Heart Attack Increases In Winter: ठंड बढ़ने के साथ हार्ट अटैक या हार्ट फेलियर का खतरा क्यों बढ़ जाता है? इसका जवाब देते हुए हमारे एक्सपर्ट डॉ रचित भूषण ने बताया कि ठंड के कारण ब्लड वेसल्स सिकुड़ जाती हैं, जिसे vasoconstriction भी कहा जाता है. यह आपके ब्लड प्रेशर को बढ़ा सकता है जो आपके दिल के दौरे और स्ट्रोक के रिस्क को बढ़ा सकता है। सर्दियों में कोरोनरी हार्ट डिजीज के कारण एनजाइना या सीने में दर्द की परेशानी भी और ज्यादा बढ़ सकती है जब कोरोनरी आर्टरीज ठंड में सिकुड़ जाती हैं. बाहर ठंड होने पर बॉडी का जेनरल टेंपरेचर बनाए रखने के लिए आपका हार्ट अधिक मेहनत करता है. यदि आपके शरीर का तापमान 95 डिग्री से कम हो जाता है तो हाइपोथर्मिया से आपके हार्ट की मांसपेशियों को नुकसान हो सकता है. अधिक ब्लड प्रेशर के परिणामस्वरूप कोरोनरी आर्टरीज सिकुड़ सकती हैं, जिससे हार्ट और इसके मसल्स तक पहुंचने वाले ब्लड और ऑक्सीजन की मात्रा कम हो सकती है. नतीजा दिल का दौरा पड़ सकता है.
ठंड का मौसम लोगों के बिहेविर को भी प्रभावित करता है. वजन बढ़ना और कम फिजिकल एक्सरसाइज इसके दो उदाहरण हैं. ये दोनों फैक्टर कॉम्पलिकेशन का अनुभव करने की संभावना को बढ़ाते हैं जिसके परिणामस्वरूप दिल का दौरा पड़ सकता है. इसके अतिरिक्त, लोग अधिक खाना खा सकते हैं, जो वजन बढ़ने की समस्या को बढ़ा देता है.
विटामिन डी की कमी हो सकती है क्योंकि या तो लोग घर के अंदर अधिक समय बिताते हैं या कुछ क्षेत्रों में कम धूप मिलती है. कई रिसर्च ने विटामिन डी की कमी और कार्डियक डिसऑर्डर के बीच संबंध की पड़ताल की है. हालांकि इसका सपोर्ट करने के लिए कोई सबूत नहीं है, विटामिन डी का सेवन अप्रत्यक्ष रूप से हार्ट प्रॉब्लम में कमी से जुड़ा हो सकता है.
सर्दियों में अच्छा खाएं. ऐसे फूड्स से बचें जो तले हुए, फैटी, हाई शुगर या हाई कोलेस्ट्रॉल वाले हों क्योंकि ये आपके हार्ट डिजीज के डेवलप होने की संभावना को बढ़ा सकते हैं.
सबसे महत्वपूर्ण बात गर्म रहना है. यदि आप ठंडे टेम्परेचर के प्रति सेंसेटिव ल हैं, तो अपने शरीर की गर्मी को बनाए रखने के लिए पर्याप्त परतों में कपड़े पहनें.
सर्दी के मौसम में फिजिकली एक्टिव रहें भले ही यह कठिन लगे. एक्सरसाइज बाहर नहीं करना चाहिए. आप योग, नृत्य, सॉफ्ट एरोबिक्स, होम एक्सरसाइज या ध्यान कर सकते हैं. नियमित एक्सरसाइज आपको फिट रहने में मदद करता है और आपके शरीर को गर्म रखता है.
अपनी सीमा से बाहर जाने से बचें. यदि आपको हार्ट डिजीज है, तो कठीन श्रम से दूर रहने की कोशिश करें और कार्यों के बीच आराम करने के लिए छोटे-छोटे ब्रेक लें.
किडनी, वेस्कुलर और ब्लड प्रेशर के मुद्दों जैसी मेडिकल कंडीशन पर कड़ी नजर रखें. यदि इन बीमारियों का इलाज नहीं किया जाता है, तो वे आपके हार्ट की समस्याओं के विकास के जोखिम को बढ़ा देते हैं.
धूम्रपान बंद करें क्योंकि यह आपके हार्ट के मुद्दों के डेवलपमेंट के रिस्क को बढ़ाता है.
शरीर को गर्म रखने के लिए ठंड में गर्म खाना खाएं. इससे आपके शरीर को गरमाहट मिलेगी.
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अगर आपको हार्ट की बीमारी है तो ठंड के दिनों में घर के अंदर रहने कोशिश करें ताकि अचानक ठंडे स्ट्रोक से बचा जा सके.
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.