High Cholesterol Control Tips: हाई एलडीएल लेवल एथेरोस्क्लेरोसिस के आपके रिस्क को बढ़ाते हैं, एक ऐसी स्थिति जिसमें कोलेस्ट्रॉल, कैल्शियम और व्हाइट ब्लड सेल्स के जमा होने से धमनियों की दीवारों में सजीले टुकड़े बन जाते हैं. अनियंत्रित कोलेस्ट्रॉल से हार्ट डिजीज, स्ट्रोक, एथेरोस्क्लेरोसिस आदि जैसी जटिलताएं हो सकती हैं. कोलेस्ट्रॉल को अच्छी तरह से मैनेज करने के लिए डाइट बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. हालांकि, पौधों पर आधारित फूड या सब्जियां सैचुरेटेड फैट में कम और कोलेस्ट्रॉल फ्री होती हैं. वे घुलनशील फाइबर से भी भरपूर होते हैं जो कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद कर सकते हैं. एक्सपर्ट के अनुसार जानें 7 ऐसी सब्जियों के बारे में जो शरीर में हाई कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद कर सकती हैं.
एवोकाडोस- मोनोसैचुरेटेड फैट से भरपूर और कोलेस्ट्रॉल कम करने में मदद करता है. इसके अलावा, फाइबर और विटामिन सी और विटामिन ई से भरपूर है.
फलियां – बीन्स, मटर और दालें डाइट में शामिल करें. एक दिन में 100 ग्राम फलियां खाने से खराब एलडीएल कोलेस्ट्रॉल 6.6 मिलीग्राम / डीएल तक कम हो जाता है और वजन कम करने में भी मददगार होते हैं..
लहसुन एलडीएल के उत्पादन को रोककर कोलेस्ट्रॉल को कम कर सकता है. इसके अलावा, इसमें एलिसिन होता है जो एलडीएल को कम करता है. इसे कच्चा या हल्का पकाकर सेवन करना सबसे अच्छा माना जाता है.
घी के स्थान पर कैनोला, सूरजमुखी, सफोला और अन्य वेजिटेबल बेस्ड ऑयल कोलेस्ट्रॉल कम करने में मदद करते हैं. जैतून का तेल भी कोलेस्ट्रॉल कम करने में मदद करता है और इसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं. एक अध्ययन के अनुसार सिर्फ 4 चम्मच/ एक दिन में, हार्ट रिलेटेड परेशानी को 30% तक कम कर देता है.
साबुत अनाज, जई, जौ, ज्वार मुख्य रूप से घुलनशील रेशों के माध्यम से हृदय रोगों के जोखिम को कम करते हैं जिनमें बीटा ग्लूकन होता है. प्रतिदिन साबुत अनाज की 3 सर्विंग्स हृदय रोग और स्ट्रोक को 20% तक कम कर सकती हैं.
सोया बीन्स और उनसे प्राप्त भोजन जैसे टोफू और सोया दूध, एक दिन में 25 ग्राम सोया प्रोटीन का सेवन करने से एलडीएल 5% से 6% तक कम हो सकता है.
बैंगन और भिंडी कम कैलोरी वाली सब्जियां हैं और घुलनशील फाइबर के अच्छे स्रोत हैं. इनके सेवन से कोलेस्ट्रोल कम करने में मदद मिलती है.
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.