Punjab Health News : पंजाब में तेजी से फैल रहा है इस वायरस का खतरा, बढ़ रही है मरीजों की संख्या

Punjab Health News : बदलते मौसम के चलते इन्फ्लूएंजा वायरस काफी ज्यादा सक्रिय हो गया है. अमृतसर में बड़ी तादाद में इन्फ्लूएंजा वायरस से संबंधित लक्षण वाले मरीज मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है

By Shreya Ojha | October 3, 2024 7:31 PM

Punjab Health News : बदलते मौसम के चलते इन्फ्लूएंजा वायरस काफी ज्यादा सक्रिय हो गया है. अमृतसर में बड़ी तादाद में इन्फ्लूएंजा वायरस से संबंधित लक्षण वाले मरीज मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है, बच्चों और बूढ़ों को या वायरस अपना शिकार जल्दी बना रहा है. इस वायरस के लक्षण एक हफ्ते में खत्म हो जाते हैं, लेकिन बच्चों और बुजुर्गों में इस वायरस से बचाव के लिए दवाओं की जरूरत पड़ रही है. इस वाइरस को कोरोना का छोटा रूप भी कहा जा रहा है.

Punjab Health News : Influenza : क्या है इंफ्लुएंजा ?

वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के अनुसार इन्फ्लूएंजा, जिसे फ्लू भी कहा जाता है, इन्फ्लूएंजा वायरस के कारण होने वाला एक एक्यूट रेस्पिरेट्री इनफेक्शन है, जो दुनिया के सभी हिस्सों में आम है और ज्यादातर लोग बिना उपचार के ही इसे ठीक हो जाते हैं. लेकिन बच्चों और बुजुर्गों को इस वायरस से अपना बचाव करने के लिए चिकित्सीय इलाज की जरूरत पड़ती है.

इन्फ्लूएंजा किसी संक्रमित व्यक्ति के छींकने और खाँसने से फैल सकता है. टीकाकरण इस बीमारी से बचाव का सबसे बेहतर उपाय होता है. पंजाब के अमृतसर मैं मौसम के बदलने के कारण इस वायरस के मरीज बड़ी तादाद में देखने मिल रहे हैं, सरकारी हो या प्राइवेट अस्पताल वायरस के लक्षण वाले मरीज की संख्या बढ़ती दिख रही है.

Punjab Health News : Influenza Symptoms : इन्फ्लूएंजा के लक्षण

पतलू के लक्षण आमतौर पर जल्दी दिखने लगते हैं फ्लू के कुछ आम लक्षण है बुखार, शरीर में दर्द, खांसी, सिर दर्द, ठंड लगना, और गला खराब होना, नाक बहना, थकान या कमजोरी महसूस होना, दस्त और उल्टी भी इसके एक लक्षण हो सकते हैं. इस संक्रमण का कारण होता है, इंफ्लुएंजा वायरस के संपर्क में आना.

इन्फ्लूएंजा ए, बी और सी इस वायरस के सबसे आम प्रकार होते हैं. इनफ्लुएंजा ए और भी मौसमी होते हैं जो ज्यादातर लोगों को सर्दियों में होते हैं और उनके लक्षण भी गंभीर होते हैं. इसके अतिरिक्त इन्फ्लूएंजा सी से गंभीर लक्षण पैदा नहीं होते हैं और यह बदलते मौसम के कारण नहीं होता है. चिकित्सकों के अनुसार अस्थमा सीओपीडी या फेफड़ों की किसी अन्य पुरानी बीमारी से ग्रसित मरीजों को इस वायरस से सावधान रहना चाहिए, क्योंकि उनके लिए यह जानलेवा भी साबित हो सकता है.

Punjab Health News : Influenza Prevention : इंफ्लुएंजा से बचाव

इन्फ्लूएंजा एक मौसमी संक्रमण है जो साल में कम से कम दो बार लोगों को अपना शिकार बनाता है. भारत में मुख्य रूप से सर्दियों के सीजन में या ज्यादा फैलता है. इसके मामले जनवरी से मार्च तक और दूसरा मानसून के बाद ठंड आने से पहले ज्यादा देखने को मिलता है. फ्लू एक संक्रामक बीमारी होती है, यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में आसानी से फैल सकती है. इन्फ्लूएंजा से संक्रमित व्यक्तियों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि वह अपने आसपास के लोगों से दूर रहे और खाँसते एवं छींकते वक्त अपना मुंह ढक ले.

इसके अलावा अगर आपके घर में कोई इन्फ्लूएंजा से संक्रमित है, तो उसका झूठा नहीं खाना चाहिए, इसके साथ ही दूरी बनाकर रहना चाहिए. आसपास के किसी भी व्यक्ति जिसे इन्फ्लूएंजा का संक्रमण है, उसके खाँसने या छींकने एवं बात करते वक्त कुछ माइक्रो ड्रॉपलेट्स आपके हाथों पर आ सकती है या हवा के माध्यम से आपके नाक या मुंह में जा सकते हैं, इसके बाद आप भी संक्रमित हो सकते हैं.

फ्लू का वायरस दूषित जगह को छूने और उसी हाथ से फिर अपने चेहरे नाक के मुंह आंख पैर छूने से फैलता है जैसे कि दरवाजे कि कुंडी, टेबल, फोन, कंप्यूटर आदि. संक्रमित व्यक्ति के हाथ, नाक और मुंह को छूने के बाद बिना हाथ को धोये या सेनीटाइज किए अपने चेहरे, नाक या आंख को छूने से भी यह फैलता है.

Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.

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