Heart Attack While Exercising: टीवी के मशहूर एक्टर सिद्धांत वीर सूर्यवंशी का निधन हो गया है. सूत्रों के मुताबिक, सिद्धांत का निधन जिम में वर्कआउट के दौरान हुआ है. राजू श्रीवास्तव और दीपेश भान के बाद यह तीसरी डेथ है जो जिम में वर्कआउट करते हुए किसी एक्टर की हुई है. आज का युवा वर्ग हेल्थ को लेकर काफी अवेयर है, जिम में कसरत करना, वर्कआउट करना युवाओं की आदत में शुमार हो गया है. लेकिन इन सब के साथ ही आपको यह भी ध्यान रखना चाहिए कि कहीं आप खुद पर ज्यादा दबाव तो नहीं डाल रहे हैं?
कुछ लोग अपने मसल्स या एब्स बनाने के लिए या फिर वजन को कम करने के लिए सोचते हैं कि ज्यादा से ज्यादा समय वर्कआउट कर लें. उन्हें लगता है ऐसा करने से उनकी चर्बी जल्दी बर्न होगी. एक्सरसाइज का जल्दी फायदा उठाने के लिए घंटों वर्कआउट करना जानलेवा साबित हो सकता है. ज्यादा वर्कआउट करने से बीपी हाई हो सकता है, मसल्स में क्रैंप आ सकते हैं और हड्डियां कमजोर भी हो सकती है. अगर आप चाहते हैं कि आपका वर्कआउट यूजफुल रहे तो 30 से 45 मिनट तक मध्यम गति से एक्सरसाइज करें.
स्वास्थ्य विशेषज्ञ बताते हैं, जिम के दौरान किसी भी तरह की समस्या से बचे रहने के लिए कुछ बातों का ध्यान रखना बहुत आवश्यक है. व्यायाम की शुरुआत के पहले अच्छे से वार्मअप और व्यायाम के बाद शरीर को कूल डाउन करना बहुत आवश्यक है. यह हृदय से अतिरिक्त दबाव को कम करने में आपके लिए सहायक है. व्यायाम के दौरान हल्के कपड़े पहने, जहां जिम करें ध्यान रहे वहां वेंटिलेशन की अच्छी व्यवस्था होनी चाहिए. फिटनेस ट्रेनर की निगरानी में ही वर्कआउट करें इससे किसी भी प्रकार के जोखिम को कम किया जा सकता है.
स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, जिम में हार्ट अटैक या अन्य प्रकार के चोट के हादसों का प्रमुख कारण है कि हम कम समय में अधिक लाभ प्राप्त करने के लिए अपनी क्षमता से अधिक भार उठाने लगते हैं या अधिक तीव्रता वाले व्यायाम करने लगते हैं. हमेशा अपनी सहनशक्ति का ध्यान रखते हुए ही व्यायाम किया जाना चाहिए. यदि आप व्यायाम के दौरान दर्द, बेचैनी, मितली, चक्कर आने या सीने में दर्द का अनुभव करते हैं, तो व्यायाम तुरंत बंद कर दें.
शरीर में जल्दी बदलाव लाने के लिए वर्कआउट करने के बाद सप्लीमेंट लेना आम बात हो गई है लेकिन ऐसा करना सेहत के लिए काफी नुकसानदेह साबित हो सकता है. सप्लीमेंट सेहत के लिए अच्छा नहीं माना जाता है. सप्लीमेंट की बजाय दूसरी स्वस्थवर्धक चीजों को लेना चाहिए.
विशेषज्ञों का कहना है कि दिल में रूकावट कोशिकाओं और कोलेस्ट्रॉल कणों के एंडोथेलियल कोशिकाओं के अवरोध से होता है. इससे धमनी की परत में ब्लॉकेज हो जाती है. इससे धमनी में प्लाक नामक गांठ बन जाती है. हालांकि इसका मतलब यह नहीं है कि व्यायाम करना अच्छा नहीं है. स्वस्छ और अच्छी जीवनशैली के लिए एक्ससाइज करना, आहार पर कंट्रोल करना और नियमित दिनचर्या का पालन जरूरी है.
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.