Health news : अम्फान तूफान के बाद अचानक से पूरे देश में गर्मी बढ़ गयी है. मौसम विभाग की मानें तो अगले कुछ दिनों तक दिल्ली, झारखंड, बिहार, बंगाल, यूपी समेत देश के अन्य हिस्सों में अभी उमस भरी गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है. दिल्ली में तो इसे लेकर येलो अलर्ट भी जारी कर दिया गया है. ऐसे में आपका कम पानी पीना कई गंभीर बीमारियों का जड़ बन सकता है. हमारे शरीर में करीब 75 प्रतिशत पानी होता है. लेकिन, बढ़ती गर्मी और भागदौड़ के वजह से इसकी मात्रा हमारे शरीर में कम हो जाती है. जिसे हम अगर मेंटेन न करें तो हमारे शरीर में पानी की कमी होने लगती है. जो बाद में कई बीमारियों का जड़ बन सकता है.
थकान महसूस होना : हमारे शरीर में पानी की कमी होने से एनर्जी लेवल कम हो जाता है. जिससे हम थका-थका महसूस कर सकते हैं.
हार्ट प्रॉब्लम : हमारा कम पानी पीना हमारे दिल के लिए हानिकारक हो सकता है. कम पानी पीने से शरीर डिहाइड्रेड हो जाता है. हमें कम पेशाब लगना, कम पसीना आदि समस्या हो सकती है. इसके अलावा रक्त भी जम सकता है. जिसके कारण दिल तक रक्त का संचार सुचारू ढंग से नहीं हो पाता है. आपको बता दें कि मल-मूत्र द्वारा ही हमारे शरीर के वेस्ट प्रोडक्ट बाहर निकलते हैं.
मोटापा की समस्या: विशेषज्ञों की मानें तो सही मात्रा में पानी पीने से शरीर से विषाक्त पदार्थ मल-मूत्र के जरिये बहार निकल जाते हैं. इसके अलावा पेट भी भरा हुआ महसूस जिससे मोटापा होने की कम संभावना होती है.
जोड़ों का दर्द: कम पानी के सेवन से जोड़ों में दर्द की संभावना ज्यादा होती है. क्योंकि इसकी कमी से जोड़ों की चिकनाहट कम होती चली जाती है और यह दर्द का कारण बनने लगती है.
मुंहासे और रूखी त्वचा: कम पानी पीने से हमारे चेहरे की रौनक खो जाती है. त्वचा में झुर्रियां, मुहांसे, दाग और रूखापन आ जाता है.
पेट संबंधी समस्या: पानी के कमी के कारण डिहाइड्रेशन की समस्या बढ़ जाती है. जिससे हमारे पाचन तंत्र में काफी प्रभाव पड़ता है. इससे पेट खराब, डाइजेशन और पेट में दर्द रहने जैसी समस्याएं हो सकती हैं.
ऐसे में पानी हमारे शारीर के लिए ठीक उतना ही जरूरी है जितना सांस लेना. इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च की डाइअटेरी गाइडलाइन्स के मुताबिक हमें प्रतिदिन आठ ग्लास यानी दो लीटर पानी पीना चाहिए. गर्मी में जरूरत अनुसार इसकी मात्रा बढ़ाई जा सकती है.
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.