के कारण भोजन का पाचन अधूरा रहता है और पेट में अपर्याप्त स्राव बन जाता है. जिसके कारण भूख कम लगती है. अगर आप घी खाते हैं तो पाचन अग्नि उत्तेजित होगी है और भूख में सुधार होगा.
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छाछ का सेवन करें
पित्त दोष को शांत करने के लिए छाछ का सेवन करें. छाछ को जब बनाएं तो उसमें भुना हुआ जीरा, काला नमक, धनिया पाउडर और पुदीने का पेस्ट मिलाएं. इसे पीने से आपका पित्त संतुलन में बना रहेगा.
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Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.