Sarcoma: सारकोमा: एक गंभीर लेकिन दुर्लभ कैंसर

हर साल सारकोमा, कई लोगों को मार डालता है. सारकोमा से विश्व भर में हर साल 15 से 16 हजार लोग मर जाते हैं. ये आंकड़े क्षेत्र के हिसाब से और हर साल बदलते हैं. चलिए इसे अधिक गहराई से समझें…..

By Jaya Soni | July 30, 2024 8:22 PM

Sarcoma: सारकोमा एक प्रकार का कैंसर है जो शरीर के कनेक्टिव टिश्यूज में उत्पन्न होता है. यह हड्डियों, मांसपेशियों, वसा, ब्लड वेसल्स, तंत्रिकाओं और अन्य कनेक्टिव टिश्यूज में हो सकता है. सारकोमा एक दुर्लभ कैंसर है और इसका निदान अन्य सामान्य प्रकार के कैंसर जैसे स्तन या फेफड़े के कैंसर से कम होता है.

सारकोमा के प्रकार

सारकोमा मुख्य रूप से दो प्रकार के होते हैं.

1. ऑस्टियोसारकोमा (Osteosarcoma)

यह हड्डियों में होने वाला कैंसर है. यह अधिकतर किशोरों और युवा व्यक्तियों में देखा जाता है.

2. सॉफ्ट टिश्यू सारकोमा (Soft Tissue Sarcoma)

यह मांसपेशियों, वसा, ब्लड वेसल्स और तंत्रिकाओं में होता है. यह शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकता है.

लक्षण

सारकोमा के लक्षण प्रारंभिक चरणों में स्पष्ट नहीं होते. इनके कुछ सामान्य लक्षण हैं. जैसे-

1. प्रभावित क्षेत्र में दर्द और सूजन

2. हड्डी में कमजोरी या असामान्य टूटना

3. शरीर के किसी हिस्से में गांठ या सूजन

4. प्रभावित अंग की कार्यक्षमता में कमी

कारण

सारकोमा के सटीक कारणों का पता नहीं चल पाया है, लेकिन कुछ कारक इसे बढ़ावा दे सकते हैं. जैसे-

1. जेनेटिक्स डिसॉर्डर

2. रेडिएशन थेरेपी

3. कुछ रसायनों के संपर्क में आना

निदान और उपचार

सारकोमा का निदान करने के लिए डॉक्टर विभिन्न प्रकार की जांचें कर सकते हैं. जैसे-

बायोप्सी- प्रभावित टिशू का नमूना लेकर उसकी जांच करना.

इमेजिंग टेस्ट- एक्स-रे, एमआरआई, सीटी स्कैन आदि.

उपचार के विकल्प ये हो सकते हैं.

सर्जरी- कैंसरयुक्त टिशू को निकालना.

कीमोथेरेपी- कैंसर कोशिकाओं को मारने के लिए दवाओं का उपयोग.

रेडिएशन थेरेपी- कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करने के लिए हाई एनर्जी रेडिएशन का उपयोग.

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