आलू किसे पसंद नहीं है? लेकिन क्या आपको आलू को उतना ही पसंद करने की अनुमति है जितनी आप करते हैं? शायद आपका उत्तर ना हो, इस ना का कारण है आलू को लेकर फैलाए गए अनावश्यक भ्रम जैसे कि आलू अनहेल्दी होते हैं. आलू स्वादिष्ट होते हैं. जो चीज उन्हें और भी अधिक स्वादिष्ट बनाती है, वह है उसकी खूबी. मसला हुआ, तला हुआ, उबला हुआ, कुरकुरा – जैसा आप इसे पसंद करते हैं वैसा ही लें और वे स्वाद के मामले में कभी निराश नहीं करेंगे.
अब मुद्दे पर आते हैं, क्या आप वास्तव में गिल्ट महसूस किए बिना रोजाना आलू खा सकते हैं? उत्तर है, हां. आलू वास्तव में हर दिन सेवन करने पर वजन कम करने में आपकी मदद कर सकता है. आलू खाने में हमें संतुष्टि प्रदान करते हैं यानी कि वे अधिकांश फूड की तुलना में आपको अधिक समय तक संतुष्ट महसूस करने में मदद करते हैं.
100 ग्राम आलू में लगभग 22 ग्राम चावल के बराबर कैलोरी होती है. यदि आप केवल चावल को दैनिक कार्बोहाइड्रेट के प्राथमिक स्रोत के रूप में आलू से बदल देते हैं, तो क्या आप कल्पना कर सकते हैं कि कैलोरी कम करते हुए आप वास्तव में कितना अधिक भोजन खा सकते हैं? इसका सीधा सा मतलब है कि आप जल्दी से अपना वजन कम कर लेंगे. (हालांकि इसमें मात्रा और पोषण दोनों का ध्यान रखना जरूरी है.)
लेकिन आलू को ‘अनहेल्दी’ क्यों कहा जाता है? यहां बिल्कुल सादा और सरल उत्तर है. आलू को ‘अनहेल्दी’ इसलिए कहा जाता है क्योंकि हम उनका बहुत अधिक मात्रा में सेवन करते हैं. बस, इतना ही. हम उन्हें तब तक खाते रहते हैं जब तक कि कैलोरी खत्म न हो जाए, और फिर हम खुद को दोष देने के बजाय उन्हें दोष देते हैं.
Also Read: सेलिब्रिटी न्यूट्रिशनिस्ट रुजुता दिवेकर ने बताए मेथी के लड्डू और च्यवनप्राश बनाने के आसान तरीकेएक और कारण आलू को लेकर हमारा ट्रीटमेंट है. मैश किए हुए आलू हों या फ्रेंच फ्राइज़, उन व्यंजनों को बनाते समय उपयोग की जाने वाली सामग्री को भी रडार के नीचे लाया जाना चाहिए. मैश किए हुए आलू में किलो मक्खन या फ्रेंच फ्राइज़ में तेल के गैलन को कोई दोष नहीं देता. हर कोई आसानी से इसके बजाय हानिरहित आलू को दोष देना शुरू कर देता है. यानी की कुल मिला कर बात यह है कि, मात्राबद्ध पोषण के हिस्से के रूप में खाए जाने पर आलू बहुत अच्छे होते हैं.
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.