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Holi 2024: कहीं आप भी तो नहीं खा रहे नकली खोया से बनी गुजिया, जानें इसके साइड इफैक्ट्स

Holi 2024: सबसे पहले हम इस आर्टिकल में बात करेंगे नकली खोया से बनी गुजिया खाने से हमारे शरीर में कौन-कौन सी समस्याएं हो सकती हैं. तो आपको बता दें कि नकली खोया सिंथेटिक दूध से बनाया जाता है. सिंथेटिक मावा बनाने के लिए यूरिया का इस्तेमाल किया जाता है. जिसका सीधा असर हेल्थ पर पड़ता है.

By Shweta Pandey | March 21, 2024 2:00 PM

Holi 2024: होली का त्योहार नजदीक है. भारत में होली 25 मार्च को खेली जाएगी. इसे लेकर लोगों के घरों में तैयारियां भी शुरू हो गई है. सबसे अधिक लोग होली के मौके पर गुजिया खाना पसंद करते हैं. यही एक पर्व है जिसमें सबसे अधिक गुजिया की डिमांड रहती है. हालांकि दुकानों पर बिकने वाली खोया सबसे अधिक नकली होती है. यही मौका होता है, जब दुकानदार अपना मुनाफा कमाने के चक्कर में नकली खोया बेचना शुरू कर देते हैं. जिसका सीधा असर लोगों के सेहत पर पड़ता है. चलिए जानते हैं आखिर नकली खोया की पहचान कैसे करें और इसे खाने से शरीर में कौन-कौन सी समस्याएं हो सकती हैं.

नकली खोया से बनी गुजिया खाने से कौन-कौन सी समस्या हो सकती हैं?


सबसे पहले हम इस आर्टिकल में बात करेंगे नकली खोया से बनी गुजिया खाने से हमारे शरीर में कौन-कौन सी समस्याएं हो सकती हैं. तो आपको बता दें कि नकली खोया सिंथेटिक दूध से बनाया जाता है. सिंथेटिक मावा बनाने के लिए यूरिया का इस्तेमाल किया जाता है. जिसका सीधा असर हेल्थ पर पड़ता है.

किडन पर नुकसान


नकली खोया खाने से इसका सीधा असर हमारे किडनी पर पड़ता है. मिलावटी खोया में मिला यूरिया किडनी के लिए बेहद नुकसानदायक होता है. इसलिए होली मे गुजिया और अन्य मिठाइयों को कम ही खाएं तो सही रहेगा.

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लिवर का खतरा


होली के त्योहार पर बाजारों में मिलने वाली नकली खोया से बने गुजिया खाने से इसका सीधा असर लिवर पर पड़ता है. क्योंकि मावा को बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाले डिटर्जेंट और सिंथेटिक दूध लिवर को गंभीर नुकसान पहुंचा सकते हैं.

कैंसर का खतरा


गुजिया और अन्य मिठाइयों में इस्तेमाल होने वाली नकली खोया सेहत के लिए खतरनाक साबित हो सकती है. क्योंकि इसे बनाने के लिए इस्तेमाल सिंथेटिक दूध और रंग से कैंसर भी हो सकता है. इसलिए कोशिश करें कि होली के मौके पर मिठाइयां कम खाएं.

उल्‍टी और दस्‍त का खतरा


होली में गुजिया अधिक खाने से उल्टी और दस्त का खतरा सबसे अधिक होता है. क्योंकि खोया बनाने में स‍िंथेट‍िक दूध का इस्तेमाल होता है. जिसे खाने से उल्‍टी, दस्‍त और फूड प्वाइजनिंग का खतरा बढ़ जाता है.

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कैसे करें नकली खोया की पहचान


होली का त्योहार करीब है. इस समय बाजार में खुलेआम नकली खोया की बिक्री हो रही है. क्योंकि खोया से ही गुजिया और अन्य मिठाइयों को बनाया जाता है. ऐसे में आमतौर पर लोग नकली खोया की पहचान नहीं कर पाते हैं. अगर आप सोच रहे हैं कि आखिर नकली खोया की पहचान कैसे किया जाए तो आपको बता दें नकली खोया हाथ में रगड़ने पर दानेदार नहीं होता है. नकली खोया में घी जैसी महक नहीं होती है. नकली खोया को रगड़ने पर हाथों में रंग आने लगती है.

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बताते चलें कि अगर आपको नकली खोया की पहचान घर पर ही करनी है तो एक कांच का गिलास ले और उसमें एक चम्मच खोया डाल दें. फिर उसमें गर्म पानी डालें. इसके बाद आयोडीन मिलाकर अच्छे से मिक्स कर लें और देखेंगे कि अगर खोया का रंग बदल जाए तो समझ लीजिए नकली खोया है.

Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.

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