ठंड में दिखे ये लक्षण तो बच्चों को हो सकता है निमोनिया, जानें बचाव के उपाय
सर्दी के मौसम में निमोनिया का प्रकोप लगातार बढ़ रहा है. छोटे बच्चों में लगातार ये समस्या बढ़ती जी रही है. आइये जानते हैं कि आखिर इसके क्या लक्षण होते हैं और इससे कैसे बचा जा सकता है.
ठंड का सितम सबों पर कहर बन कर टूट रहा है. ठंड कम होने का नाम नहीं ले रहा है. बच्चों से लेकर बड़ों तक के सभी कड़ाके की सर्दी से परेशान हैं. इस मौसम में कई तरह की बीमारियां होना आम बात है. ऐसे में निमोनिया होना बच्चों में आम बात है. लगातार बच्चों में निमोनिया के लक्षण दिखाई दे रहे हैं. ऐसे में कुछ बच्चों में आम लक्षण तो कुछ में गंभीर लक्षण दिखाई दे रहे हैं. पीएमसीएच अस्पताल में तैनात बाल रोग विशेषज्ञ डॉ अमित चौबे ने बताया कि अभी जिस तरह से सर्दी का मौसम है और लगातार तापमान गिर रहा है, उससे बच्चों में सर्दी का असर ज्यादा दिखाई दे रहा है. सर्दियों में थोड़ी सी लापरवाही के कारण बच्चों में निमोनिया के लक्षण दिखाई दे रहे हैं.
ये हैं लक्षणडॉ चौबे ने बताया कि निमोनिया के लक्षण के कारण कई बच्चे भर्ती होने आ रहे हैं. अस्पताल में अच्छी तादाद में बच्चे निमोनिया के लक्षण के कारण भर्ती होने आ रहे हैं. वहीं कुछ बच्चों को दवा देकर घर पर ही रहने की सलाह दी जा रही है. वहीं डॉक्टर भी सर्दी में बच्चो को लेकर सावधानियां बरतने की सलाह दे रहे हैं. डॉ ने बताया कि अभी जिस तरह से बच्चो को सर्दी,जुकाम,उल्टी,गले में गड़गड़ाहट की आवाज और हाथ पैरों में नीलापन होने पर या सांस लेने में दिक्कत है, तो निमोनिया हो सकता है. ऐसे में बच्चों का सर्दी से बचाव करना चाहिए और तुरंत डॉक्टर के पास के जाना चाहिए. सोने के वक्त बच्चे के सांसों से आवाज आना भी इसके लक्षण हैं.
डॉक्टर ने एक साल से कम उम्र के बच्चों के लिए कई तरह के उपाय बताए हैं जिनसे उन्हें बचाया जा सकता है.
अगर किसी बच्चे को खांसी जुकाम की शिकायत है, तो उसे तुरंत बाल रोग विशेषज्ञ को दिखाना चाहिए
बच्चे तो निमोनिया ना जकड़ पाए.
खाने पीने के लिए बच्चों को गर्मचीज ही दें. जिससे गले की सिकाई हो सके.
छोटे बच्चों को गर्म पानी पिलाते रहें.
बच्चे को बाहर की सर्द हवा ना लगने दे.
बच्चों को ज्यादा से ज्यादा गर्म कपड़ों में लपेट कर रखें.
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.