Covid-19 survivors losing their hairs, baal jhadne ke karan aur upay, hair loss causes and treatment : कोरोना (Corona) से संक्रमित मरीज जो स्वस्थ होकर लौट चुके हैं, उनमें से कुछ ने हेयर लॉस का प्रॉब्लम (hair loss problem) सामने की बात कही है. दरअसल, इससे संबंधित दर्जनों पोस्ट सेशल मीडिया (Social Media) में किये गए है. लेकिन, आपको बता दें कि अभी तक इस बात की कोई पुष्टि नहीं हुई है कि कोरोना (Coronavirus) को मात देने वालों को ऐसी समस्या (coronavirus effects after recovery) उत्पन्न हो सकती है. हालांकि, वैज्ञानिकों ने इससे भी इनकार नहीं किया है कि इसके दीर्घकालिक परिणाम भविष्य में आ सकते हैं. ऐसे में आइये जानते हैं क्या है बाल झड़ने (hair loss) के पिछे के कारण सही कारण..
विदेशी अभिनेत्री एलिसा मिलानो ने कोविड-19 के दुष्प्रभावों की चर्चा करते हुए हाल ही में सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया है. उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर पर पोस्ट किया है जिसमें अपने गीले बालों पर कंघी करते हुए बालों के गुच्छों को टूटते दिखाया है. आपको बता दें कि मिलानो को अप्रैल में कोरोना के लक्षण दिखे थे. जिसके बाद उन्हें टेस्ट करवाया और रिजल्ट पॉजिटिव आया.
लेकिन, रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (सीडीसी) के अनुसार कोरोना वायरस से ठीक होने के बाद मरीजों में ऐसे लक्षण की अभी तक पुष्टि नहीं हो पायी है. हालांकि, डॉक्टरों की मानें तो इस बात से भी इनकार नहीं किया जा सकता है कि इस बीमारी के दीर्घकालिक प्रभाव नहीं पड़ सकते हैं.
अंग्रेजी वेबसाइट हेल्थलाइन के अनुसार यह मामला केवल मिलानो का नहीं है, बल्कि सर्वाइवर कॉर्प्स फेसबुक ग्रुप में जुड़े कई लोगों ने इस बारें में दर्जनों पोस्ट किए है. यही नहीं, डायना बेरेंट द्वारा बनाए गए एक समूह के संस्थापक के सर्वेक्षण के मुताबिक, करीब 1,700 कोविड से ठीक होने वाले मरीजों में से एक तिहाई से अधिक को बाल झड़ने की समस्या आयी है.
जबकि, मैनहट्टन डर्मेटोलॉजी एंड कॉस्मेटिक सर्जरी की त्वचा विशेषज्ञ डॉ. डेंडी एंगेलमैन का कहना है कि मार्च के मध्य में न्यूयॉर्क में लॉकडाउन खुलने के 6 सप्ताह बाद बालों के झड़ने के रोगियों में वृद्धि देखने को मिली. एंगेलमैन ने कहा कि करीब 25 प्रतिशत ऐसे मरीजों में वृद्धि हुई है.
हालांकि, कोरोना वायरस से ठीक होने के बाद बाल झड़ने के लक्षणों की अभी तक पुष्टि नहीं हो पाई है. ऐसे में विशेषज्ञों का मानना है कि इसके कई और कारण भी हो सकते हैं.
तनाव हो सकता है कारण : अभी तक इस बात का कोई सबूत नहीं है कि कोरोना वायरस ही सीधे तौर पर बालों के झड़ने का कारण है. इसके बजाय, डॉक्टरों का मानना है कि इस दौरान शारीरिक और भावनात्मक तनाव से भी यह समस्या उत्पन्न हो सकती है. जिसे टेलोजेन एफ्लुवियम कहा जाता है.
जब मरीज कोविड-19 जैसे गंभीर बीमारी का शिकार हो जाता है तो उनमें भावनात्मक तनाव उत्पन्न हो जाता है. आमतौर पर बड़ी सर्जरी या तेज बुखार के दौरान कई मरीजों में ऐसे लक्षण देखे गए हैं. यह किसी व्यक्ति के बालों पर बीमारी के कुछ दिन बाद प्रभाव डालता है. जो बाल विकास चक्र को प्रभावित करता है जिससे हमारे बाल झड़ सकते हैं.
बालों पर ध्यान नहीं देना : ओहियो स्टेट यूनिवर्सिटी वेक्सनर मेडिकल सेंटर के त्वचा विशेषज्ञ डॉ. सुसान मैस्किक की मानें तो जब शरीर के सिस्टम को झटका लगता है, तो वह लॉकडाउन मोड में चला जाता है और केवल आवश्यक कार्यों पर ही ध्यान केंद्रित करता है. यही कारण है कि बालों का विकास उनके लिए आवश्यक नहीं रह जाते हैं. जो बाद में बाल झड़ने का कारण बन जाता है.
थायरॉइड या पोषण तत्वों की कमी : ज्यादा तनाव से शरीर में थायरॉइड की समस्या बढ़ सकती है और पोषण तत्वों की कमी हो सकती है. जो बाद में बाल झड़ने का कारण बन सकते हैं. इससे बचने के लिए आप अपना थायरॉइड टेस्ट करवा सकते हैं.
Posted By : Sumit Kumar Verma
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.